Diwali 2025: दिवाली रोशनी, मिठास और लजीज खान-पान का पर्व होता है। इस दिन घर-घर में दीपक जलते हैं, तरह-तरह के पकवान बनते हैं और लोग परिवार और दोस्तों के साथ स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद लेते हैं। हालांकि दीपावली के उत्सव के साथ सेहत को लेकर सावधानी बरतते रहना भी जरूरी हो जाता है।
Diwali 2025: त्योहारों में लजीज पकवान और तली-भुनी चीजें बिगाड़ न दें पाचन? इन उपायों से दूर होगी आपकी टेंशन
- दिवाली की खुशियों को बिना किसी असहजता के मनाने के लिए जरूरी है कि हम अपनी डाइट, हाइड्रेशन और रूटीन पर थोड़ा ध्यान दें।
- याद रखें, दिवाली का असली आनंद तभी है जब शरीर भी स्वस्थ हो और आप ऊर्जावान महसूस करें।


क्या कहती हैं आहार विशेषज्ञ?
आहार विशेषज्ञ पूजा मिश्रा कहती हैं, खान-पान में गड़बड़ी के कारण एसिडिटी और गैस की समस्या तो होती ही है साथ ही इसके कारण आपको थकान, सिरदर्द और पेट में भारीपन भी महसूस हो सकता है। ये आपके दिवाली के असली आनंद को भी बिगाड़ सकती हैं। दिवाली का मजा तभी है जब शरीर स्वस्थ हो और आप ऊर्जावान महसूस करें।
कुछ उपायों को अपनाकर आप इस त्योहारी सीजन में व्यंजनों का आनंद लेने के साथ पाचन स्वास्थ्य को भी ठीक रख सकते हैं।

दिन की शुरुआत नींबू और गुनगुने पानी से करें
त्योहारी सीजन में गुनगुना पानी में नींबू डालकर पीने के साथ दिन की शुरुआत करें। ये ड्रिंक शरीर को डिटॉक्स करता है और मेटाबॉलिज्म को ठीक रखता है। नींबू में विटामिन -सी होता है जो पाचन एंजाइम्स को सक्रिय करता है, वहीं गुनगुना पानी पीने से पेट के टॉक्सिन बाहर निकलते हैं।
जर्नल ऑफ गेस्ट्रोएंटरोलॉजी की रिपोर्ट के अनुसार, नींबू पानी पेट के एसिड बैलेंस को नियंत्रित कर एसिडिटी के लक्षणों को कम करता है। इस उपाय से दिनभर आप हल्कापन महसूस करते हैं और पेट में जलन नहीं होती।

फाइबर युक्त आहार लें
दिवाली में लोग मिठाइयां और फ्राइड स्नैक्स ज्यादा खाते हैं जिससे कब्ज बढ़ता है। इस समस्या से बचे रहने के लिए आहार में फाइबर वाली चीजों जैसे सलाद, फल, ओट्स, और हरी सब्जियों को अधिक से अधिक शामिल करें, इसे पाचन ठीक रहता है।
आहार विशेषज्ञ बताती हैं, फाइबर पाचन तंत्र को सुचारू रखता है और आंतों की गति को नियंत्रित करता है। मिठाइयों और स्नैक्स के साथ आहार में फाइबर वाली चीजों को शामिल करने से पेट साफ रहता है और गैस की समस्या कम होती है।

भोजन के बाद टहलने की आदत डालें
खाने के बाद तुरंत बैठने या लेटने से पाचन पर असर पड़ता है, त्योहारों में दौड़भाग के कारण होने वाली थकान के चलते अक्सर लोग खाने के बाद तुरंत लेट जाते हैं। खाने के बाद 10-15 मिनट की वॉक एसिडिटी को रोक सकती है।
आहार विशेषज्ञ पूजा मिश्रा कहती हैं, खाने के बाद थोड़ी देर तक चल लेने से पाचन क्रिया 30% तक तेजी से होती है। इससे पेट भारी नहीं लगता और नींद भी बेहतर आती है। डायबिटीज रोगियों को भी त्योहारों में इस आदत से लाभ मिल सकता है, इससे शुगर लेवल भी कंट्रोल रहता है।