Vyomika Singh: ऑपरेशन सिंदूर के जरिए आतंकी ठिकानों की खोली पोल, जानें कौन हैं विंग कमांडर व्योमिका सिंह
Who is Vyomika Singh: भारतीय वायुसेना की विंग कमांडर व्योमिका सिंह उन प्रेरणादायक महिलाओं में से एक हैं, जिन्होंने अपने सपनों को हकीकत में बदलते हुए देश की सेवा में खुद को समर्पित कर दिया है। बचपन से ही आसमान छूने की ख्वाहिश रखने वाली व्योमिका ने अपने साहस, समर्पण और नेतृत्व क्षमता से भारतीय वायुसेना में एक अलग पहचान बनाई है।


विस्तार
wing commander vyomika singh: पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेते हुए भारतीय सशस्त्र बलों ने बीती रात पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्रों स्थित आतंकी ठिकानों को पूरी तरह से बर्बाद कर दिया। 6 और 7 मई 2025 की रात को भारतीय सेना ने 9 आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारतीय सेना की कार्रवाई के बारे में विदेश सचिव विक्रम मिस्री, शीर्ष सैन्य अधिकारी कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने मीडिया को संबोधित किया। आइए जानते हैं भारतीय सेना के आपरेशन सिंदूर की कहानी देशवासियों के सामने रखने वाली विंग कमांडर व्योमिका सिंह के बारे में।
व्योमिका सिंह कौन हैं?
विंग कमांडर व्योमिका सिंह एक कुशल हेलीकॉप्टर पायलट हैं, जिन्होंने कई तरह के विमान उड़ाए हैं और नागरिक सुरक्षा के लिए विषम परिस्थितियों में बचाव कार्यों में हिस्सा लिया है। व्योमिका ने भारतीय वायु सेना के एक पायलट से शादी की है। साल 2023 में एक निजी चैनल पर चर्चा के दौरान उन्होंने बताया था कि पायलट बनना उनकी नियति थी, जोकि उनके नाम से जुड़ी हुई है। व्योमिका का अर्थ है आकाश में रहने वाली।
व्योमिका बताती हैं, जब वह कक्षा छह में थीं, तब उन्हें एहसास हुआ कि वह पायलट बनकर आसमान में उड़ना चाहती हैं। दरअसल, क्लास में बच्चे अपने नाम के अर्थ पर चर्चा कर रहे थे। किसी ने उनसे कहा, 'तुम व्योमिका हो, जिसका मतलब है कि तुम आसमान की मालिक हो।' उस दिन से व्योमिका ने पायलट बनने का सपना देखना शुरू कर दिया।
व्योमिका सिंह जीवन परिचय और शिक्षा
अपने लक्ष्य की ओर पहला कदम बढ़ाते हुए उन्होंने नेशनल कैडेट कोर (NCC) जॉइन किया। यहां से उन्हें वर्दी पहनने और सेना से जुड़ने की प्रेरणा मिली। आगे चलकर उन्होंने इंजीनियरिंग की पढ़ाई पूरी की। वह अपने परिवार की पहली सदस्य बनीं, जिन्होंने सशस्त्र बलों में शामिल होकर इतिहास रचा। भारतीय वायुसेना में उन्होंने हेलिकॉप्टर पायलट के रूप में कमीशन प्राप्त किया और 18 दिसंबर 2019 को उन्हें फ्लाइंग ब्रांच में परमानेंट कमीशन मिला।
Operation Sindoor: 'पहलगाम के सिंदूर ने लिया आतंक से इंतकाम', इन दमदार वॉलपेपर से भारतीय सेना को करें सलाम
व्योमिका सिंह का अनुभव और योगदान
विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने अब तक 2500 घंटे से अधिक उड़ान भरी है। उन्होंने भारतीय वायुसेना के प्रतिष्ठित हेलिकॉप्टर चेतक और चीता को उड़ा कर देश की सबसे चुनौतीपूर्ण भौगोलिक परिस्थितियों में सेवाएं दी हैं। वह जम्मू-कश्मीर और पूर्वोत्तर भारत जैसे कठिन और संवेदनशील इलाकों में ऑपरेशन कर चुकी हैं। इन क्षेत्रों में अत्यधिक ऊंचाई, खराब मौसम और दुर्गम स्थानों के बीच हेलिकॉप्टर मिशन संचालित करना एक अत्यंत जोखिम पूर्ण कार्य होता है, जिसमें व्योमिका ने कुशलता से नेतृत्व किया।
व्योमिका सिंह के मिशन
उनके नेतृत्व में कई महत्वपूर्ण बचाव अभियानों को अंजाम दिया गया। इनमें से एक प्रमुख मिशन अक्टूबर-नवंबर 2020 में अरुणाचल प्रदेश में हुआ था, जहां दुर्गम क्षेत्रों में लोगों की जान बचाने के लिए उनकी टीम ने हेलिकॉप्टर के माध्यम से सहायता पहुंचाई। इस ऑपरेशन में उन्होंने ऊंचाई, खराब मौसम और सीमित संसाधनों के बावजूद उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
Sophia Qureshi: लेफ्टिनेंट कर्नल सोफिया कुरैशी कौन हैं, जिन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' की पूरी कहानी बताई
व्योमिका सिंह न केवल ऑपरेशनल मिशनों में अग्रणी रही हैं, बल्कि उन्होंने साहसिक अभियानों में भी बढ़-चढ़कर भाग लिया है। वर्ष 2021 में उन्होंने एक त्रिसेना महिला पर्वतारोहण अभियान में भाग लिया। यह अभियान भारतीय थलसेना, नौसेना और वायुसेना की महिलाओं के सहयोग से आयोजित किया गया था और इसकी सराहना वायुसेना प्रमुख सहित वरिष्ठ रक्षा अधिकारियों ने की थी।