Yoga For New Mothers: इस वर्ष मदर्स डे 11 मई 2025 को मनाया जा रहा है। मां बनना हर महिला के जीवन का सबसे सुंदर और महत्वपूर्ण अनुभव होता है। लेकिन प्रसव के बाद शरीर में कई बदलाव आते हैं जैसे, शारीरिक थकान, हार्मोनल उतार-चढ़ाव, मानसिक तनाव और शारीरिक कमजोरी। इन सभी को संतुलित करने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए योगासन एक प्राकृतिक, सुरक्षित और प्रभावशाली उपाय है। इस लेख में कुछ ऐसे आसान और प्रभावशाली योगासनों के बारे में बताया जा रहा है, जो हर नई मां को प्रसव के बाद अपने स्वास्थ्य और ऊर्जा को लौटाने के लिए अवश्य करने चाहिए।
{"_id":"681c9ec003803fa2b10cb306","slug":"mothers-day-2025-best-yoga-poses-for-women-after-pregnancy-for-better-recovery-and-health-2025-05-08","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"Mothers Day 2025: मां बनने के बाद हर महिला को करना चाहिए इन योगासनों का अभ्यास","category":{"title":"Yoga and Health","title_hn":"योग","slug":"yoga-and-health"}}
Mothers Day 2025: मां बनने के बाद हर महिला को करना चाहिए इन योगासनों का अभ्यास
लाइफस्टाइल डेस्क, अमर उजाला Published by: शिवानी अवस्थी Updated Fri, 09 May 2025 09:56 AM IST
सार
Mothers Day 2025 इस लेख में कुछ ऐसे आसान और प्रभावशाली योगासनों के बारे में बताया जा रहा है, जो हर नई मां को प्रसव के बाद अपने स्वास्थ्य और ऊर्जा को लौटाने के लिए अवश्य करने चाहिए।
विज्ञापन

मां बनने के बाद महिलाओं को करना चाहिए इन योगासनों का अभ्यास
- फोटो : Freepik.com

Trending Videos

भुजंगासन
- फोटो : Freepik
भुजंगासन
भुजंगासन का अभ्यास रीढ़ को मजबूत बनाता है। यह पीठ दर्द कम करता है और मानसिक तनाव को दूर करता है। इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेटकर दोनों हथेलियों को कंधों के पास रखें और सांस भरते हुए धीरे-धीरे सिर और छाती ऊपर उठाएं।
भुजंगासन का अभ्यास रीढ़ को मजबूत बनाता है। यह पीठ दर्द कम करता है और मानसिक तनाव को दूर करता है। इस आसन को करने के लिए पेट के बल लेटकर दोनों हथेलियों को कंधों के पास रखें और सांस भरते हुए धीरे-धीरे सिर और छाती ऊपर उठाएं।
विज्ञापन
विज्ञापन

Vajrasana
- फोटो : pexel
वज्रासन
वज्रासन के नियमित अभ्यास से पाचन शक्ति बढ़ती है। यह आसन पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत करता है। वज्रासन के अभ्यास के लिए दोनों पैरों को मोड़कर एड़ियों पर बैठें और रीढ़ को सीधा रखें। भोजन के बाद 5-10 मिनट करें।
वज्रासन के नियमित अभ्यास से पाचन शक्ति बढ़ती है। यह आसन पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों को मजबूत करता है। वज्रासन के अभ्यास के लिए दोनों पैरों को मोड़कर एड़ियों पर बैठें और रीढ़ को सीधा रखें। भोजन के बाद 5-10 मिनट करें।

सुप्त बद्ध कोणासन
- फोटो : Instagram
बद्धकोणासन
इस आसन का अभ्यास करने के लिए दोनों पैरों के तलवे आपस में जोड़ें और घुटनों को नीचे की ओर झुकाएं, फिर धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें। बद्धकोणासन के अभ्यास से जांघों, कूल्हों और पेल्विक एरिया की मांसपेशियों में लचीलापन आता है, जो डिलीवरी के बाद की जकड़न को कम करता है।
इस आसन का अभ्यास करने के लिए दोनों पैरों के तलवे आपस में जोड़ें और घुटनों को नीचे की ओर झुकाएं, फिर धीरे-धीरे आगे की ओर झुकें। बद्धकोणासन के अभ्यास से जांघों, कूल्हों और पेल्विक एरिया की मांसपेशियों में लचीलापन आता है, जो डिलीवरी के बाद की जकड़न को कम करता है।
विज्ञापन

कंधे का दर्द (गोमुखासन)
- फोटो : Adobe Stock
नोट: यह लेख योगगुरु के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी योगगुरु से संपर्क कर सकते हैं।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।