PM Modi In Brazil Live: PM मोदी ने बताया BRICS का नया मतलब, बोले- अब बनेगा मजबूती, नवाचार और सहयोग का मंच
PM Modi Brazil Visit Live Updates News in Hindi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिनों के ब्राजील दौरे पर हैं। पीएम मोदी ने ब्रिक्स देशों के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लिया। सम्मेलन से इतर उन्होंने कई अहम द्विपक्षीय बैठकों में भी भाग लिया। इसके साथ ही उन्होंने मंच से BRICS का नया मतलब बताया। उन्होंने कहा कि अब ये सिर्फ विकास ही नहीं बल्कि मजबूती, नवाचार और सहयोग का भी मंच बनेगा। जानिए पीएम मोदी के विदेश दौरे से जुड़ी लाइव अपडेट्स
लाइव अपडेट
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रविवार को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में चल रहे ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से इतर अपने रूसी समकक्ष सर्गेई लावरोव से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने बैठक में द्विपक्षीय सहयोग, आतंकवाद, पश्चिम एशिया, ब्रिक्स और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) पर चर्चा की। इससे पहले ब्रिक्स सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि आतंकवाद की निंदा सुविधा का मामला नहीं, बल्कि एक सिद्धांत होना चाहिए। लावरोव के साथ इस महत्वपूर्ण बैठक के बाद जयशंकर ने सोशल मीडिया पर इसकी जानकारी साझा की।
जयशंकर ने एक्स पर लिखा कि रूसी विदेश मंत्री लावरोव से मिलकर अच्छा लगा। द्विपक्षीय सहयोग, आतंकवाद, पश्चिम एशिया, ब्रिक्स और एससीओ पर चर्चा हुई। इस दौरान द्विपक्षीय मुद्दों और वैश्विक चुनौतियों पर विचार साझा किए। बैठक की अहमियत इस वजह से भी बढ़ जाती है, क्योंकि इसी सम्मेलन में ब्रिक्स नेताओं ने पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी। इससे पहले जयशंकर और लावरोव इस साल फरवरी में जोहानिसबर्ग में मिलेे थे।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा है कि ब्रिक्स समावेशी बहुपक्षवाद को आगे बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है, खासकर तब जब वैश्विक संस्थाएं वैधता और प्रतिनिधित्व के संकट का सामना कर रही हैं। ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में ब्रिक्स वित्त मंत्री और केंद्रीय बैंक गवर्नर (एफएमसीबीजी) की बैठक में बोलते हुए सीतारमण ने कहा कि भारत ने मजबूत घरेलू मांग, विवेकपूर्ण व्यापक आर्थिक प्रबंधन और लक्षित राजकोषीय उपायों के संयोजन के माध्यम से लचीलापन प्रदर्शित किया है।
उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि व्यापार और वित्तीय प्रतिबंधों के प्रति भारत की नीतिगत प्रतिक्रिया बाजारों में विविधता लाने, बुनियादी ढांचे पर आधारित विकास को बढ़ावा देने और प्रतिस्पर्धात्मकता और उत्पादकता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संरचनात्मक सुधारों को लागू करने पर केंद्रित रही है। मंत्री ने भारत के इस दृष्टिकोण को रेखांकित किया कि समावेशी बहुपक्षवाद को आगे बढ़ाने के लिए ब्रिक्स एक महत्वपूर्ण मंच है, और विशेष रूप से जब वैश्विक संस्थाएं वैधता और प्रतिनिधित्व के संकट का सामना कर रही हैं, तो ब्रिक्स को सहयोग को मजबूत करके, विश्वसनीय सुधारों की वकालत करके और वैश्विक दक्षिण की आवाज को बढ़ाकर उदाहरण पेश करना चाहिए।
उन्होंने कहा, 'जबकि जलवायु और विकास लक्ष्यों को आगे बढ़ाने में दक्षिण-दक्षिण सहयोग महत्वपूर्ण बना हुआ है, वैश्विक दक्षिण से जलवायु कार्रवाई का मुख्य बोझ उठाने की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए और ब्रिक्स देश सतत विकास पर सहयोग को गहरा करने के लिए अच्छी स्थिति में हैं।' ब्रिक्स एफएमसीबीजी बैठक के मौके पर, वित्त मंत्री सीतारमण ने रूसी और चीनी समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें कीं और द्विपक्षीय सहयोग और हितों के मुद्दों पर चर्चा की।
पीएम मोदी आज ब्राजील में ब्रिक्स समिट से इतर उरग्वे के राष्ट्रपति यामांडू ओरसी से मुलाकात की है, इस दौरान दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय संबंधों के सभी पहलुओं पर चर्चा की। उन्होंने डिजिटल सहयोग, आईसीटी, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और यूपीआई, रक्षा, रेलवे, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स, कृषि, ऊर्जा, संस्कृति और लोगों के बीच संबंधों के क्षेत्रों में सहयोग की समीक्षा की। चर्चा का एक प्रमुख क्षेत्र द्विपक्षीय व्यापार और निवेश को मजबूत करना था। दोनों पक्षों ने भारत-मर्कोसुर अधिमान्य व्यापार समझौते के विस्तार में रुचि व्यक्त की, जिसका उद्देश्य अधिक आर्थिक क्षमता और व्यापार पूरकता को खोलना है।
Happy to have met President Yamandú Orsi of Uruguay on the sidelines of the BRICS Summit in Brazil. Close ties between our nations are important for the Global South. India is committed to doing everything possible to further deepen relations with Uruguay. In this context, we… pic.twitter.com/32xbV28hTF
— Narendra Modi (@narendramodi) July 7, 2025
प्रधानमंत्री ने पहलगाम में हाल ही में हुए बर्बर आतंकवादी हमले की कड़ी निंदा करने के लिए राष्ट्रपति ओरसी के प्रति आभार व्यक्त किया और आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लड़ाई में भारत के साथ उरुग्वे की एकजुटता की सराहना की।
ब्राजील में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के अवसर पर रियो डी जेनेरियो में बोलीविया के राष्ट्रपति लुइस अल्बर्टो आर्से कैटाकोरा के साथ बैठक की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय सहयोग की समीक्षा की और हासिल की गई प्रगति पर संतोष व्यक्त किया। उन्होंने महत्वपूर्ण खनिजों, व्यापार और वाणिज्य, डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना और यूपीआई, स्वास्थ्य और फार्मास्यूटिकल्स, पारंपरिक चिकित्सा, लघु और मध्यम उद्योग, प्रशिक्षण और क्षमता निर्माण में सहयोग पर चर्चा की।
दोनों नेताओं ने महत्वपूर्ण खनिजों के क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने और इस क्षेत्र में टिकाऊ और पारस्परिक रूप से लाभकारी साझेदारी विकसित करने की क्षमता को पहचाना। उन्होंने दोनों देशों के बीच चल रहे विकास सहयोग पर संतोष व्यक्त किया, जिसमें त्वरित प्रभाव परियोजनाएं और आईटीईसी छात्रवृत्ति कार्यक्रमों के तहत क्षमता निर्माण पहल शामिल हैं। प्रधानमंत्री ने लाज पाज और देश के कई अन्य हिस्सों में मार्च-अप्रैल 2025 में आई भीषण बाढ़ के मद्देनजर बोलीविया के लोगों के साथ एकजुटता व्यक्त की। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने के लिए बोलीविया को बधाई भी दी।
#WATCH | Brazil: Prime Minister Narendra Modi holds a meeting with President of Bolivia, Luis Alberto Arce Catacora, in Rio de Janeiro, on the sidelines of the 17th BRICS Summit.
— ANI (@ANI) July 7, 2025
(Video Source: ANI/DD News) pic.twitter.com/zE3lEBRoWI
- पीएम कमला को अयोध्या राम मंदिर की चांदी की प्रतिकृति
प्रधानमंत्री मोदी ने कमला पर्साद-बिसेसर को अयोध्या राम मंदिर की चांदी से बनी सुंदर और बारीक कारीगरी वाली प्रतिकृति भेंट की।
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राम मंदिर की प्रतिकृति- यह भक्ति, धर्म और सांस्कृतिक गौरव का प्रतीक है।
चांदी से निर्मित- यह उत्तर प्रदेश के कारीगरों की तरफ से बनाई गई है। यह भारत की मंदिर कला, भक्ति परंपरा और अयोध्या की धार्मिक महत्ता को दुनिया तक पहुंचाता है।
- त्रिनिदाद और टोबैगो की पीएम कमला को सरयू जल से भरा कलश
प्रधानमंत्री मोदी ने त्रिनिडाड और टोबैगो की प्रधानमंत्री कमला पर्साद-बिसेसर को अयोध्या की पवित्र सरयू नदी का जल भरे हुए कलश उपहार में दिया।
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यह शुद्धता, पवित्रता और आध्यात्मिक शक्ति का प्रतीक है। सरयू जल- यह अयोध्या से जुड़ा है, जो भगवान राम का जन्मस्थान माना जाता है। यह उपहार भारतीय धार्मिक परंपराओं और आध्यात्मिकता को दर्शाता है।
- अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति विलारूएल को मधुबनी चित्रकला
प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जेंटीना की उपराष्ट्रपति विक्टोरिया विलारूएल को पारंपरिक मधुबनी चित्रकला में बना सूर्य का चित्र भेंट किया।
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मधुबनी चित्रकला- बिहार के मिथिला क्षेत्र की प्रसिद्ध लोककला है, जिसमें फूल-पत्तियों और गहरे रंगों से चित्र बनाए जाते हैं। इसमें सूर्य का चित्र बना है, जो ऊर्जा, जीवन और प्रकाश का प्रतीक है। यह उपहार भारत की प्राचीन कला परंपरा और सांस्कृतिक समृद्धि को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अलग-अलग देशों के नेताओं को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और परंपराओं का प्रतीक उपहार दिए है। इन उपहारों के जरिए प्रधानमंत्री मोदी ने न केवल भारत की संस्कृति और कलाओं को प्रस्तुत किया, बल्कि विश्व के नेताओं से भावनात्मक और सांस्कृतिक जुड़ाव भी स्थापित किया।
- अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर को चांदी का शेर
प्रधानमंत्री मोदी ने अर्जेंटीना के राष्ट्रपति जेवियर मिली को चांदी से बना शेर उपहार में दिया, जो फुचसाइट पत्थर पर बनाया गया है। यह खास उपहार राजस्थान के कारीगरों ने बनाया है।
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तोहफे की खासियत - चांदी का शेर- यह साहस, नेतृत्व और ताकत का प्रतीक है। फुचसाइट पत्थर- इसे हीलिंग स्टोन यानी चिकित्सकीय पत्थर कहा जाता है। यह आत्मिक शक्ति और मानसिक शांति से जुड़ा है। तोहफे का महत्व- यह उपहार भारत की कला, संस्कृति और खनिज संपदा को दर्शाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स सम्मेलन में भारत की अध्यक्षता को लेकर बड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा कि भारत ब्रिक्स समूह को नए मायनों में परिभाषित करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि अब BRICS का अर्थ होगा- बिल्डिंग रेजिलेंस ऐंड इनोवेशन फॉर कॉपरेटिव ऐंड सस्टेनबिलिटी, यानी मजबूती, नवाचार, सहयोग और टिकाऊ विकास। ब्राजील में आयोजित इस सम्मेलन में मोदी ने विकासशील देशों के लिए मिलकर काम करने और आपसी सहयोग बढ़ाने की अपील की। उन्होंने कहा कि भारत की प्राथमिकता है नवाचार और टिकाऊ भविष्य।
टाटा मेमोरियल अस्पताल ने बिम्सटेक देशों के लिए एक खास कैंसर देखभाल प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किया है। इस पहल का उद्देश्य क्षेत्रीय सहयोग बढ़ाना और कैंसर उपचार में दक्षता को मजबूत करना है। शुरुआत में बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार और नेपाल के कुल 21 प्रतिभागियों को रेडिएशन ऑन्कोलॉजी, न्यूक्लियर मेडिसिन और रेडियोलॉजी के तीन मॉड्यूल में चार सप्ताह का गहन प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव सीएसआर राम ने कहा कि इससे बिम्सटेक देशों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूती मिलेगी और भविष्य में अनुसंधान नेटवर्क भी बनेगा। टीएमसी निदेशक डॉ. सुदीप गुप्ता ने बताया कि मुंबई स्थित केंद्रों में अत्याधुनिक तकनीकों पर यह प्रशिक्षण दिया जा रहा है, आगे इसे देशभर के अन्य टीएमसी इकाइयों में भी विस्तार दिया जाएगा। यह कार्यक्रम बिम्सटेक देशों में स्वास्थ्य सहयोग को नई दिशा देगा।