Syria War Live: सीरिया में इतालवी राजदूत के निवास में घुसे विद्रोही; दमिश्क के चौराहों पर लोगों ने मनाया जश्न
Syria Civil War Live Updates: सीरिया के चार शहरों पर विद्रोही समूह का कब्जा हो गया है और राष्ट्रपति बशर अल असद का मजबूत किला दमिश्क भी ढह गया। राष्ट्रपति बशर अल असद के सीरिया छोड़कर अज्ञात जगह पर जाने की खबरें हैं। वहीं उनका परिवार पहले ही सीरिया छोड़कर रूस जा चुका है। सीरिया सेना के दो शीर्ष अधिकारियों ने ये दावा किया है।
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राष्ट्रपति बशर अल-असद को अपदस्थ करने वाले सीरियाई विद्रोहियों के समर्थक रविवार को एथेंस में सीरियाई दूतावास में घुस गए और छत पर विद्रोही झंडा फहराया। पुलिस ने दूतावास परिसर से चार लोगों को हिरासत में लिया, लेकिन झंडा फहराते हुए छोड़ दिया। एथेंस में दूतावास परिसर के बाहर लोगों के एक छोटे समूह ने जश्न मनाया। 59 साल के अलोम्पेंट मारूफ ने कहा,हमारी खुशी शब्दों में बयां नहीं की जा सकती। 55 साल की भयानक तानाशाही आखिरकार खत्म हो गई और तानाशाह भाग गया और लोगों को छोड़ गया।
सीरिया में इतालवी राजदूत के निवास में घुसे विद्रोही
सीरियाई विद्रोहियों रविवार को दमिश्क में इतालवी राजदूत के निवास में घुस गए, हालांकि उन्होंने राजदूत या उनके सुरक्षा कर्मचारियों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया। इतालवी विदेश मंत्री एंटोनियो तजानी ने यह जानकारी दी। उन्होंने देश में सत्ता के शांतिपूर्ण हस्तांतरण की अपील की है। तजानी ने बताया कि आज सुबह एक सशस्त्र समूह राजदूत के निवास के बगीचे में घुस आया। वे बस केवल तीन कारें ले गए। न तो राजदूत और न ही दूतावास पुलिस को कोई नुकसान पहुंचा। तजानी के दफ्तर ने कहा कि सीरिया में लगभग 300 इतालवी नागरिक हैं। उनकी सरकार उन्हें सीरिया छोड़ने में मदद करने के लिए तैयार है, लेकिन रातों-रात लेबनान में पहुंचने वाले 15 लोगों के समूह के अलावा मौजूदा वक्त में वहां से निकालने का कोई अन्य अनुरोध नहीं है।
दमिश्क पर विद्रोहियों के कब्जे के तत्काल बाद ईरान समर्थित हिजबुल्ला ने सीरिया से अपने सभी लड़ाकों को वापस बुला लिया है। सूत्र ने बताया कि हिजबुल्ला ने बृहस्पतिवार व शुक्रवार की रात निगरानी बल को सीरिया भेजा था। उसे लड़ाकों की वापसी की प्रक्रिया पर नजर रखने के लिए भेजा गया था।
सऊदी अरब रख रहा सीरिया पर नजर
सऊदी अरब सीरिया के हालात को लेकर तुर्किये जैसे सभी अहम पक्षों से बात कर रहा है ताकि राष्ट्रपति बशर अल-असद के सत्ता से हटने के बाद अराजकता न फैले। एक सऊदी अधिकारी ने रविवार को कहा कि असद ने क्षेत्रीय नेताओं और सीरियाई विपक्ष के साथ दोबारा संबंध नहीं बनाए, जिसकी वजह से वे सत्ता से बाहर हुए। तुर्किये और अन्य देशों ने उनकी सरकार के साथ काम करने की कोशिश की, लेकिन असद ने इन कोशिशों को नजरअंदाज कर दिया। शांति वार्ता में भाग लेने से उनकी इनकार ने मौजूदा संकट को जन्म दिया। राष्ट्रपति बशर अल-असद ने 2023 में सऊदी अरब में अरब लीग सम्मेलन में हिस्सा लिया। यहां उन्हें वर्षों के अलगाव के बाद बुलाया गया था। सऊदी अरब ने उम्मीद की थी कि यह बैठक उन्हें सीरिया की समस्याओं को हल करने के लिए दूसरों के साथ काम करने के लिए प्रेरित करेगी, लेकिन उन्होंने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अधिकारी ने कहा कि सीरिया के राष्ट्रपति असद का हटना शांतिपूर्ण ढंग से हुआ और सीरिया के संस्थानों, संप्रभुता और अल्पसंख्यक अधिकारों की रक्षा पर ध्यान दिया जा रहा है। सऊदी अरब इस दिशा में काम जारी रखना चाहता है और वह शांति व स्थिरता बनाए रखने के लिए कोशिश करेगा।
सभी भारतीय सुरक्षित, दूतावास भी काम कर रहा
सीरिया में सभी भारतीय सुरक्षित हैं। सूत्रों ने बताया कि दमिश्क में भारतीय दूतावास भी काम कर रहा है और वहां रहने वाले भारतीयों के संपर्क में है। एक दिन पहले ही विदेश मंत्रालय ने एडवाइजरी जारी कर सीरिया में रहने वाले लोगों से जल्द से जल्द छोड़ने को कहा था। जो लोग सीरिया छोड़ने में समर्थ नहीं थे उनसे दूतावास के संपर्क में रहने को कहा गया था। सीरिया में लगभग 90 भारतीय नागरिक हैं जिनमें से 14 संयुक्त राष्ट्र के विभिन्न संगठनों में काम करते हैं।
सीरियाई लोगों के हित में काम करे नई सरकारः रेनेर
ब्रिटेन की उप प्रधानमंत्री एंजेला रेनेर ने कहा, तानाशाही व आतंकवाद सीरिया के लोगों के लिए समस्याएं पैदा करते हैं। इसलिए एक राजनीतिक समाधान की आवश्यकता है, जहां सरकार सीरियाई लोगों के हितों में काम करे। लोकतंत्र को हम दुनिया के लिए सही मानते हैं और उम्मीद है कि यह सीरियाई लोगों को मिलेगा।
सीरिया में एकता का समयः फ्रांस
फ्रांस ने सीरियाई राष्ट्रपति बशर अल-असद को अपदस्थ किए जाने की सूचना का स्वागत किया है। उसने देश में लड़ाई को समाप्त करने तथा शांतिपूर्ण राजनीतिक परिवर्तन का आह्वान किया। विदेश मंत्रालय ने एक बयान में कहा, अब सीरिया में एकता का समय आ गया है।
दमिश्क के चौराहों पर जुटे लोग, टैंक पर चढ़ मनाया जश्न, की आतिशबाजी
सीरिया में असद राज की समाप्ति के बाद दमिश्क के चौराहों पर लोग उमड़ पड़े। लोगों ने टैंक पर चढ़कर जश्न मनाया और अपदस्थ राष्ट्रपति बशर अल-असद के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। जश्न के बीच आतिशबाजी हुई और कुछ लोगों ने आकाश में गोलियां चलाकर अपनी भावनाएं जाहिर कीं।
स्थानीय निवासी वकील उमर दाहेर (29) ने कहा, मैं अपनी खुशी बता नहीं सकता। असद और उनके पिता ने हमें कई साल तक जिस डर में रहने को मजबूर किया, जिस दहशत व आतंक की स्थिति में हम जी रहे थे, उस पर यकीन नहीं होता। दाहेर ने कहा, मेरे पिता को सुरक्षा बलों ने मार दिया था और भाई को हिरासत में ले लिया गया था। यह नहीं पता कि मेरे भाई के साथ क्या हुआ। असद एक अपराधी, तानाशाह व जानवर है। मध्य दमिश्क के रहने वाले गजल अल-शरीफ ने कहा, राष्ट्रपति पर व पूरे असद परिवार पर धिक्कार है।
सूना पड़ा पुलिस मुख्यालय, अधिकारी जान बचाकर भागे
राजधानी के बाहरी इलाके में सड़क के किनारे हथियारबंद निवासियों के समूहों को देखा गया और गोलियों की आवाजें सुनीं गईं। शहर का मुख्य पुलिस मुख्यालय खाली दिखा। उसका दरवाजा खुला था और बाहर कोई अधिकारी नहीं था। सेना की चौकी भी खाली दिखी, जहां असद के पोस्टर के नीचे जमीन पर वर्दियां पड़ी दिखीं। पुलिस व सैन्य अधिकारी जान बचाने के लिए भाग निकले।
चीन ने राष्ट्रपति बशर अल-असद को अपदस्थ कर सीरिया की राजधानी पर कब्जा करने वाले विद्रोही बलों से देश में चीनी नागरिकों और उसके संस्थानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बात की है। सीरिया पर विद्रोहियों के कब्ज़े पर प्रतिक्रिया देते हुए, चीन ने कहा कि वह अरब देश की स्थिति पर बारीकी से नज़र रख रहा है। साथ ही उसने यह भी कहा कि उम्मीद है कि स्थिरता जल्द से जल्द लौटेगी।
बीजिंग में विदेश मंत्रालय के एक बयान में कहा गया है कि चीनी दूतावास दमिश्क में खुला है और अपने नागरिकों को हर संभव सहायता दे रहा है। हम सीरिया में संबंधित पक्षों से सीरिया में चीनी संस्थानों और कर्मियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं।"