{"_id":"6815c113119dbb80a90283a4","slug":"tiger-havoc-in-katangi-farmer-working-in-farm-hunted-panic-in-area-balaghat-news-c-1-1-noi1218-2903604-2025-05-03","type":"story","status":"publish","title_hn":"Balaghat News: खेत में काम कर रहे किसान को बाघ ने बनाया अपना निवाला, इलाके में दहशत; शरीर पर मिला गहरा घाव","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Balaghat News: खेत में काम कर रहे किसान को बाघ ने बनाया अपना निवाला, इलाके में दहशत; शरीर पर मिला गहरा घाव
न्यूज डेस्क,अमर उजाला, बालाघाट
Published by: बालाघाट ब्यूरो
Updated Sat, 03 May 2025 02:50 PM IST
सार
MP: बालाघाट के कटंगी में बाघ ने किसान पर हमला कर दिया। किसान की मौके पर ही मौत हो गई। इससे इलाके में दहशत का माहौल है। इस वन क्षेत्र में बाघ के हमले की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं।
विज्ञापन
सर्चिंग करती वन विभाग की टीम
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
बालाघाट के कटंगी परिक्षेत्र के कुडवा कॉलोनी के समीप खेत में काम कर रहे किसान प्रकाश पाने अचानक बाघ ने हमला कर दिया। इस घटना में उनकी मौके पर ही मौत हो गई।घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग में हड़कंप मच गया। परिक्षेत्र अधिकारी बाबुलाल चढार तुरंत घटनास्थल पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि बाघ घात लगाए बैठा था। अचानक हुए हमले की वजह से उनको संभलने का भी मौका नहीं मिला।
मृतक प्रकाश पाने तिरोड़ी थाना क्षेत्र के छोटे से गांव कुड़वा के रहने वाले थे। उनकी मौत की खबर गांव में आग की तरह फैल गई, जिससे शोक की लहर दौड़ पड़ी। परिवार और ग्रामीण इस अप्रत्याशित त्रासदी से गहरे सदमे में हैं। वन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल पर पाया कि प्रकाश पाने के शरीर पर बाघ ने कई हमले किए। इसके गहरे निशान मिले हैं। विशेष रूप से उनके सिर और पीठ पर बाघ के पंजों के गहरे घाव स्पष्ट रूप से दिखाई दे रहे थे, जो हमले की भयावहता को बयां करते हैं। वन विभाग की टीम ने कार्रवाई करते हुए शव को पोस्टमॉर्टम के लिए बालाघाट जिला मुख्यालय भेजा। इस प्रक्रिया से हमले की प्रकृति और अन्य महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त हो सकेंगी।
ये भी पढ़ें-बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वनकर्मियों को मिला आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण, वन सुरक्षा को मिलेगी नई उड़ान
वन विभाग के अधिकारी अस्पताल में भी मौजूद रहे और उन्होंने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। परिक्षेत्र अधिकारी बाबुलाल चढार ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे वर्तमान स्थिति को देखते हुए सतर्क रहें। किसी भी कीमत पर अकेले जंगल या खेतों की ओर न जाएं। उन्होंने कहा कि वन विभाग बाघ की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहा है।
ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब पड़ोसी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में भी बाघों द्वारा इंसानों पर हमले की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। पिछले एक महीने के भीतर बांधवगढ़ में चार लोगों को बाघ अपना शिकार बना चुका है। इन घटनाओं में एक पुरुष, एक महिला और एक 12 साल के मासूम बालक की जान चली गई है, जबकि एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है।
ये भी पढ़ें- बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में चीतल का शिकार करने वाले तीन शिकारी गिरफ्तार, तीन आरोपी अब भी फरार
बांधवगढ़ में लगातार हो रही इन घटनाओं और अब कटंगी में किसान पर हुए इस जानलेवा हमले के बाद ग्रामीण चिंता में हैं। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से मांग की है कि वे इस समस्या का स्थायी समाधान निकालें। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। उनका कहना है कि जंगल और मानव बस्तियों के बीच बढ़ती के कारण इस तरह के संघर्ष बढ़ रहे हैं, और इसे नियंत्रित करना बेहद जरूरी है।
Trending Videos
ये भी पढ़ें- रेस्क्यू टीम ने घायल बाघिन को किया पिंजरे में कैद, इनक्लोजर में होगा उपचार
विज्ञापन
विज्ञापन
ये भी पढ़ें-बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में वनकर्मियों को मिला आधुनिक तकनीक का प्रशिक्षण, वन सुरक्षा को मिलेगी नई उड़ान
वन विभाग के अधिकारी अस्पताल में भी मौजूद रहे और उन्होंने पीड़ित परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। परिक्षेत्र अधिकारी बाबुलाल चढार ने इस दुखद घटना पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की है कि वे वर्तमान स्थिति को देखते हुए सतर्क रहें। किसी भी कीमत पर अकेले जंगल या खेतों की ओर न जाएं। उन्होंने कहा कि वन विभाग बाघ की गतिविधियों पर लगातार नजर रख रहा है।
ग्रामीणों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास किया जा रहा है। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना ऐसे समय में सामने आई है, जब पड़ोसी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में भी बाघों द्वारा इंसानों पर हमले की घटनाएं तेजी से बढ़ रही हैं। पिछले एक महीने के भीतर बांधवगढ़ में चार लोगों को बाघ अपना शिकार बना चुका है। इन घटनाओं में एक पुरुष, एक महिला और एक 12 साल के मासूम बालक की जान चली गई है, जबकि एक अन्य महिला गंभीर रूप से घायल होकर अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रही है।
ये भी पढ़ें- बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व में चीतल का शिकार करने वाले तीन शिकारी गिरफ्तार, तीन आरोपी अब भी फरार
बांधवगढ़ में लगातार हो रही इन घटनाओं और अब कटंगी में किसान पर हुए इस जानलेवा हमले के बाद ग्रामीण चिंता में हैं। स्थानीय लोगों ने वन विभाग से मांग की है कि वे इस समस्या का स्थायी समाधान निकालें। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाएं। उनका कहना है कि जंगल और मानव बस्तियों के बीच बढ़ती के कारण इस तरह के संघर्ष बढ़ रहे हैं, और इसे नियंत्रित करना बेहद जरूरी है।

कमेंट
कमेंट X