{"_id":"67c54ce651b53179dc0e4765","slug":"negligence-in-class-5th-exam-ncert-paper-distributed-instead-of-state-education-center-datia-news-c-1-1-noi1227-2685897-2025-03-03","type":"story","status":"publish","title_hn":"Datia News: कक्षा पांचवीं की परीक्षा में लापरवाही, राज्य शिक्षा केंद्र की जगह NCERT का बांटा पेपर","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Datia News: कक्षा पांचवीं की परीक्षा में लापरवाही, राज्य शिक्षा केंद्र की जगह NCERT का बांटा पेपर
न्यूूज डेस्क, अमर उजाला, दतिया
Published by: दतिया ब्यूरो
Updated Mon, 03 Mar 2025 12:17 PM IST
विज्ञापन
सार
दतिया में पांचवीं कक्षा की परीक्षा में बड़ी लापरवाही सामने आई है। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा आयोजित परीक्षा में छात्रों को निर्धारित प्रश्न पत्र की जगह एनसीईआरटी का पेपर दे दिया गया।

शासकीय स्कूल, छल्लापुरा
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
दतिया जिले में पांचवीं कक्षा की परीक्षा में बड़ी लापरवाही सामने आई है। राज्य शिक्षा केंद्र द्वारा आयोजित परीक्षा में छात्रों को निर्धारित प्रश्न पत्र की जगह एनसीईआरटी का पेपर दे दिया गया और यही नहीं जब इसे सुधारने की कोशिश की गई तब भी नई गलती हो गई।

Trending Videos
परीक्षा शुरू होते ही छात्रों को जब प्रश्न पत्र बांटे गए तो वो राज्य शिक्षा केंद्र के बजाय एनसीईआरटी के निकले। इससे छात्रों में हड़कंप मच गया। गलती सुधारने की जल्दबाजी में कर्मचारियों ने फिर दूसरी गलती कर दी। सेकेंड लैंग्वेज की जगह फर्स्ट लैंग्वेज का पेपर दे दिया गया।
विज्ञापन
विज्ञापन
परीक्षा केंद्रों में मची इस अफरा-तफरी के बीच शिक्षाकर्मी दौड़ते नज़र आए। पेपर सही करने की कोशिश की गई, लेकिन नई समस्या यह आई कि नए प्रश्न पत्र पर्याप्त संख्या में नहीं पहुंचे थे। ऐसे में छात्रों को पेपर भी नहीं मिले और वे अपने घर तक उसे ले जाकर हल नहीं कर सके। बड़ी बात यह रही कि इस लापरवाही पर जब जिम्मेदार अधिकारियों से जवाब मांगा गया तो उन्होंने फोन तक नहीं उठाया।
शिक्षा अधिकारी ने कहा है कि हमने गलती स्वीकार की है। इस पर जांच होगी और ज़िम्मेदारों पर कार्रवाई की जाएगी। इस पूरे मामले में डीपीसी महेंद्र सिंह सेंगर ने एपीसी बृजमोहन दुबे को स्पष्टीकरण देने का नोटिस जारी कर दिया है। अब सवाल ये उठता है कि क्या इस मामले में ठोस कार्रवाई होगी या सिर्फ एक नोटिस जारी कर लापरवाही पर पर्दा डाल दिया जाएगा? शिक्षा प्रणाली में इस तरह की लापरवाहियां बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ हैं। देखना होगा कि क्या शिक्षा विभाग इस गलती से सबक लेता है या फिर यह मामला भी फाइलों में दफन हो जाएगा।