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Mandsaur News: फसल के मुआवजे को लेकर कांग्रेस की ट्रैक्टर रैली, कार्यकर्ताओं और पुलिस में हुई झड़प
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मंदसौर
Published by: मंदसौर ब्यूरो
Updated Tue, 07 Oct 2025 10:39 AM IST
सार
लिस प्रशासन ने रैली को रोकने के लिए जिलेभर में 24 स्थानों पर बेरिकेड्स लगाए और कई किसानों को रोक दिया। कांग्रेस नेताओं ने इसे प्रशासन का भेदभावपूर्ण रवैया बताते हुए विरोध जताया।
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पुलिस और कांग्रेसियों के बीच हुई झड़प
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
अतिवृष्टि और पिला मोजक बीमारी से चौपट हुई फसलों का उचित मुआवजा देने और समर्थन मूल्य की मांग को लेकर कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं ने गांधी चौराहे से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक ट्रैक्टर रैली निकाली। कांग्रेस के प्रदर्शन को रोकने के लिए प्रशासन ने जगह-जगह बेरीकेट्स लगाए। ट्रैक्टर लेकर आए किसानों को रोक दिया गया। कांग्रेस नेताओं ने अपना विरोध दर्ज करवाया। सोमवार 12.30 बजे कांग्रेस द्वारा किसानों की मांगों को लेकर गांधी चौराहा से कलेक्ट्रेट कार्यालय तक रैली निकाली गई। यहां धरना देकर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा गया।
पिला मौजक और अतिवृष्टि से सोयाबीन, मूंगफली सहित अन्य फसलें लगभग खराब हो चुकी है। किसानों का आरोप है कि सरकार द्वारा किसानों को जो मुआवजा दिया गया वह ऊंट के मुंह में जीरे के सामन है। इसको लेकर जिला कांग्रेस द्वारा सोमवार को ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया। इसको लेकर प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार था। जिले में विभिन्न स्थानों पर बेरीकेट्स लगाकर पुलिस प्रदर्शन में शामिल होने आने वाले ट्रैक्टरों को वहीं रोक दिया। सीतामऊ फाटक ब्रिज पर भी बेरिकेड्स लगाकर रैली में आने वाले ट्रैक्टरों को रोका गया। जिले में कुल 24 जगहों पर बेरिकेड्स लगाए गए थे।
मंदसौर विधायक विपिन जैन और जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि कई जगहों पर रैली में शामिल होने आ रहे किसानों को रोकने की सूचना मिल रही है। कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन के इस रवैय्ये को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। नेता सूचना मिलने पर जगह-जगह पहुंचे। यहां पुलिस अधिकारियों से बात की।
भाजपा की ट्रैक्टर रैली को नहीं रोक और कांग्रेस की रेली में ट्रैक्टर रोके
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एक दिन पूर्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी इसी तरह की ट्रैक्टर रैली निकाली थी, जिसे पुलिस प्रशासन ने नहीं रोका। वहीं, जब किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस के नेतृत्व में रैली निकाली जा रही थी तो उसे बलपूर्वक रोक दिया गया। कांग्रेस ने पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को भेदभावपूर्ण बताया और किसानों की आवाज दबाने का आरोप लगाया है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह कार्रवाई दर्शाती है कि सरकार किसानों की मांगों को लेकर कितनी असंवेदनशील है और किस तरह विपक्ष को भी अपनी बात रखने से रोका जा रहा है।
कांग्रेस के आव्हान पर बड़ी संख्या में पहुंचे किसान
कांग्रेस द्वारा किसानों से किए गए आह्वान पर बड़ी संख्या में किसान व कांग्रेस कार्यकर्ता गांधी चौराहा पर पहुंचे। यहां से रेली के रूप में सुशासन भवन तक पहुंचे। इसका उद्देश्य हाल ही में हुई अत्यधिक बारिश से फसलों को हुए नुकसान के लिए अपर्याप्त मुआवजा राशि और फसल बीमा की मांगों को लेकर राज्य सरकार का विरोध करना था। जिले में भारी बारिश के कारण किसानों की फसलों को व्यापक क्षति हुई है।
ऊंट के मुंह में जीरे के सामन मिला मुआवजा
जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र सिंह गुर्जर ने राज्य सरकार द्वारा दिए गए मुआवजे को अपर्याप्त बताया है। उन्होंने कहा कि 500-700 रुपये प्रति बीघा की दर से दिया गया मुआवजा किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए पर्याप्त नहीं है। कांग्रेस का कहना है कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक किसानों को उनकी सोयाबीन और मूंगफली जैसी फसलों का उचित मुआवजा और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित नहीं हो जाती।
पुलिस ने बेरीकेट्स लगाकर रोका, हुई झड़प
कांग्रेस द्वारा निकाली गई रेली को प्रशासन द्वारा बेरीकेट्स लगाकर टोकने की कोशिश की गई ताकि रेली सुशासन भवन तक ना पहुंच सके। इस दौरान कांग्रेस और पुलिस के बीच बेरीकेट्स हटाने को लेकर झड़प भी हुई। इसी बीच विधायक विपिन जैन बेरीकेट्स पर चढ़कर बेरीकेट्स पार कर गए वही दूसरी ओर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी बेरीकेट्स हटा दिए और सुशासन भवन के गेट पर पहुंचकर धरने पर बैठ गए। यहां किसानों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
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पिला मौजक और अतिवृष्टि से सोयाबीन, मूंगफली सहित अन्य फसलें लगभग खराब हो चुकी है। किसानों का आरोप है कि सरकार द्वारा किसानों को जो मुआवजा दिया गया वह ऊंट के मुंह में जीरे के सामन है। इसको लेकर जिला कांग्रेस द्वारा सोमवार को ट्रैक्टर रैली का आयोजन किया गया। इसको लेकर प्रशासन भी पूरी तरह से तैयार था। जिले में विभिन्न स्थानों पर बेरीकेट्स लगाकर पुलिस प्रदर्शन में शामिल होने आने वाले ट्रैक्टरों को वहीं रोक दिया। सीतामऊ फाटक ब्रिज पर भी बेरिकेड्स लगाकर रैली में आने वाले ट्रैक्टरों को रोका गया। जिले में कुल 24 जगहों पर बेरिकेड्स लगाए गए थे।
मंदसौर विधायक विपिन जैन और जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र सिंह गुर्जर ने बताया कि कई जगहों पर रैली में शामिल होने आ रहे किसानों को रोकने की सूचना मिल रही है। कांग्रेस नेताओं ने प्रशासन के इस रवैय्ये को लेकर आक्रोश व्यक्त किया। नेता सूचना मिलने पर जगह-जगह पहुंचे। यहां पुलिस अधिकारियों से बात की।
भाजपा की ट्रैक्टर रैली को नहीं रोक और कांग्रेस की रेली में ट्रैक्टर रोके
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि एक दिन पूर्व भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भी इसी तरह की ट्रैक्टर रैली निकाली थी, जिसे पुलिस प्रशासन ने नहीं रोका। वहीं, जब किसानों के मुद्दे पर कांग्रेस के नेतृत्व में रैली निकाली जा रही थी तो उसे बलपूर्वक रोक दिया गया। कांग्रेस ने पुलिस प्रशासन की इस कार्रवाई को भेदभावपूर्ण बताया और किसानों की आवाज दबाने का आरोप लगाया है। विरोध प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस नेताओं ने कहा कि यह कार्रवाई दर्शाती है कि सरकार किसानों की मांगों को लेकर कितनी असंवेदनशील है और किस तरह विपक्ष को भी अपनी बात रखने से रोका जा रहा है।
कांग्रेस के आव्हान पर बड़ी संख्या में पहुंचे किसान
कांग्रेस द्वारा किसानों से किए गए आह्वान पर बड़ी संख्या में किसान व कांग्रेस कार्यकर्ता गांधी चौराहा पर पहुंचे। यहां से रेली के रूप में सुशासन भवन तक पहुंचे। इसका उद्देश्य हाल ही में हुई अत्यधिक बारिश से फसलों को हुए नुकसान के लिए अपर्याप्त मुआवजा राशि और फसल बीमा की मांगों को लेकर राज्य सरकार का विरोध करना था। जिले में भारी बारिश के कारण किसानों की फसलों को व्यापक क्षति हुई है।
ऊंट के मुंह में जीरे के सामन मिला मुआवजा
जिला कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र सिंह गुर्जर ने राज्य सरकार द्वारा दिए गए मुआवजे को अपर्याप्त बताया है। उन्होंने कहा कि 500-700 रुपये प्रति बीघा की दर से दिया गया मुआवजा किसानों के नुकसान की भरपाई के लिए पर्याप्त नहीं है। कांग्रेस का कहना है कि यह संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक किसानों को उनकी सोयाबीन और मूंगफली जैसी फसलों का उचित मुआवजा और न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीद सुनिश्चित नहीं हो जाती।
पुलिस ने बेरीकेट्स लगाकर रोका, हुई झड़प
कांग्रेस द्वारा निकाली गई रेली को प्रशासन द्वारा बेरीकेट्स लगाकर टोकने की कोशिश की गई ताकि रेली सुशासन भवन तक ना पहुंच सके। इस दौरान कांग्रेस और पुलिस के बीच बेरीकेट्स हटाने को लेकर झड़प भी हुई। इसी बीच विधायक विपिन जैन बेरीकेट्स पर चढ़कर बेरीकेट्स पार कर गए वही दूसरी ओर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भी बेरीकेट्स हटा दिए और सुशासन भवन के गेट पर पहुंचकर धरने पर बैठ गए। यहां किसानों की मांगों को लेकर मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।