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MP News: सीहोर में धर्मांतरण के आरोपी जब्बार पर प्रशासनिक कार्रवाई, अवैध मकान पर चला बुलडोजर
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सीहोर
Published by: सीहोर ब्यूरो
Updated Mon, 15 Sep 2025 08:44 PM IST
सार
मामला 17 अगस्त को उजागर हुआ था, जब गोविंद मसुरे ने थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि जब्बार खान और उसकी पत्नी ताहिरा खान ने धर्मांतरण के लिए दबाव और प्रलोभन दिया। पुलिस ने जब्बार खान को गिरफ्तार किया और नगर पालिका ने नोटिस के बाद अवैध निर्माण पर बुलडोजर चला दिया।
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सीहोर में धर्मांतरण मामले पर बुलडोजर कार्रवाई।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
सीहोर जिला मुख्यालय पर सोमवार को पहली बार धर्मांतरण से जुड़े मामले में प्रशासनिक एक्शन हुआ। नगर पालिका ने मुख्य आरोपी जब्बार खान के हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित मकान के अवैध हिस्से को ध्वस्त कर दिया। कार्रवाई के दौरान भारी पुलिस बल मौजूद रहा, ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति न बने। यह पूरा मामला 17 अगस्त को सामने आया था, जब गोविंद मसुरे नामक व्यक्ति ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। उसने आरोप लगाया कि जब्बार खान और उसकी पत्नी ताहिरा खान ने उसे धर्मांतरण के लिए दबाव डाला और प्रलोभन भी दिया। इस शिकायत को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने दोनों के खिलाफ मध्य प्रदेश धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम 2021 की धारा 3/5 के तहत मामला दर्ज किया।
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पुलिस की त्वरित कार्रवाई
शिकायत के बाद पुलिस अधीक्षक दीपक शुक्ला और नगर निरीक्षक अभिनंदना शर्मा के निर्देश पर विशेष टीम बनाई गई। मुखबिर की सूचना पर जब्बार खान को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के समय वह कथित रूप से बाइबिल हाथ में लिए प्रार्थना कर रहा था। इस पूरे मामले में कोतवाली थाने के आरक्षक वीरेंद्र अहिरवार की लापरवाही सामने आई, जिस पर उसे निलंबित कर विभागीय जांच शुरू कर दी गई।
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नगर पालिका भी हुई सक्रिय
पुलिस कार्रवाई के बाद नगर पालिका प्रशासन ने भी अपने स्तर पर जांच शुरू की। रिकॉर्ड में पाया गया कि जिस भूखंड पर मकान बना था वह मूलरूप से अशोक डाबी के नाम आवंटित हुआ था। वर्ष 2018 में जब्बार खान ने इसे खरीदा और बिना किसी अनुमति के ऊपरी मंजिल पर अवैध निर्माण कर लिया। नगर पालिका ने पहले नोटिस देकर भवन निर्माण की अनुमति दिखाने को कहा, लेकिन जवाब न मिलने पर 15 दिन का अंतिम नोटिस चिपकाया गया।
नोटिस के बाद चला बुलडोजर
नोटिस की अवधि समाप्त होने के बाद सोमवार सुबह नगर पालिका का दस्ता बुलडोजर और पोकलेन मशीन लेकर पहुंचा। पुलिस और राजस्व विभाग की मौजूदगी में अवैध हिस्से को गिराने की कार्रवाई शुरू हुई। देखते ही देखते ऊपरी मंजिल का निर्माण मलबे में तब्दील हो गया। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौके पर जमा हो गए और नगर पालिका के कदम को सख्त संदेश मानते हुए चर्चा करते रहे।
बजरंग दल की सक्रियता और घटना का खुलासा
दरअसल इस पूरे मामले का खुलासा तब हुआ जब बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सूचना पाकर मौके पर पहुंचकर प्रार्थना सभा की वीडियो रिकॉर्डिंग की थी। वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस-प्रशासन हरकत में आया और मामला धार्मिक स्वतंत्रता अधिनियम के तहत दर्ज किया गया। इसके बाद से ही जब्बार खान पर कार्रवाई तय मानी जा रही थी।
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प्रशासन का सख्त संदेश
नगर पालिका अधिकारी सुधीर सिंह ने कहा कि शहर में अवैध निर्माण और धर्मांतरण जैसी गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नोटिस देने के बाद भी अनुमति पत्र प्रस्तुत न करने वाले जब्बार खान पर बुलडोजर चलाना प्रशासन की बाध्यता थी। अधिकारियों ने साफ शब्दों में कहा कि सीहोर में कानून के खिलाफ जाने वालों पर इसी तरह की कार्रवाई जारी रहेगी।
जांच अभी जारी
फिलहाल जब्बार खान जेल में है और उसकी पत्नी ताहिरा खान पर भी पुलिस जांच जारी है। प्रशासन यह भी जांच कर रहा है कि धर्मांतरण की गतिविधियों में और कौन लोग शामिल थे तथा कितने लोग प्रभावित हुए। नगर पालिका की ओर से बताया गया कि भविष्य में ऐसे मामलों को लेकर जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई जाएगी।