{"_id":"6902e50c641e067a880a90aa","slug":"search-of-00-cameras-48-hour-struggle-and-finally-innocent-girl-returned-to-her-mother-case-of-2025-10-30","type":"story","status":"publish","title_hn":"राहत : मां की ममता और पुलिस की मुस्तैदी की विजय, सागर में मिली शिवपुरी जिला अस्पताल से चोरी हुई नवजात बच्ची","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
राहत : मां की ममता और पुलिस की मुस्तैदी की विजय, सागर में मिली शिवपुरी जिला अस्पताल से चोरी हुई नवजात बच्ची
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, शिवपुरी
Published by: तरुणेंद्र चतुर्वेदी
Updated Thu, 30 Oct 2025 09:40 AM IST
विज्ञापन
सार
Shivpuri District Hospital: शिवपुरी जिला अस्पताल से नवजात बच्ची चोरी करने वाली महिला को पुलिस ने 200 सीसीटीवी कैमरों की मदद से सागर से गिरफ्तार कर लिया। बच्ची सकुशल बरामद हुई है और आरोपी पर 30 हजार रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस की मेहनत रंग लाई, मां की गोद में लौटी उसकी जिंदगी की सबसे बड़ी खुशी।
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
शिवपुरी के जिला अस्पताल से नवजात बच्ची चोरी करने वाली महिला को पुलिस ने सागर जिले से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी तक पहुंचने के लिए 200 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। आरोपी महिला चोरी के बाद बस से सागर तक पहुंच गई थी। सागर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। नवजात बच्ची को भी सुरक्षित बरामद कर सागर के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। फिलहाल आरोपी महिला को शिवपुरी लाया जा रहा है, जहां उससे पूछताछ की जाएगी।
30 हजार का इनाम था घोषित
शिवपुरी कोतवाली थाना क्षेत्र के जिला अस्पताल से बुधवार सुबह एक अज्ञात महिला एक आदिवासी प्रसूता की एक दिन की बच्ची को चोरी करके ले गई थी। यह पूरी घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी ने आरोपी महिला का सुराग देने वाले को 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था
जानकारी के अनुसार, बामौरकलां के विशुनपुरा निवासी रौशनी पत्नी सुनील आदिवासी (23 वर्ष) को 27 अक्तूबर को प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 27-28 अक्तूबर की दरम्यानी रात करीब 1:56 बजे उसने एक बच्ची को जन्म दिया। प्रसूता की हालत गंभीर होने पर उसे मेटरनिटी विंग के एचडीयू वार्ड (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) में भर्ती कराया गया।
पहले बढ़ाया भरोसा, फिर बच्ची लेकर हुई फरार
28 अक्तूबर की रात एक अज्ञात महिला प्रसूता की ननद रामवती से मिली और खुद को उनके गांव की आशा कार्यकर्ता की रिश्तेदार बताकर पहचान बना ली। उसने अपना नाम लता आदिवासी बताया और पूरी रात परिजनों के संपर्क में रही। वह प्रसूता के लिए खाने-पीने का सामान और दूध-चाय लेकर आती-जाती रही।
आस-पास के क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले
29 अक्तूबर की सुबह करीब 4:48 बजे वह महिला प्रसूता से यह कहकर बच्ची को बेड से उठा लाई कि वह बच्ची को उसके पिता सुनील को खिलाने के लिए ले जा रही है। इसके बाद वह नवजात को लेकर फरार हो गई। घटना का पता चलते ही पुलिस ने पूरे शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और आस-पास के क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले।
सागर में घेराबंदी कर पकड़ी गई आरोपी महिला
एसपी अमन सिंह राठौड़ के निर्देश पर पुलिस की कई टीमें गठित की गईं। जांच के दौरान आरोपी की पहचान बड़ा गांव निवासी शारदा आदिवासी के रूप में हुई। वह पहले भी चोरी के एक मामले में आरोपी रह चुकी है। पुलिस की लगातार निगरानी के बाद यह महिला बस बदलते हुए करीब 280 किलोमीटर दूर सागर पहुंच गई थी। यहां सागर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। बच्ची पूरी तरह सुरक्षित है और उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है।
पुलिस करेगी विस्तृत जांच
एसपी अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि सागर पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर महिला को एक यात्री बस से गिरफ्तार किया गया। बच्ची स्वस्थ है और महिला को शिवपुरी लाकर पूछताछ की जाएगी।
ये भी पढ़ें- Damoh News: तेज रफ्तार बोलेरो ने ऑटो को मारी टक्कर, एक की मौत 12 लोग घायल; तीन गंभीर घायल जबलपुर रेफर
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने दी बधाई
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी पुलिस को इस संवेदनशील मामले में तत्परता दिखाने के लिए बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि शिवपुरी पुलिस ने सक्रियता और सजगता के साथ नवजात बच्ची की सुरक्षित बरामदगी कर उत्कृष्ट कार्य किया है।
30 हजार का इनाम था घोषित
शिवपुरी कोतवाली थाना क्षेत्र के जिला अस्पताल से बुधवार सुबह एक अज्ञात महिला एक आदिवासी प्रसूता की एक दिन की बच्ची को चोरी करके ले गई थी। यह पूरी घटना अस्पताल में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए आईजी ने आरोपी महिला का सुराग देने वाले को 30 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।
विज्ञापन
विज्ञापन
जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था
जानकारी के अनुसार, बामौरकलां के विशुनपुरा निवासी रौशनी पत्नी सुनील आदिवासी (23 वर्ष) को 27 अक्तूबर को प्रसव के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। 27-28 अक्तूबर की दरम्यानी रात करीब 1:56 बजे उसने एक बच्ची को जन्म दिया। प्रसूता की हालत गंभीर होने पर उसे मेटरनिटी विंग के एचडीयू वार्ड (हाई डिपेंडेंसी यूनिट) में भर्ती कराया गया।
पहले बढ़ाया भरोसा, फिर बच्ची लेकर हुई फरार
28 अक्तूबर की रात एक अज्ञात महिला प्रसूता की ननद रामवती से मिली और खुद को उनके गांव की आशा कार्यकर्ता की रिश्तेदार बताकर पहचान बना ली। उसने अपना नाम लता आदिवासी बताया और पूरी रात परिजनों के संपर्क में रही। वह प्रसूता के लिए खाने-पीने का सामान और दूध-चाय लेकर आती-जाती रही।
आस-पास के क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले
29 अक्तूबर की सुबह करीब 4:48 बजे वह महिला प्रसूता से यह कहकर बच्ची को बेड से उठा लाई कि वह बच्ची को उसके पिता सुनील को खिलाने के लिए ले जा रही है। इसके बाद वह नवजात को लेकर फरार हो गई। घटना का पता चलते ही पुलिस ने पूरे शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और आस-पास के क्षेत्रों के सीसीटीवी कैमरे खंगाले।
सागर में घेराबंदी कर पकड़ी गई आरोपी महिला
एसपी अमन सिंह राठौड़ के निर्देश पर पुलिस की कई टीमें गठित की गईं। जांच के दौरान आरोपी की पहचान बड़ा गांव निवासी शारदा आदिवासी के रूप में हुई। वह पहले भी चोरी के एक मामले में आरोपी रह चुकी है। पुलिस की लगातार निगरानी के बाद यह महिला बस बदलते हुए करीब 280 किलोमीटर दूर सागर पहुंच गई थी। यहां सागर पुलिस ने घेराबंदी कर उसे पकड़ लिया। बच्ची पूरी तरह सुरक्षित है और उसका स्वास्थ्य परीक्षण कराया गया है।
पुलिस करेगी विस्तृत जांच
एसपी अमन सिंह राठौड़ ने बताया कि सागर पुलिस को मिले इनपुट के आधार पर महिला को एक यात्री बस से गिरफ्तार किया गया। बच्ची स्वस्थ है और महिला को शिवपुरी लाकर पूछताछ की जाएगी।
ये भी पढ़ें- Damoh News: तेज रफ्तार बोलेरो ने ऑटो को मारी टक्कर, एक की मौत 12 लोग घायल; तीन गंभीर घायल जबलपुर रेफर
केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने दी बधाई
केंद्रीय संचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शिवपुरी पुलिस को इस संवेदनशील मामले में तत्परता दिखाने के लिए बधाई दी है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि शिवपुरी पुलिस ने सक्रियता और सजगता के साथ नवजात बच्ची की सुरक्षित बरामदगी कर उत्कृष्ट कार्य किया है।