{"_id":"691d37bd1de7bb53d003ef28","slug":"a-helpless-elderly-man-reached-ujjain-in-search-of-justice-wife-in-a-wheelchair-officials-ujjain-news-c-1-1-noi1228-3645644-2025-11-19","type":"story","status":"publish","title_hn":"MP: जनसुनवाई में भावुक कर देने वाला दृश्य, बेटों ने ठुकराया, पोता बना सहारा, बुजुर्ग दंपत्ति ने मांगा न्याय","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
MP: जनसुनवाई में भावुक कर देने वाला दृश्य, बेटों ने ठुकराया, पोता बना सहारा, बुजुर्ग दंपत्ति ने मांगा न्याय
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन
Published by: उज्जैन ब्यूरो
Updated Wed, 19 Nov 2025 09:41 AM IST
सार
उज्जैन की जनसुनवाई में माकड़ौन क्षेत्र से आए एक बुजुर्ग दंपत्ति ने अपने साथ हुए अन्याय की दर्दभरी कहानी सुनाई। बुजुर्ग ने बताया कि उनके ही तीन बेटों और बहुओं ने उन्हें और उनकी लकवाग्रस्त पत्नी को घर से निकाल दिया और मारपीट भी की। 29 सितंबर से वे घर से बाहर हैं और रिश्तेदारों के सहारे रह रहे हैं।
विज्ञापन
जनसुनवाई सुनते हुए कलेक्टर
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
न्याय की तलाश में माकड़ौन क्षेत्र से एक बुजुर्ग दंपत्ति सोमवार को जनसुनवाई में पहुंचे। पत्नी लकवाग्रस्त थीं, जिन्हें उनका पोता व्हीलचेयर पर बैठाकर लेकर आया। दंपत्ति की हालत और उनकी पीड़ा देखकर अधिकारी भी कुछ देर के लिए स्तब्ध रह गए। जनसुनवाई के दौरान ऐसा दृश्य सामने आया जिसने वहां मौजूद हर व्यक्ति को भावुक कर दिया।
शिकायत सुनाते समय बुजुर्ग व्यक्ति रो पड़े। उन्होंने बताया कि उनके ही तीन बेटों और बहुओं ने मिलकर उन्हें घर से निकाल दिया और मारपीट तक की। वृद्ध ने दर्द भरी आवाज में कहा, “29 सितंबर से घर से बाहर हूं… रिश्तेदारों के सहारे रह रहा हूं। जमीन, मकान-सबमें हिस्सा दे चुका हूं, फिर भी बेटों का लालच खत्म नहीं हुआ। मुझे और मेरी लकवाग्रस्त पत्नी को घर से धक्के देकर निकाल दिया।” इतना कहते ही बुजुर्ग की आवाज कांप गई और आंखें भर आईं।
मामले में सबसे संवेदनशील पहलू यह रहा कि जब बेटों ने अपने माता-पिता को ठुकरा दिया, तब एक पोते ने इंसानियत और रिश्तों की मिसाल पेश की। वह अपने दादा को संभालते हुए और दादी को व्हीलचेयर पर बैठाकर जनसुनवाई स्थल तक लेकर आया। पोते की यह जिम्मेदारी और संवेदनशीलता देखकर वहां मौजूद कई लोग भावुक हो उठे।
ये भी पढ़ें- गर्लफ्रेंड ने बात करना बंद किया तो शादीशुदा युवक ने उतारा मौत के घाट, सरेराह घोंपे चाकू
मामले की गंभीरता को देखते हुए जनसुनवाई में उपस्थित डिप्टी कलेक्टर शाश्वत शर्मा तुरंत कार्रवाई में जुट गईं। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग दंपत्ति की शिकायत वरिष्ठजन भरण-पोषण अधिनियम के तहत दर्ज की जा रही है। एसडीएम को तत्काल केस दर्ज करने और दोनों पक्षों को सुनकर बुजुर्ग दंपत्ति को राहत देने के निर्देश दिए गए हैं। डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि बुजुर्ग दंपत्ति को न्याय दिलाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
Trending Videos
शिकायत सुनाते समय बुजुर्ग व्यक्ति रो पड़े। उन्होंने बताया कि उनके ही तीन बेटों और बहुओं ने मिलकर उन्हें घर से निकाल दिया और मारपीट तक की। वृद्ध ने दर्द भरी आवाज में कहा, “29 सितंबर से घर से बाहर हूं… रिश्तेदारों के सहारे रह रहा हूं। जमीन, मकान-सबमें हिस्सा दे चुका हूं, फिर भी बेटों का लालच खत्म नहीं हुआ। मुझे और मेरी लकवाग्रस्त पत्नी को घर से धक्के देकर निकाल दिया।” इतना कहते ही बुजुर्ग की आवाज कांप गई और आंखें भर आईं।
विज्ञापन
विज्ञापन
मामले में सबसे संवेदनशील पहलू यह रहा कि जब बेटों ने अपने माता-पिता को ठुकरा दिया, तब एक पोते ने इंसानियत और रिश्तों की मिसाल पेश की। वह अपने दादा को संभालते हुए और दादी को व्हीलचेयर पर बैठाकर जनसुनवाई स्थल तक लेकर आया। पोते की यह जिम्मेदारी और संवेदनशीलता देखकर वहां मौजूद कई लोग भावुक हो उठे।
ये भी पढ़ें- गर्लफ्रेंड ने बात करना बंद किया तो शादीशुदा युवक ने उतारा मौत के घाट, सरेराह घोंपे चाकू
मामले की गंभीरता को देखते हुए जनसुनवाई में उपस्थित डिप्टी कलेक्टर शाश्वत शर्मा तुरंत कार्रवाई में जुट गईं। उन्होंने बताया कि बुजुर्ग दंपत्ति की शिकायत वरिष्ठजन भरण-पोषण अधिनियम के तहत दर्ज की जा रही है। एसडीएम को तत्काल केस दर्ज करने और दोनों पक्षों को सुनकर बुजुर्ग दंपत्ति को राहत देने के निर्देश दिए गए हैं। डिप्टी कलेक्टर ने कहा कि बुजुर्ग दंपत्ति को न्याय दिलाने के लिए हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।