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Ujjain Mahakal: वैष्णव तिलक लगाकर सजे बाबा महाकाल, भस्म आरती में हजारों श्रद्धालुओं ने किए दिव्य दर्शन
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उज्जैन
Published by: उज्जैन ब्यूरो
Updated Mon, 25 Aug 2025 07:48 AM IST
सार
पुजारियों ने भगवान का जलाभिषेक, पंचामृत स्नान और विशेष शृंगार कर भस्म अर्पित की। इस अवसर पर बाबा महाकाल को नवीन मुकुट और गुलाब की माला धारण कराई गई तथा वैष्णव तिलक लगाकर निराले स्वरूप में शृंगार किया गया।
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भस्म आरती दर्शन
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
भादौ मास शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि पर आज सोमवार सुबह भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल के दरबार में हजारों श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा। इस दौरान भक्त देर रात से ही लाइन में लगकर अपने ईष्ट देव के दर्शन करने के लिए अपनी बारी आने का इंतजार कर रहे थे तो वहीं बाबा महाकाल भी भक्तों को दर्शन देने के लिए सुबह 4 बजे जागे।
श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर मे भादव माह शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि वार सोमवार पर सुबह 4 बजे भस्म आरती हुई। इस दौरान वीरभद्र जी से आज्ञा लेकर मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। जिसके बाद भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से किया गया। पूजन के दौरान प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया।
पुजारियों और पुरोहितों ने इस दौरान बाबा महाकाल का विशेष शृंगार कर कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट के साथ गुलाब की माला धारण कराई गई। उसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल के शिवलिंग पर भस्म अर्पित की गई। आज सुबह भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का वैष्णव तिलक लगाकर निराले स्वरूप में शृंगार किया गया। इस दिव्य दर्शन का लाभ हजारों भक्तों ने लिया और जय श्री महाकाल का जयघोष भी किया, जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार साकार स्वरूप में दर्शन देते हैं।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में भक्त द्वारा नगद राशि दान में प्राप्त
श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुजरात के अहमदाबाद से आये भक्त नितिन असनानी व आदित्य असनानी द्वारा रुपये 2 लाख 51 हजार की नगद राशि दान की गई। मंदिर प्रबंध समिति की ओर से सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल द्वारा दानदाता को धन्यवाद ज्ञापित किया गया व दानदाता का सम्मान कर विधिवत रसीद प्रदान की गई।
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श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी पंडित महेश शर्मा ने बताया कि विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर मे भादव माह शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि वार सोमवार पर सुबह 4 बजे भस्म आरती हुई। इस दौरान वीरभद्र जी से आज्ञा लेकर मंदिर के पट खुलते ही पण्डे पुजारियों ने गर्भगृह में स्थापित सभी भगवान की प्रतिमाओं का पूजन किया। जिसके बाद भगवान महाकाल का जलाभिषेक दूध, दही, घी, शक्कर पंचामृत और फलों के रस से किया गया। पूजन के दौरान प्रथम घंटाल बजाकर हरि ओम का जल अर्पित किया गया।
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पुजारियों और पुरोहितों ने इस दौरान बाबा महाकाल का विशेष शृंगार कर कपूर आरती के बाद बाबा महाकाल को नवीन मुकुट के साथ गुलाब की माला धारण कराई गई। उसके बाद महानिर्वाणी अखाड़े की ओर से भगवान महाकाल के शिवलिंग पर भस्म अर्पित की गई। आज सुबह भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का वैष्णव तिलक लगाकर निराले स्वरूप में शृंगार किया गया। इस दिव्य दर्शन का लाभ हजारों भक्तों ने लिया और जय श्री महाकाल का जयघोष भी किया, जिससे पूरा मंदिर परिसर जय श्री महाकाल की गूंज से गुंजायमान हो गया। भस्म आरती में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रद्धालुओं ने बाबा महाकाल का आशीर्वाद लिया। मान्यता है की भस्म अर्पित करने के बाद भगवान निराकार साकार स्वरूप में दर्शन देते हैं।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में भक्त द्वारा नगद राशि दान में प्राप्त
श्री महाकालेश्वर मंदिर में गुजरात के अहमदाबाद से आये भक्त नितिन असनानी व आदित्य असनानी द्वारा रुपये 2 लाख 51 हजार की नगद राशि दान की गई। मंदिर प्रबंध समिति की ओर से सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल द्वारा दानदाता को धन्यवाद ज्ञापित किया गया व दानदाता का सम्मान कर विधिवत रसीद प्रदान की गई।