ज्योतिषीय गणना के आधार पर शनिदेव 23 मई 2021 से मकर राशि में उल्टी चाल चल रहे थे। लेकिन अब वे 11अक्टूबर 2021 दिन सोमवार को सुबह 08 बजकर 11 मिनट पर मार्गी होंगे। अर्थात सीधी चाल से चलेंगे। शनि मकर राशि में 29 अप्रैल 2022 तक मार्गी रहेंगे। उसके बाद वे कुंभ राशि में गोचर कर जाएंगे, पुन: जुलाई 2022 में मकर राशि में गोचर करेंगे। शनि के मार्गी होने से कई राशियों को लाभ होगा। साथ ही देश-दुनिया पर भी शनि के मार्गी होने का विशेष प्रभाव पड़ेगा।
शनि को न्याय का देवता भी कहा जाता है यानी कि शनि आपके कर्मों के अनुसार ही आपको फल प्रदान करते हैं। यह आपके कर्मों पर पूरी तरह से निर्भर करता है कि शनि आपके लिए किस प्रकार से फलदायी साबित होंगे। यदि आप अच्छे कर्म करते हैं तो शनि आपको सकारात्मक फल देंगे और यदि आप बुरे कर्मों में संलिप्त पाए जाते हैं तो अवश्य ही आपको शनि के नकारात्मक प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है। शनि यदि किसी जातक को नकारात्मक फल देते हैं तो उसे पीड़ा और असंतोष का सामना करना पड़ता है, जबकि शनि यदि किसी जातक को सकारात्मक फल प्रदान करते हैं तो उस जातक का जीवन सुख और समृद्धि से भर जाता है। शनि अपनी धीमी गति की वजह से परिणाम भी धीमे ही देते हैं, जो कि लंबे समय तक प्रभावशाली रहते हैं। शनि के मकर राशि में मार्गी होने का प्रभाव सभी बारह राशियों पर क्या रहेगा, आइये जानते हैं।
शनि को न्याय का देवता भी कहा जाता है यानी कि शनि आपके कर्मों के अनुसार ही आपको फल प्रदान करते हैं। यह आपके कर्मों पर पूरी तरह से निर्भर करता है कि शनि आपके लिए किस प्रकार से फलदायी साबित होंगे। यदि आप अच्छे कर्म करते हैं तो शनि आपको सकारात्मक फल देंगे और यदि आप बुरे कर्मों में संलिप्त पाए जाते हैं तो अवश्य ही आपको शनि के नकारात्मक प्रभावों का सामना करना पड़ सकता है। शनि यदि किसी जातक को नकारात्मक फल देते हैं तो उसे पीड़ा और असंतोष का सामना करना पड़ता है, जबकि शनि यदि किसी जातक को सकारात्मक फल प्रदान करते हैं तो उस जातक का जीवन सुख और समृद्धि से भर जाता है। शनि अपनी धीमी गति की वजह से परिणाम भी धीमे ही देते हैं, जो कि लंबे समय तक प्रभावशाली रहते हैं। शनि के मकर राशि में मार्गी होने का प्रभाव सभी बारह राशियों पर क्या रहेगा, आइये जानते हैं।