वास्तु शास्त्र व्यक्ति के जीवन को सुखी और सुगम बनाने में बहुत मददगार है। मकान खरीदने और उसका निर्माण करवाने से लेकर फर्नीचर एवं घर को सही प्रकार से व्यवस्थित करने तक के बारे में वास्तु शास्त्र में महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए हैं। हमारे जीवन में सुख-समृद्धि और खुशहाली लाने में वास्तु शास्त्र अहम भूमिका निभाता है। वास्तु में दिशाओं का विशेष महत्व होता है यदि घर की दिशा गलत या निर्माण करवाते समक्ष किसी भी चीज को गलत दिशा में बना दिया जाए तो व्यक्ति के जीवन में उन्नति रुक जाती है और जीवन में कई तरह की समस्याएं पैदा होने लगती हैं। वास्तु शास्त्र में कई वेधों के बारे में उल्लेख किया गया है। इनमें स्तंभवेध, वृक्षवेध और छाया वेध आदि होते हैं। इन वेधो में से एक छायावेध होता है। इसका मतलब होता है, आपके मकान पर किसी अन्य मकान, पेड़ या ऊंची बिल्डिंग की छाया पड़ना। यदि आपके मकान पर किसी चीज की छाया पड़ती है तो यह वास्तु दोष माना जाता है। छाया वेध के कारण परिवार के सदस्यों को गंभीर रोग जैसे मस्तिष्क के रोग, लकवा और हृदय संबंधी रोग आदि होने की आशंका रहती है। छायावेध के प्रभाव से तरक्की, सफलता और आर्थिक उन्नति में भी बाधाएं बनी रहती हैं। हांलांकि छाया कितनी अशुभ है यह इस बात पर निर्भर करता है कि वह किस प्रकार का छाया वेध है। तो चलिए जानते हैं कि किस प्रकार बनता है छायावेध और यह कितनी तरह का होता है।
आपके घर पर पड़ रही ये छाया होती है बेहद अशुभ, उठाना पड़ सकता है भयंकर नुकसान
ज्योतिष डेस्क, अमर उजाला
Published by: Shashi Shashi
Updated Tue, 15 Jun 2021 05:30 PM IST
सार
आपके मकान पर किसी चीज की छाया पड़ती है तो यह वास्तु दोष माना जाता है। छाया वेध के कारण परिवार के सदस्यों को गंभीर रोग जैसे मस्तिष्क के रोग, लकवा और हृदय संबंधी रोग आदि होने की आशंका रहती है। छायावेध के प्रभाव से तरक्की, सफलता और आर्थिक उन्नति में भी बाधाएं बनी रहती हैं।
विज्ञापन

कमेंट
कमेंट X