Vastu Tips For Home Balcony: बालकनी घर का वह स्थान है जहां हम अपने दिन की शुरुआत एक कप चाय या कॉफी के साथ करते हैं। बालकनी हमारे घर की ऊर्जा को संतुलित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में बालकनी की दिशा को लेकर कई नियम बनाए गए हैं, जिनकी मदद से व्यक्ति के जीवन की कई परेशानियां दूर हो जाती हैं। ऐसे में आज हम आपको बालकनी से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स के बारे में जानकारी देंगे। जिन्हें अपनाकर आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि पा सकते हैं।
Balcony Vastu Tips: वास्तु के अनुसार कैसी होनी चाहिए आपकी बालकनी? जानें इस जगह पर क्या रखना होगा शुभ
Vastu Tips: हर घर में बालकनी का स्थान बहुत ही खास होता है। वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में बालकनी की दिशा को लेकर कई नियम बनाए गए हैं, जिनका पालन करके हम जीवन में सुख-समृद्धि पा सकते हैं। ऐसे में आज हम आपको बालकनी से जुड़े कुछ वास्तु टिप्स के बारे में जानकारी देंगे।
घर में बालकनी का सही दिशा में होना जरुरी है क्योंकि इससे घर में मौजूद नाकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है और सकारात्मक ऊर्जा का उदय होता है। वास्तु के अनुसार, बालकनी का निर्माण उत्तर, पूर्व और उत्तर पूर्वी दिशा में होना शुभ माना जाता है, इन दिशाओं से सूर्य की रोशनी आती है। वहीं दक्षिण-पश्चिम या दक्षिण दिशा में बालकनी वाले घर से बचना चाहिए।
बालकनी बड़ी हो तो फर्नीचर रखने के लिए दक्षिण-पश्चिम दिशा का इस्तेमाल करना चाहिए। बालकनी के फर्नीचर और रंग का चयन भी वास्तु को प्रभावित करता है। वास्तु के अनुसार, फर्नीचर लोहे के बजाय लकड़ी का होना चाहिए तो वहीं बालकनी की दीवारों पर हल्के कलर पैलेट और पेस्टल रंगों का चयन करें।
वास्तु के अनुसार, बालकनी का आकार हमेशा चौकोर या आयताकार होना चाहिए, किसी अन्य आकार से बचना चाहिए। पॉजिटिव एनर्जी के लिए बालकनी के उत्तर पूर्वी दिशा में छोटे-पौधे लगाने चाहिए. जैसे- तुलसी, गेंदा, पुदीना, हल्दी आदि। वहीं मनीप्लांट या मौसमी फूल के पौधे को लगाने से घर में आपस में कभी झगड़े नहीं होते हैं।
वास्तु के अनुसार, बालकनी की छत पूरे घर की छत से कम होनी चाहिए। यदि आप बालकनी में झूला लगाने की योजना बना रहे हैं, तो यह उत्तर-पश्चिम दिशा में होना चाहिए ताकि आपका मुख पूर्व या उत्तर की ओर हो। बालकनी में पक्षियों के लिए एक जल का पात्र भी टांगना चाहिए, जिससे घर का हर सदस्य खुश रहता है।
डिस्क्लेमर (अस्वीकरण): यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों आदि पर आधारित है। यहां दी गई सूचना और तथ्यों की सटीकता, संपूर्णता के लिए अमर उजाला उत्तरदायी नहीं है।

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