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FASTag: अपना फास्टैग अकाउंट दूसरे बैंक में कैसे करें ट्रांसफर, जानें पूरी डिटेल्स
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Sat, 19 Jul 2025 01:19 PM IST
सार
अगर आपको बैंक से जुड़ी सर्विस में दिक्कत आ रही है या किसी और वजह से आप फास्टैग का बैंक बदलना चाहते हैं, तो अब यह काम आसान हो गया है।
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टोल टैक्स
- फोटो : PTI
FASTag (फास्टैग) एक स्टिकर होता है जिसमें RFID (रेडियो-फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) तकनीक लगी होती है। इसकी मदद से भारत के हाईवे पर टोल प्लाजा पर बिना कैश दिए अपने आप पेमेंट हो जाता है। अगर आप हाईवे पर अक्सर सफर करते हैं, तो मुमकिन है कि आपकी गाड़ी में पहले से ही फास्टैग लगा हो, जो किसी बैंक से जुड़े वॉलेट से लिंक रहता है।

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- फोटो : Adobe Stock
पर जब बैंक बदलना हो तो क्या करें
अगर आपको बैंक से जुड़ी सर्विस में दिक्कत आ रही है या किसी और वजह से आप फास्टैग का बैंक बदलना चाहते हैं, तो अब यह काम आसान हो गया है। टोल पेमेंट सिस्टम को और बेहतर बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) (एनएचएआई) ने ऐसा सिस्टम बनाया है, जिससे आप बिना किसी झंझट के अपना फास्टैग दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं।
यह भी पढ़ें - Ethanol Blending: पेट्रोल में इथेनॉल मिश्रण का लक्ष्य अब 27 प्रतिशत करने की तैयारी, नाम होगा E27
अगर आपको बैंक से जुड़ी सर्विस में दिक्कत आ रही है या किसी और वजह से आप फास्टैग का बैंक बदलना चाहते हैं, तो अब यह काम आसान हो गया है। टोल पेमेंट सिस्टम को और बेहतर बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) (एनएचएआई) ने ऐसा सिस्टम बनाया है, जिससे आप बिना किसी झंझट के अपना फास्टैग दूसरे बैंक में ट्रांसफर कर सकते हैं।
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- फोटो : AI
क्यों करते हैं लोग FASTag अकाउंट ट्रांसफर
1. आरबीआई का प्रतिबंध लगना
कभी-कभी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) किसी बैंक पर बैन लगा देता है, जो नियमों का पालन नहीं करते। अगर आपका फास्टैग ऐसे बैंक से जुड़ा है तो वह काम नहीं करेगा और आपको दूसरा बैंक चुनना ही पड़ेगा।
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1. आरबीआई का प्रतिबंध लगना
कभी-कभी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) किसी बैंक पर बैन लगा देता है, जो नियमों का पालन नहीं करते। अगर आपका फास्टैग ऐसे बैंक से जुड़ा है तो वह काम नहीं करेगा और आपको दूसरा बैंक चुनना ही पड़ेगा।
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- फोटो : संवाद
2. 'वन फास्टैग वन व्हीकल' की नीति
एनएचएआई की 'वन फास्टैग वन व्हीकल' पॉलिसी के मुताबिक, एक गाड़ी के साथ सिर्फ एक ही एक्टिव फास्टैग लिंक हो सकता है। अगर आपने एक ही गाड़ी के लिए अलग-अलग बैंकों से फास्टैग ले रखा है तो सिर्फ सबसे लेटेस्ट एक्टिवेटेड फास्टैग ही चलेगा। इसलिए आपको जरूरी हो जाता है कि सही बैंक से जुड़ा फास्टैग रखें।
यह भी पढ़ें - Nitin Gadkari: सरकार ला रही है नया फ्यूल एफिशिएंसी नियम CAFE 3, जानें इसका क्या होगा असर
एनएचएआई की 'वन फास्टैग वन व्हीकल' पॉलिसी के मुताबिक, एक गाड़ी के साथ सिर्फ एक ही एक्टिव फास्टैग लिंक हो सकता है। अगर आपने एक ही गाड़ी के लिए अलग-अलग बैंकों से फास्टैग ले रखा है तो सिर्फ सबसे लेटेस्ट एक्टिवेटेड फास्टैग ही चलेगा। इसलिए आपको जरूरी हो जाता है कि सही बैंक से जुड़ा फास्टैग रखें।
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3. अकाउंट इनएक्टिव होना या बेहतर सर्विस चाहिए
कई बार अकाउंट बैलेंस खत्म होने या लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होने की वजह से फास्टैग इनएक्टिव हो जाता है। ऐसे में यूजर को दूसरा बैंक चुनना पड़ता है। साथ ही अगर किसी और बैंक की सर्विस बेहतर मिल रही हो तो भी लोग अपना फास्टैग ट्रांसफर कर लेते हैं।
यह भी पढ़ें - AI: एनएचएआई ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के इस्तेमाल से बचाए ₹25,680 करोड़ और निपटाए 155 पुराने विवाद
कई बार अकाउंट बैलेंस खत्म होने या लंबे समय तक इस्तेमाल नहीं होने की वजह से फास्टैग इनएक्टिव हो जाता है। ऐसे में यूजर को दूसरा बैंक चुनना पड़ता है। साथ ही अगर किसी और बैंक की सर्विस बेहतर मिल रही हो तो भी लोग अपना फास्टैग ट्रांसफर कर लेते हैं।
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