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Roads: FY23-24 में प्रतिदिन 27 किमी से ज्यादा हुआ सड़क निर्माण, हर दिन 700 करोड़ रुपये तक हुए खर्च
ऑटो डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: अमर शर्मा
Updated Fri, 29 Mar 2024 06:36 PM IST
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Sohna Elevated Road
- फोटो : PTI
भारत में सड़क निर्माण की रफ्तार में सुधार हुआ है। फरवरी तक इस वित्तीय वर्ष में सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय प्रतिदिन औसतन 700 करोड़ रुपये खर्च करने के साथ यह रफ्तार दैनिक आधार पर 27 किमी तक पहुंच गई है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि 2019 में दैनिक औसत खर्च 190 करोड़ रुपये था।
National Highways
- फोटो : For Reference Only
फरवरी तक इस वर्ष कुल 9,088 किमी सड़कों का निर्माण किया गया है। जो 2020-21 में 11,143 किमी के असाधारण रूप से उच्च सड़क निर्माण के बाद दूसरे स्थान पर है। इस वित्तीय वर्ष के पहले तीन महीनों में सड़क निर्माण लगभग 25 किमी प्रतिदिन था, जो मानसून के आसपास गिर गया। अगस्त और अक्तूबर के आखिर में, मंत्रालय 21 किमी प्रतिदिन सड़क निर्माण कर रहा था जो नवंबर के आखिर तक बढ़कर 22 किमी प्रतिदिन और फिर जनवरी के आखिर तक 25 किमी प्रतिदिन हो गया।
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National Highway 301 in Ladakh
- फोटो : For Reference Only
परियोजनाओं का आवंटन धीमा
इस वित्तीय वर्ष के पहले 11 महीनों में, मंत्रालय सिर्फ 4,872 किमी सड़कों के लिए परियोजनाओं का आवंटन करने में सफल रहा, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे कम है। साथ ही, आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी में 1,400 किमी की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी।
16 मार्च को लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ, आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण मंत्रालय ने नई परियोजनाओं को आवंटित करना बंद कर दिया है। हालांकि, पहले ही स्वीकृत परियोजनाओं पर काम जारी रहेगा।
इस वित्तीय वर्ष के पहले 11 महीनों में, मंत्रालय सिर्फ 4,872 किमी सड़कों के लिए परियोजनाओं का आवंटन करने में सफल रहा, जो पिछले तीन वर्षों में सबसे कम है। साथ ही, आंकड़ों से पता चलता है कि फरवरी में 1,400 किमी की परियोजनाओं को मंजूरी दी गई थी।
16 मार्च को लोकसभा चुनाव की घोषणा के साथ, आदर्श आचार संहिता लागू होने के कारण मंत्रालय ने नई परियोजनाओं को आवंटित करना बंद कर दिया है। हालांकि, पहले ही स्वीकृत परियोजनाओं पर काम जारी रहेगा।
National Highways
- फोटो : For Reference Only
लगभग चार गुना ज्यादा खर्च
इस साल मंत्रालय को 2.64 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। जो 2018-19 में आवंटित 78,625 करोड़ रुपये से लगभग तीन गुना ज्यादा है।
जब खर्च की बात आती है, तो मंत्रालय ने फरवरी के आखिर तक इस वर्ष के आवंटन का लगभग 90 प्रतिशत, 1.34 लाख करोड़ रुपये खर्च कर लिया। यह 2018-19 में समान अवधि में किए गए खर्च का लगभग चार गुना था। उस समय यह राशि 63,289 करोड़ रुपये थी, जो उस वित्तीय वर्ष के आवंटन का लगभग 80 प्रतिशत है।
इस साल मंत्रालय को 2.64 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए थे। जो 2018-19 में आवंटित 78,625 करोड़ रुपये से लगभग तीन गुना ज्यादा है।
जब खर्च की बात आती है, तो मंत्रालय ने फरवरी के आखिर तक इस वर्ष के आवंटन का लगभग 90 प्रतिशत, 1.34 लाख करोड़ रुपये खर्च कर लिया। यह 2018-19 में समान अवधि में किए गए खर्च का लगभग चार गुना था। उस समय यह राशि 63,289 करोड़ रुपये थी, जो उस वित्तीय वर्ष के आवंटन का लगभग 80 प्रतिशत है।
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National Highways
- फोटो : For Reference Only
गौर करने वाली बात यह है कि दोनों वित्तीय वर्ष - 2023-24 और 2018-19 - चुनावी वर्ष थे, और इनमें आखिर में लोकसभा चुनाव हुए थे।