मैं फरवरी में पत्नी के साथ इलाज के लिए दिल्ली आया था। मेरे शरीर में हानिकारक तत्व भर गए थे। कई दिन चले इलाज के बाद ठीक होकर घर लौटने की सोचने लगा तो कोरोना के कारण दोनों देशों की सीमाएं बंद हो गईं। इस कारण पत्नी सहित दिल्ली में एक रिश्तेदार के यहां रुकना पड़ा। लगभग 10 माह तक भारत में रहने के बाद पाकिस्तान स्थित हैदराबाद घर लौट रहे जुल्फिकार शाह ने यह बातें अमर उजाला से साझा कीं। बता दें कि बुधवार को 125 पाक नागरिक अपने वतन लौट गए हैं।
125 पाकिस्तानी स्वदेश लौटे, जुल्फिकार ने कहा- भारत में जो इलाज की सुविधा, वो पाक में नहीं
उन्होंने कहा दिल्ली में इलाज के दौरान उन्हें वह सभी मेडिकल सुविधाएं नसीब हुईं, जो पाकिस्तान के अस्पतालों में नहीं मिलतीं। उन्होंने दोनों देशों की सरकारों से मांग की है कि कई पाकिस्तानी हिंदुस्तान में इलाज के लिए आना चाहते हैं। वीजा की बंदिश व सीमाओं के पहरे उन्हें भारत आने से रोक रहे हैं। इसलिए दोनों देशों की सरकारें वीजा शर्त को नरम कर बीमार लोगों के लिए सीमाओं के गेट खोलें।
बुधवार को लॉकडाउन के दौरान भारत के कई शहरों में फंसे 125 पाकिस्तानी अटारी सड़क सीमा के रास्ते स्वदेश लौट गए। पाकिस्तान लौटने वाले नागरिकों में बच्चे व महिलाएं भी शामिल थीं। अटारी सड़क सीमा पर मेडिकल टीम ने पाकिस्तान जाने वाले यात्रियों की जांच की। जिन-जिन शहरों में ये पाकिस्तानी रुके थे, वहां के सरकारी अस्पतालों की कोरोना रिपोर्ट भी इनके पास थी। सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने इनके सामान की जांच कर उन्हें वाघा सीमा की तरफ जाने दिया।
महिला फातिमा शाह ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान उन्हें भारत में कोई भी परेशानी नहीं हुई। वह रिश्तेदारों के पास ठहरी थीं। उनका कोरोना टेस्ट तीन बार हुआ। तीनों रिपोर्ट वह अपने साथ लेकर आई हैं। इसके अलावा दोनों देशों की सरकारों को समझौता एक्सप्रेस को शुरू करना चाहिए। दोनों देशों के लोगों की आपस में रिश्तेदारी है। लोग एक-दूसरे से मिलना चाहते हैं।
जल्द 150 भारतीय विद्यार्थी पाकिस्तान जाएंगे : अरुण पाल
प्रोटोकॉल अधिकारी अरुण पाल ने बताया कि एसएसपी (देहात) ध्रुव दहिया के दफ्तर से दो दिन पुरानी एक सूची जारी हुई थी, जिसमें उन्होंने बुधवार को 125 पाकिस्तानी नागरिकों को अटारी सीमा से भेजने के प्रबंध करने के आदेश जारी किए थे। इन पाकिस्तानियों को अपने वतन भेजने के लिए अटारी सड़क सीमा के गेट खोले गए हैं। 150 भारतीय छात्रों ने भी पाकिस्तान जाने के लिए आवेदन किया है। इमिग्रेशन विभाग की मंजूरी मिलने के बाद इन्हें पाकिस्तान भेज दिए जाएगा। पाकिस्तान में फंसे भारतीय कब लौट रहे हैं, इसकी सूचना अभी नहीं है।