दुश्मनों के मंसूबों को नेस्तनाबूत करने वाले राफेल लड़ाकू विमान अंबाला की धरती पर उतर चुके हैं। हजारों करोड़ की लागत से अंबाला में पांच लड़ाकू विमान उतर तो जरूर गए हैं लेकिन इनकी लैंडिंग और टेक ऑफ पर अभी भी खतरा मंडराया हुआ है। यह खतरा दुश्मन से नहीं बल्कि परिंदों से है। दरअसल, अंबाला एयरबेस के दायरे में पक्षी खूब मंडरा रहे हैं। यहां तक की जब राफेल ने लैंडिंग की तो काफी तादाद में कौवे उड़ते हुए दिखाई दिए। प्रशासन के लाख प्रयासों के बावजूद आज तक पक्षियों का सफाया नहीं हो पा रहा।
दुश्मन से नहीं बल्कि देश में राफेल को इनसे खतरा, लैंडिंग और टेक ऑफ पर 'संकट'
अब यही पक्षी राफेल जैसे लड़ाकू विमानों के लिए भी खतरा बन गए हैं। अंबाला एयरबेस की बात करें तो एयरफोर्स की चाहरदीवारी के साथ ही सैकड़ों मकान सटे हुए हैं। इन मकानों में कुछ ने तो कबूतर भी पाले हुए हैं। इतना ही नहीं यहां के बाशिंदे पक्षियों को घर की छत पर दाना भी डाल देते हैं। इसी तरह बचा हुआ भोजन भी छतों पर या फिर आसपास के इलाके में डाल दिया जाता है। इस पर पक्षी मंडराते रहते हैं जोकि लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ में बाधक हैं।
वीडियो वायरल राफेल की लैंडिंग के वक्त भी दिखे पक्षी
राफेल की लैंडिंग के वक्त लोग घरों की छतों पर चढ़े हुए हैं। अंबाला एयरबेस से सटे एक मकान पर बच्चे और बड़े चढ़े हुए हैं। राफेल को देखकर बच्चे तालियां बजा रहे हैं। इसी बीच पक्षियों का झुंड भी आ जाता है और राफेल इन्हीं के बीच से निकलता है।
जगुआर हुआ था क्षतिग्रस्त
23 जून 2019 को अंबाला एयरबेस से टेक ऑफ करते हुए जगुआर क्षतिग्रस्त हो गया था। इसके बाद एक वीडियो भी वायरल हुआ था। इसमें साफ दिखाई दे रहा था कि जगुआर पक्षियों से टकरा और इसके बाद धुआं निकलता दिखा। हालांकि पायलट ने इस जहाज को बाद में सुरक्षित लैंड कर दिया था। क्षतिग्रस्त विमान के हिस्से बलदेव नगर में कई घरों पर गिरे थे इससे मकान में दरारें भी आ गई थी।
एयरफोर्स के पास होते हैं बर्ड शूटर
लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक ऑफ को सुरक्षित रखने के लिए एयरफोर्स के पास बर्ड शूटर भी होते हैं जोकि इस बात का पूरा ध्यान रखते हैं कि टेक ऑफ और लैंडिंग में कोई बाधा न हो। छोटे पक्षी लड़ाकू विमानों की आवाज से ही डर जाते हैं। इसीलिए इनसे खतरा कम होता है लेकिन चील और बाज जैसे बड़े पक्षियों से लैंडिंग और टेक ऑफ में खतरा रहता है। - कुलभूषण शर्मा, रिटायर्ड सार्जेंट।