उत्तराखंड की 75 कंपनियों को कर्मचारियों के प्रोविडेंट फंड (पीएफ) का पैसा न देने पर ईपीएफओ ने नोटिस जारी किया है। इन कंपनियों पर 3.5 करोड़ रुपये बकाया है। ईपीएफओ के मुताबिक अगर 25 जून तक पैसा जमा नहीं कराया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
75 कंपनियों ने नहीं जमा कराया PF का पैसा, चेक कीजिए कहीं आपका एकाउंट भी तो नहीं
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के क्षेत्रीय अधिकारी मनोज कुमार यादव ने बताया कि प्रदेश में 150 कंपनियों में से हाल ही में 75 कंपनियों ने पीएफ का बकाया जमा करा दिया है। अब 75 कंपनियां ऐसी हैं जो कि लंबे समय से कर्मचारियों के पीएफ का 3.7 करोड़ रुपये दबाए बैठी हैं।
उन्होंने बताया कि इन सभी कंपनियों को नोटिस जारी किया गया है। कंपनियों ने अगर समय से पैसा जमा नहीं कराया तो उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई की जाएगी। ऐसे बकाएदारों के खिलाफ आईपीसी की धारा 406 और धारा 409 के तहत कार्रवाई की जाएगी। बकाएदारों में सर्वाधिक देहरादून के 14 और हरिद्वार के लिए 13 कंपनियों के नाम शामिल हैं। इसके अलावा रुड़की के 11 बकाएदार हैं।
आईपीसी की धारा 406 (अमानत में खयानत) के तहत तीन वर्ष की सजा और आर्थिक दंड या दोनों का प्रावधान है। यह एक गैर जमानतीय संज्ञेय अपराध है। इसकी सुनवाई प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा की जाती है। इस अपराध में कोर्ट की अनुमति से समझौता किया जा सकता है। आईपीसी की धारा 409 (लोकसेवा द्वारा विश्वास का हनन) के तहत 10 वर्ष की सजा और आर्थिक दंड का प्रावधान है। यह एक गैर जमानतीय अपराध है और इसकी सुनवाई प्रथम श्रेणी के मजिस्ट्रेट द्वारा की जाती है। यह अपराध समझौता योग्य नहीं है।
प्रमुख बकाएदार कंपनियां
कंपनी का नाम बकाया राशि (रुपये में)
सरस्वती फाउंड्री सर्विस, हरिद्वार 371046
रित्विक प्रोजेक्ट प्राइवेट, जोशीमठ 246483
उत्तरांचल इनवायरमेंट, देहरादून 2282343
इंडस्ट्रियल सिक्योरिटीज फोर्स, देहरादून 5703850
यूएम ऑटोकॉम प्राइवेट लिमिटेड, रुड़की 2009960
यूनिटेक मशीन लिमिटेड, रुड़की 2994778
गोयल लाइटिंग, हरिद्वार 889597
निखिल इंटरनेशनल, देहरादून 4066291
मिसपोर्ट मैन्युफैक्चरिंग, देहरादून 1989500
एचक्यू लैंप्स, हरिद्वार 798458