भगवान शिव की आराधना के लिए सर्वोत्तम सावन महीने के पहले सोमवार का व्रत आज रखा जाएगा। आचार्य डॉ. चंडी प्रसाद घिल्डियाल ने बताया कि 32 साल बाद पहाड़ और मैदान का सावन महीना एक साथ शुरू हुआ है। इसलिए सौर मास एवं चंद्रमा दोनों पद्धतियों से आज से सोमवार का व्रत रखा जाएगा। इस बार चंद्र मंगल महालक्ष्मी योग से श्रावण मास की शुरूआत हुई है। साथ ही पूरे माह सूर्य एवं बुध कर्क राशि में रहने से पूजा-पाठ का शीघ्र फल मिलेगा।
सावन 2019: सालों बाद शुभ संयोग, राशि के अनुसार पूजा और अभिषेक कर महादेव को करें प्रसन्न
उन्होंने बताया कि कर्क राशि का स्वामी चंद्रमा मन का स्वामी तथा सूर्य आत्मा का स्वामी है। आत्मा का स्वामी सूर्य इस महीने मन के स्वामी चंद्रमा के घर पर विराजमान होने से मन को शिवपूजन से बस में करना 12 महीनों में से इस महीने सबसे आसान हो जाता है। इसलिए इस महीने और वह भी सोमवार के दिन भगवान शिव का पूजन और अभिषेक करना मनोवांछित फल को प्रदान करता है। इसलिए राशि के अनुसार भगवान शिव का पूजन करें।
मेष: जौ एवं दूध से।
वृष: सफेद फूल और तिलों से ।
मिथुन: शहद और तिलों से ।
कर्क: सफेद तिल से।
सिंह: गुड़ तथा फूलों से।
कन्या: शहद से।
तुला: शक्कर से।
वृश्चिक: दूध से।
धनु: सफेद तिलों से।

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