{"_id":"57f537b84f1c1b9b0626ff33","slug":"ravi-had-been-beaten-in-prison-has-not-admitted-despite-suffering","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"जेल में रवि से की गई थी मारपीट, हालत खराब होने के बावजूद नहीं कराया गया भर्ती","category":{"title":"Crime","title_hn":"क्राइम ","slug":"crime"}}
जेल में रवि से की गई थी मारपीट, हालत खराब होने के बावजूद नहीं कराया गया भर्ती
ब्यूरो/अमर उजाला, नोएडा
Updated Thu, 06 Oct 2016 04:40 PM IST
विज्ञापन
1 of 7
बिसाहड़ा में बवाल
- फोटो : अमर उजाला
Link Copied
23 सितंबर की सुबह कोर्ट में पेशी पर आने से पहले बिसाहड़ा कांड में आरोपी रवि और उसके साथी की नहाने को लेकर जेल में किसी अन्य मामले में बंद युवक से मारपीट हुई थी। इस दौरान गिरने से उस युवक की कोहनी पर चोट लग गई थी। रवि के परिजनों का आरोप है कि पेशी के बाद जेल वापस आने पर रवि और उसके साथी विनय की जेल में पिटाई की गई।
Trending Videos
2 of 7
बिसाहड़ा कांड
- फोटो : अमर उजाला
इधर, जेल अधीक्षक एमएल यादव का कहना है कि बुखार और जोड़ों में दर्द की शिकायत के बाद 25 सितंबर को जेल के अस्पताल में ही रवि को उपचार किया गया था। इसके बाद 29 सितंबर तक उसकी हालत में सुधार नहीं आया। कमजोरी के चलते उसे ग्लूकोज भी चढ़ाया गया। हालत में सुधार न होने पर तीन अक्तूबर को जिला अस्पताल में उसका अल्ट्रासाउंड कराया गया, जिसमें फेफड़ों में पानी भरने की बात सामने आई थी।
विज्ञापन
विज्ञापन
3 of 7
बिसाहड़ा कांड
- फोटो : अमर उजाला
यहां से उसे वापस लुक्सर जेल ले जाया गया, लेकिन हालत अधिक बिगड़ने पर मंगलवार सुबह उसे जिला अस्पताल लाया गया। यहां से उसे दिल्ली के एलएनजेपी अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। रवि के परिजनों का आरोप है कि दो माह पहले जेल में बंदियों के बीच हुई मारपीट में एक अन्य आरोपी विशाल का हाथ टूट गया था, जिसका इलाज काफी दिनों तक चला था।
4 of 7
बिसाहड़ा कांड
- फोटो : अमर उजाला
रवि को जिला अस्पताल देर से ले जाने का आरोप
इकलाख हत्याकांड के आरोपी रवि उर्फ रॉबिन को जिला अस्पताल भेजने का आदेश कोर्ट ने 30 सितंबर को जेल अधीक्षक को दिया था, लेकिन जेल प्रशासन ने उसे 3 अक्तूबर को अस्पताल भेजा। रवि के अधिवक्ता रामशरण नागर ने बताया कि रवि को चिकनगुनिया के अलावा रीढ़ की हड्डी व शरीर के विभिन्न हिस्सों में दर्द था।
विज्ञापन
5 of 7
bisahada case
- फोटो : अमर उजाला
उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी। जिला कारागार के अस्पताल में उसका इलाज नहीं हो पा रहा था, लेकिन जेल प्रशासन ने उसे अस्पताल नहीं भेजा। रवि की हालत लगातार खराब होने के चलते पिता रणवीर ने कोर्ट में अर्जी देकर इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल नोएडा भेजने की अपील की थी। 30 सितंबर को फास्ट ट्रैक कोर्ट ने अर्जी पर सुनवाई करते हुए रवि को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजने का निर्देश जेल अधीक्षक को दिया था। इसके बावजूद उसे अस्पताल में समय पर नहीं ले जाया गया और हालत बिगड़ने से उसकी मौत हो गई।
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।