खूबसूरत, चमकदार, घने बाल किसे पसंद नहीं आते। आज से कुछ साल पहले तक इसके लिए काली मिट्टी, दही या छाछ, मुल्तानी मिट्टी, शिकाकाई, रीठा, मेहंदी आदि का उपयोग करने की सलाह दी जाती थी और उससे बाल वाकई स्वस्थ व खूबसूरत रहते भी थे। इसके बाद आया दौर शैम्पू और कंडीशनर का। यह आसान तरीका था, बोतल में से शैम्पू-कंडीशनर निकालो और कभी भी बाल धो लो, बिना झंझट, फटाफट। मिनटों में मुलायम और चमकते बाल मिल जाते हैं।
Hair Care Tips: बालों में कंडीशनर का उपयोग करते समय न करें ये गलती, इन बातों का रखें ध्यान
क्यों है जरूरी बालों को धोना?
दिनभर की धूल, गंदगी, पसीना और सिर पर इकट्ठी होने वाली मृत कोशिकाएं बालों की जड़ों तक न केवल गंदगी इकट्ठी कर देती हैं बल्कि इनकी वजह से सिर की त्वचा के भीतर न तो पर्याप्त पोषण पहुंच पाता है, न ही त्वचा खुलकर सांस ले पाती है। इसलिए सिर धोना जरूरी है। विशेषज्ञों की मानें तो रोजाना सिर धोने में भी कोई समस्या नहीं, अगर आप ऐसा आसानी से कर सकें तो।
खासकर जिम जाने वाले, आउटडोर या फील्ड में काम करने वाले, किसी फैक्ट्री में काम करने वाले, रोजाना हेलमेट लगाकर गाड़ी चलाने वाले, खिलाड़ी आदि को रोज सिर धोने से बालों की सेहत को अच्छा बनाये रखने में बहुत मदद मिल सकती है। उसपर अगर आपकी त्वचा अधिक ऑइली है तो यह और भी जरूरी हो जाता है कि उस अतिरिक्त तेल को निकाल दिया जाए। वरना वह फंगल, बैक्टीरिया या अन्य प्रकार के संक्रमणों के लिए आसान जगह बन सकती है। हाँ, अगर बाल अधिक लम्बे हैं या अन्य किसी वजह से आप इन्हें रेगुलर वॉश नहीं कर सकते तो, हफ्ते में कम से 2 बार जरूर वॉश करें। लेकिन रोजाना सिर धोते समय शैम्पू और कंडीशनर का उपयोग करना जरूरी नहीं।
कंडीशनर करता है यह काम
शैम्पू एक प्रकार का साबुन ही है जो सिर के बालों की सफाई के लिए बनाया जाता है। यह केवल बालों को ऊपरी तौर पर ही साफ़ नहीं करता, इसका काम होता है सिर की जड़ों से गंदगी को निकालने में मदद करना। वहीं शैम्पू के बाद कंडीशनर का उपयोग बालों को मुलायम और चमकदार बनाता है। अधिकांश अच्छी किस्म के कंडीशनर में फैटी अल्कोहल, ह्यूमेक्टेंट (एक प्रकार का पोषण देने वाला लोशन), प्रोटीन और थोड़ी मात्रा में ऑइल होता है जो बालों को नरम, मुलायम, मजबूत और रेशमी बनाता है। साथ ही यह बालों पर एक सुरक्षा परत भी चढ़ाता है जो बाहरी हानिकारक कणों से बालों की कुछ समय तक रक्षा कर सकती है।
कंडीशनर का उपयोग शैम्पू के बाद रूखे और डल बालों में जान डालने का काम करता है। अलग अलग प्रकार के बालों और आपकी जरूरत के हिसाब से भिन्न प्रकार के शैम्पू और कंडीशनर बनाये जाते हैं। यह भी एक तथ्य है कि शैम्पू और कंडीशनर में मौजूद हानिकारक तत्व स्वास्थ्य के लिए नुकसानदायक भी हो सकते हैं। इसलिए जरूरी है कि हमेशा माइल्ड शैम्पू और कंडीशनर चुनें।
ऐसे लगाएं कंडीशनर
सबसे पहली बात जो ध्यान रखने की है वह यह कि कंडीशनर हमेशा बालों पर लगाएं, बालों की जड़ों पर नहीं और इसे बहुत देर तक लगाए न रखें। पहले शैम्पू को अच्छी तरह से धो लें और उसके बाद गीले बालों पर ही हाथों में क्रीम की तरह फैलाकर बालों के ऊपर ऊपर कंडीशनर लगाएं। कंडीशनर की मात्रा आपको अपने बालों के हिसाब से रखनी है। इतनी मात्रा लें कि सारे बालों पर एक परत चढ़ जाए लेकिन यह परत ज्यादा मोटी न हो इसका ध्यान रखें।
अगर बाल लम्बे हैं तो अपने चेहरे के नीचे के बालों से शुरू करते हुए बालों के अंत तक कंडीशनर लगाएं। आपको अधिक से अधिक 1 मिनिट इसे लगाए रखना है और अच्छी तरह से धो लेना है। अब गीले बालों को तौलिये में लपेटकर सूखने दें। बालों को न तो रगड़ कर सुखाएं, न ही झटक कर। अगर जल्दी हो तो कभी कभार ड्रायर का उपयोग किया जा सकता है। सूखने के बाद हल्के हाथों से कंघा कर लें। बाल सैट हो जायेंगे।
कुछ बातें उपयोगी
- अगर आप रात को तेल लगाकर सुबह बाल धो रहे हैं तो कंडीशनर न लगाने से भी चलेगा। तेल आपके बालों को जो पोषण देता है वह अपने आप बालों में चमक पैदा कर उन्हें मुलायम बंना देता है।
- आजकल बाजार में टू इन वन यानी शैम्पू प्लस कंडीशनर वाले उत्पाद भी मिलते हैं। ये वे उत्पाद हैं जो आपको तब काम देते हैं जब आपके पास दो अलग अलग चीजें उपयोग में लाने का समय न हो। लेकिन याद रखें कि अच्छे प्रभाव के लिए अलग अलग उत्पादों का प्रयोग ही बेहतर होगा।
- कलर किये गए, ब्लीच या पर्म (कर्ल) किये गए बालों के लिए डीप कंडीशनर का उपयोग करें। चूंकि इन सभी तरीकों से बालों को अतिरिक्त डैमेज होने का खतरा होता है इसलिए डीप कंडीशनिंग से इस नुकसान को कम किया जा सकता है।