सब्सक्राइब करें

नई खोज: बहुत आसानी से हो सकेगी सांस और हृदय गति की मॉनिटरिंग, वैज्ञानिकों ने टीशर्ट-मास्क में फिट किया सेंसर

हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: अभिलाष श्रीवास्तव Updated Wed, 28 Sep 2022 03:10 PM IST
विज्ञापन
Scientists embed sensors into t-shirts and facemask to monitor breathing and heartrate
टीशर्ट-मास्क से हो जाएगी हार्ट मॉनिटरिंग - फोटो : imperial.ac.uk
loader
हृदय रोग और फेफड़ों की बढ़ती बीमारियां वैज्ञानिकों ने लिए बड़े चिंता का कारण बनी हुई हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इस तरह की समस्याओं के जोखिम से बचे रहने के लिए सभी लोगों को लाइफस्टाइल और आहार को ठीक रखने के साथ शारीरिक गतिविधियों को भी ध्यान में रखना चाहिए। इसमें सांस और हृदय गति पर ध्यान रखना सबसे आवश्यक माना जाता है, क्योंकि इनमें होने वाली किसी भी तरह की असमानता (वृद्धि या कमी) कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों की टीम ने एक खास उपाय ढूंढ निकाला है जो हर समय आपके सांस और हृदय गति की निगरानी करता रहेगा।

इंपीरियल शोधकर्ताओं ने इसके लिए टी-शर्ट और फेस मास्क में ऐसे सेंसर लगाए हैं जो श्वास, हृदय गति और अमोनिया को ट्रैक करते हैं। इनकी लागत काफी कम है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस प्रयोग के माध्यम से व्यायाम, नींद और तनाव जैसी स्थितियों में सांस और अन्य महत्वपूर्ण संकेतों पर ध्यान रखकर समय रहते गंभीर बीमारियों के खतरे का संकेत प्राप्त किया जा सकेगा। 

विशेषज्ञों का कहना है कि ये सेंसर लगातार आपकी हृदय गति को मॉनीटर करते रहेंगे, अगर यह बढ़ता या कम होता है तो इसका आपको आसानी से पता चल सकेगा जिसकी मदद से समय रहते आप समस्या का निदान और इलाज करा सकते हैं। हृदय और फेफड़ों के बढ़ते रोगों की रोकथाम की दिशा में इस प्रयास को काफी बेहतर माना जा रहा है।
Trending Videos
Scientists embed sensors into t-shirts and facemask to monitor breathing and heartrate
टीशर्ट से हो जाएगी हार्ट रेट मॉनिटरिंग - फोटो : istock
कॉटन आधारित सेंसर PECOTEX 

इस प्रयोग के लिए शोधकर्ताओं की टीम ने PECOTEX नामक कॉटन आधारित सेंसर टी-शर्ट और मास्क में लगाया है। इसकी लागत एक कप चाय के बराबर $0.15 (करीब 12 रुपये) है। टी-शर्ट्स में 10 से अधिक सेंसर लगाए गए हैं, इसके लिए उद्योग-मानक के आधार पर इसकी कम्प्यूटरीकृत कढ़ाई की गई है, जिससे पहनने वाले को किसी भी प्रकार की असहजता का अनुभव न हो। टी-शर्ट्स में सेंसर लगाकर हार्ट-रेट जबकि मास्क में लगा सेंसर सांस की गति को मॉनीटर करने में सहायक होगा।
विज्ञापन
विज्ञापन
Scientists embed sensors into t-shirts and facemask to monitor breathing and heartrate
मास्क से हो सकेगी सांसों की गति की निगरानी - फोटो : Pixabay
सांस और हृदय गति को करता है मॉनीटर

मैटेरियल्स टुडे में प्रकाशित इस प्रयोग के बारे में शोधकर्ताओं ने बताया कि सांस और हृदय गति को मॉनीटर करने के साथ यह सेंसर अमोनिया गैस की भी निगरानी करने में सहायक है। अमोनिया सांस का एक घटक है, इसके माध्यम से लिवर और किडनी के कार्यों की आसानी से निगरानी करने में मदद मिल सकती है।

इंपीरियल्स डिपार्टमेंट ऑफ बायोइंजीनियरिंग विभाग के शोधकर्ता डॉ फहद अलशबौन कहते हैं, प्रयोग के दौरान हमने पाया कि इस सेंसर के माध्यम से हृदय गति और सांस की निगरानी रखने के साथ हम सेंसिंग गैसों पर भी नजर रख सकते हैं। यह भविष्य के संभावित बीमारियों और उसके निदान-उपचार के लिए सहायक हो सकता है।
Scientists embed sensors into t-shirts and facemask to monitor breathing and heartrate
हृदय गति का ख्याल रखना होगा आसान - फोटो : Pixabay
स्मार्टवॉच जैसा काम करता है यह सेंसर

शोधकर्ताओं ने बताया कि ये सेंसर बिल्कुल उसी तरह से काम करते हैं जैसे कि स्मार्टवॉच। जिन कपड़ों में इन्हें फिट किया गया है उन्हें आसानी से धोया और साफ किया जा सकता है, इससे सेंसर की गुणवत्ता प्रभावित नहीं होती है। बायोइंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख लेखक डॉ फिरत गुडर कहते हैं, PECOTEX उच्च प्रदर्शन करने वाला, मजबूत और विभिन्न आवश्यकताओं के अनुकूल है। यह आसानी से स्केलेबल है, जिसका अर्थ है कि हम घरेलू और औद्योगिक कम्प्यूटरीकृत कढ़ाई मशीनों, दोनों का उपयोग करके बड़े पैमाने इसका उत्पादन कर सकते हैं।
विज्ञापन
Scientists embed sensors into t-shirts and facemask to monitor breathing and heartrate
हृदय गति का ध्यान रखकर गंभीर समस्याओं से हो सकता है बचाव - फोटो : istock
बीमारियों का पता लगाना और उपचार होगा आसान

वैज्ञानिकों की टीम का कहना है कि हमारा शोध रोज़मर्रा के कपड़ों में पहनने योग्य सेंसर के साथ सेहत की निगरानी को आसान बनाने का राह दिखाता है। सांस लेने, हृदय गति और गैसों की निगरानी करके भविष्य में होने वाली बीमारियों का समय रहते पता लगाने और इसका उपचार करने में मदद मिल सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि फिलहाल इस प्रयोग के अच्छे परिणाम देखे गए हैं, हम इसे वृहद स्तर पर लाने की कोशिश में हैं।


---------------
स्रोत और संदर्भ
Wearable sensors styled into t-shirts and face masks

अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।
विज्ञापन
अगली फोटो गैलरी देखें

सबसे विश्वसनीय हिंदी न्यूज़ वेबसाइट अमर उजाला पर पढ़ें  लाइफ़ स्टाइल से संबंधित समाचार (Lifestyle News in Hindi), लाइफ़स्टाइल जगत (Lifestyle section) की अन्य खबरें जैसे हेल्थ एंड फिटनेस न्यूज़ (Health  and fitness news), लाइव फैशन न्यूज़, (live fashion news) लेटेस्ट फूड न्यूज़ इन हिंदी, (latest food news) रिलेशनशिप न्यूज़ (relationship news in Hindi) और यात्रा (travel news in Hindi)  आदि से संबंधित ब्रेकिंग न्यूज़ (Hindi News)।  

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed