हृदय रोग और फेफड़ों की बढ़ती बीमारियां वैज्ञानिकों ने लिए बड़े चिंता का कारण बनी हुई हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं, इस तरह की समस्याओं के जोखिम से बचे रहने के लिए सभी लोगों को लाइफस्टाइल और आहार को ठीक रखने के साथ शारीरिक गतिविधियों को भी ध्यान में रखना चाहिए। इसमें सांस और हृदय गति पर ध्यान रखना सबसे आवश्यक माना जाता है, क्योंकि इनमें होने वाली किसी भी तरह की असमानता (वृद्धि या कमी) कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं के जोखिम को बढ़ा सकती है। इसी को ध्यान में रखते हुए वैज्ञानिकों की टीम ने एक खास उपाय ढूंढ निकाला है जो हर समय आपके सांस और हृदय गति की निगरानी करता रहेगा।
इंपीरियल शोधकर्ताओं ने इसके लिए टी-शर्ट और फेस मास्क में ऐसे सेंसर लगाए हैं जो श्वास, हृदय गति और अमोनिया को ट्रैक करते हैं। इनकी लागत काफी कम है। शोधकर्ताओं का कहना है कि इस प्रयोग के माध्यम से व्यायाम, नींद और तनाव जैसी स्थितियों में सांस और अन्य महत्वपूर्ण संकेतों पर ध्यान रखकर समय रहते गंभीर बीमारियों के खतरे का संकेत प्राप्त किया जा सकेगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि ये सेंसर लगातार आपकी हृदय गति को मॉनीटर करते रहेंगे, अगर यह बढ़ता या कम होता है तो इसका आपको आसानी से पता चल सकेगा जिसकी मदद से समय रहते आप समस्या का निदान और इलाज करा सकते हैं। हृदय और फेफड़ों के बढ़ते रोगों की रोकथाम की दिशा में इस प्रयास को काफी बेहतर माना जा रहा है।
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टीशर्ट से हो जाएगी हार्ट रेट मॉनिटरिंग
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कॉटन आधारित सेंसर PECOTEX
इस प्रयोग के लिए शोधकर्ताओं की टीम ने PECOTEX नामक कॉटन आधारित सेंसर टी-शर्ट और मास्क में लगाया है। इसकी लागत एक कप चाय के बराबर $0.15 (करीब 12 रुपये) है। टी-शर्ट्स में 10 से अधिक सेंसर लगाए गए हैं, इसके लिए उद्योग-मानक के आधार पर इसकी कम्प्यूटरीकृत कढ़ाई की गई है, जिससे पहनने वाले को किसी भी प्रकार की असहजता का अनुभव न हो। टी-शर्ट्स में सेंसर लगाकर हार्ट-रेट जबकि मास्क में लगा सेंसर सांस की गति को मॉनीटर करने में सहायक होगा।
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मास्क से हो सकेगी सांसों की गति की निगरानी
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सांस और हृदय गति को करता है मॉनीटर
मैटेरियल्स टुडे में प्रकाशित इस प्रयोग के बारे में शोधकर्ताओं ने बताया कि सांस और हृदय गति को मॉनीटर करने के साथ यह सेंसर अमोनिया गैस की भी निगरानी करने में सहायक है। अमोनिया सांस का एक घटक है, इसके माध्यम से लिवर और किडनी के कार्यों की आसानी से निगरानी करने में मदद मिल सकती है।
इंपीरियल्स डिपार्टमेंट ऑफ बायोइंजीनियरिंग विभाग के शोधकर्ता डॉ फहद अलशबौन कहते हैं, प्रयोग के दौरान हमने पाया कि इस सेंसर के माध्यम से हृदय गति और सांस की निगरानी रखने के साथ हम सेंसिंग गैसों पर भी नजर रख सकते हैं। यह भविष्य के संभावित बीमारियों और उसके निदान-उपचार के लिए सहायक हो सकता है।
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हृदय गति का ख्याल रखना होगा आसान
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स्मार्टवॉच जैसा काम करता है यह सेंसर
शोधकर्ताओं ने बताया कि ये सेंसर बिल्कुल उसी तरह से काम करते हैं जैसे कि स्मार्टवॉच। जिन कपड़ों में इन्हें फिट किया गया है उन्हें आसानी से धोया और साफ किया जा सकता है, इससे सेंसर की गुणवत्ता प्रभावित नहीं होती है। बायोइंजीनियरिंग विभाग के प्रमुख लेखक डॉ फिरत गुडर कहते हैं, PECOTEX उच्च प्रदर्शन करने वाला, मजबूत और विभिन्न आवश्यकताओं के अनुकूल है। यह आसानी से स्केलेबल है, जिसका अर्थ है कि हम घरेलू और औद्योगिक कम्प्यूटरीकृत कढ़ाई मशीनों, दोनों का उपयोग करके बड़े पैमाने इसका उत्पादन कर सकते हैं।
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हृदय गति का ध्यान रखकर गंभीर समस्याओं से हो सकता है बचाव
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बीमारियों का पता लगाना और उपचार होगा आसान
वैज्ञानिकों की टीम का कहना है कि हमारा शोध रोज़मर्रा के कपड़ों में पहनने योग्य सेंसर के साथ सेहत की निगरानी को आसान बनाने का राह दिखाता है। सांस लेने, हृदय गति और गैसों की निगरानी करके भविष्य में होने वाली बीमारियों का समय रहते पता लगाने और इसका उपचार करने में मदद मिल सकती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि फिलहाल इस प्रयोग के अच्छे परिणाम देखे गए हैं, हम इसे वृहद स्तर पर लाने की कोशिश में हैं।
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स्रोत और संदर्भ
Wearable sensors styled into t-shirts and face masks
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