जोड़ों-हड्डियों में दर्द की समस्या युवा आबादी में भी तेजी से बढ़ती जा रही है। पहले यह समस्या बुजुर्गों में आम थी, लेकिन अब कम उम्र वाले भी इसका शिकार हो रहे हैं। गड़बड़ लाइफस्टाइल, लंबे समय तक एक जगह बैठने की आदत, आहार में पोषण की कमी और प्रदूषण जैसी पर्यावरणीय स्थितियां इसका प्रमुख कारण हो सकती हैं।
World Arthritis Day 2025: आर्थराइटिस के दर्द ने कर दिया है परेशान? ये चार उपाय दूर करेंगे जकड़न और मिलेगा आराम
- अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित व्यायाम करना हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए फायदेमंद है। आहार में कैल्शियम, विटामिन डी, और ओमेगा-3 फैटी एसिड शामिल करें। घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय और जीवनशैली में बदलाव अत्यधिक प्रभावी हो सकते हैं।
घुटनों के दर्द से कैसे पाएं राहत?
अध्ययनों से पता चलता है कि नियमित व्यायाम करना हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए फायदेमंद है। आहार में कैल्शियम, विटामिन डी और ओमेगा-3 फैटी एसिड वाली चीजों को शामिल करें। घुटने के दर्द से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय और जीवनशैली में बदलाव प्रभावी हो सकते हैं। ये उपाय न केवल दर्द को कम करते हैं, बल्कि घुटने की मांसपेशियों और जोड़ों को मजबूत भी बनाते हैं।
आइए जानते हैं आप अपने घुटनों को कैसे स्वस्थ रख सकते हैं और गठिया के दर्द से कैसे राहत पा सकते हैं?
संतुलित और पोषक तत्वों से भरपूर आहार जरूरी
कैल्शियम, विटामिन-डी, ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार आर्थराइटिस के दर्द को कम करने में मदद करता है। इसके लिए दही, दूध, बादाम, मछली, अलसी के बीज और हरी सब्जियां रोजाना खाएं। इन पोषक तत्वों से हड्डियां मजबूत होती हैं और सूजन में राहत मिलती है।
प्रोसेस्ड फूड, चीनी और जंक फूड से बचें क्योंकि ये शरीर में इंफ्लेमेशन बढ़ाते हैं।
तेल से मालिश और सेकाई
सरसों का तेल, नारियल तेल या नीलगिरी तेल जैसे आयुर्वेदिक तेल से घुटनों की मालिश करने से भी आपको आराम मिल सकता है। यह जोड़ों की सूजन कम करने और मांसपेशियों को लचीला बनाने में मदद करता है। रोजाना सुबह-शाम 10-15 मिनट हल्के हाथों से मसाज करें। रक्त संचार बढ़ाने और दर्द से आराम पाने में इससे मदद मिल सकती है।
दर्द और सूजन कम करने के लिए हीट थेरेपी और कोल्ड थेरेपी भी बेहद प्रभावी हैं। गर्म पानी से सेक करने पर मांसपेशियां रिलैक्स होती हैं और जकड़न दूर होती है। वहीं, ठंडे पैक से सूजन में राहत मिलती है। दर्द के अनुसार दोनों का संतुलित उपयोग किया जा सकता है।
नियमित व्यायाम की बनाएं आदत
नियमित रूप से हल्की एक्सरसाइज, स्ट्रेचिंग और योग करने से जोड़ों की जकड़न कम होती है और रक्त संचार बेहतर होता है। वॉकिंग, स्विमिंग और साइक्लिंग जैसे लो-इम्पैक्ट एक्सरसाइज आर्थराइटिस रोगियों के लिए बेहद फायदेमंद हैं। योगासन जैसे त्रिकोणासन, भुजंगासन और वज्रासन घुटनों की लचीलापन बढ़ाते हैं। एक्सरसाइज से मांसपेशियां मजबूत होती हैं, जिससे जोड़ों पर दबाव कम पड़ता है।