Relationship Tips: शादी जीवन का नया अध्याय होता है लेकिन जीवन के पुराने पन्ने अगर पलटे न जाएं तो यह अध्याय कभी पूरा नहीं हो पाता। सरल भाषा में समझें तो शादी के बाद अपने पुराने या पहले प्यार, रिश्ते और एक्स की याद नए जीवन को बर्बाद कर सकती है। अचानक किसी गाने, जगह, खुशबू या बहस के बाद पूर्व प्रेमी की याद आना स्वाभाविक है और इसमें कोई गलत बात भी नहीं। पर अगर ये आदत बन जाए या आप उन्हीं पुरानी यादों से अपने नए जीवन की तुलना करने लगें तो रिश्ता भीतर से कमजोर होने लगता है।
Relationship Tips: शादी के बाद भी एक्स की आती है याद? जानिए वजह और कैसे पाएं छुटकारा
Marriage Relationship Tips: एक्स की याद आना बीमारी नहीं, लेकिन उसमें अटक जाना रिश्ते की सेहत के लिए ज़हर है। शादी का अर्थ अतीत मिटाना नहीं, बल्कि वर्तमान को प्राथमिकता देना है।
क्यों आती है एक्स पार्टनर की याद?
अधूरा क्लोजर
अगर आपको हद से ज्यादा अपने एक्स की याद आती है तो इसकी एक वजह अधूरा रिश्ता होता है। यानी अगर ब्रेकअप बिना साफ़ बातचीत के हुआ हो, तो मन जवाब ढूंढता रहता है। अधूरे सवाल याद बनकर लौटते हैं।
तुलना की बीमारी
शादी के बाद जिम्मेदारियां बढ़ती हैं। ऐसे में दिमाग पुराने रिश्ते की आजादी और हल्केपन को रोमांटिक बनाकर याद करता है। यह स्मृति का छल है। आप सोचते हैं कि अगर एक्स के साथ शादी हुई होती तो आपका जीवन कैसा होता। ये तुलना ही याद बढ़ाती है।
वर्तमान रिश्ते में संवाद की कमी
शादी के बाद जब पार्टनर से भावनात्मक बातचीत कम हो जाती है तो दिमाग पुराने सुरक्षित ज़ोन की ओर भागता है। वह एक्स को याद करने पर विवश हो जाता है।
सोशल मीडिया ट्रिगर
एक्स की याद दिलाने के लिए सोशल मीडिया पर कोई पुरानी फोटो, स्टोरी या नाम ही काफी होता है। डिजिटल दौर में एक्स को भुलाना पहले से ज़्यादा मुश्किल हो गया है।
खुद से असंतोष
कभी-कभी एक्स की याद दरअसल उस पुराने खुद की याद होती है, जब आप कम थके, ज़्यादा सपने देखने वाले थे। आप अपने उस युवा दौर को याद करते है और यही दौर आपके एक्स की यादे भी साथ ले आता है।
क्या एक्स की याद आना जीवनसाथी के साथ धोखा है?
याद आना मानवीय है, लेकिन उस पर टिके रहना, तुलना करना या छुपकर संपर्क रखना, यह रिश्ते के साथ बेईमानी है। ईमानदारी यहीं है कि आप अपनी भावनाओं को पहचानें और दिशा दें। याद आने के बाद उन्हीं यादों में खोए न रखें और ना ही याद के चक्कर में अपनी वर्तमान जिंदगी को बर्बाद करें।
एक्स की याद से कैसे पाएं छुटकारा?
याद को महिमामंडित न करें
जब एक्स की याद आए तो उनके साथ बिताएं पलों की सिर्फ अच्छी बातों को ध्यान न रखें। यह भी याद करें कि उस टूटे रिश्ते की क्या कमियां थी। पूरी सच्चाई याद करें ताकि तुलना से बचें और यह महसूस करें कि क्यों आज आप नए रिश्ते में हैं।
डिजिटल डिटॉक्स करें
अक्सर लोग ये जानने की उत्सुकता रखते हैं कि अब उनका एक्स क्या कर रहा है। जब आप एक्स के सोशल मीडिया अकाउंट को देखते हैं तो बार बार उसे ओपन करना चाहते हैं। एक्स को म्यूट या अनफॉलो करें। हीलिंग के लिए दूरी जरूरी है।
अपने पार्टनर से भावनात्मक निवेश बढ़ाएं
शादी के बाद अपने जीवनसाथी पर फोकस करें। उनसे खुलकर बात करें, साझा रूटीन बनाएं, छोटे-छोटे पल संजोएं। वर्तमान जितना मजबूत होगा, अतीत उतना फीका पड़ेगा।
खुद पर काम करें
पुरानी यादों में खोए रहने की बजाए खुद पर ध्यान दें। इसके लिए अपनी फिटनेस, हॉबी, करियर पर फोकस करें। जब आप आगे बढ़ते हैं तब दिमाग पीछे नहीं अटकता।
जरूरत हो तो काउंसलिंग लें
अगर बहुत कोशिश के बाद भी पूर्व साथी की यादों से आप बाहर नहीं निकल पा रहे हैं तो काउंसिंग लें। यह कमजोरी नहीं, समझदारी है। सही मार्गदर्शन रिश्ते बचाता है।