जब दिल अपनी पूरी ताकत से धड़कना बंद कर देता है और दवाइयां, स्टेंट या सर्जरी भी काम नहीं करती हैं, ऐसे हालात में हार्ट ट्रांसप्लांट उम्मीद की एक नई धड़कन बनकर सामने आती है। इस प्रक्रिया में बीमार व्यक्ति के दिल को निकालकर, स्वस्थ दान किए गए दिल को लगाया जाता है, ताकि मरीज फिर से सामान्य जीवन जी सके।
Kerala: देश के इतिहास में पहली बार जिला-स्तरीय अस्पताल में होगा हार्ट ट्रांसप्लांट, जानिए पूरा मामला
- देश में स्वास्थ्य क्षेत्र के इतिहास में पहली बार केरल के एक जिला-स्तरीय अस्पताल में हार्ट ट्रांसप्लांट होने जा रहा है। जानिए क्या है पूरा मामला
केरल की स्वास्थ्य मंत्री ने दी जानकारी
#WATCH | Pathanamthitta, Kerala: Kerala Health Minister Veena George says, "For the first time in the history of the health sector in our country, a heart transplantation is going to be held in a district-level hospital. A 46-year-old person met with a road accident. And after… pic.twitter.com/Fde2L33WmR
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने बताया, एक्सीडेंट के कारण ब्रेन डेड घोषित होने के बाद परिवार ने डोनेशन प्रक्रिया के जरिए अंग दान करने पर सहमति जताई है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, मैं इस फैसले के लिए परिवार को धन्यवाद देना चाहती हूं। अपने दुख में भी उन्होंने एक बहुत बड़ा फैसला लिया है। मैं परिवार के प्रति अपनी संवेदना और दुख व्यक्त करती हूं।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा, तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में सर्जिकल प्रक्रिया शुरू हो गई है। सीएम ने गृह विभाग को निर्देश दिए हैं और हेलीकॉप्टर के माध्यम से जल्द ही दान किए गए दिल को तिरुवनंतपुरम से एर्नाकुलम ले जाया जाएगा।
मरीज के परिवार ने दोनों किडनी और आंखें भी दान की है। परिजनों ने त्वचा का भी दान किया है। हमने तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज में पहले से ही स्किन बैंक शुरू किया हुआ है, जहां पर दान किया गया स्किन रखा जाएगा। मेरे पास कोई शब्द नहीं है, मैं उस परिवार को बहुत धन्यवाद देती हूं क्योंकि इस फैसले से कई लोगों को नई जिंदगी मिल सकती है।
देश में पहली बार किसी जिला अस्पताल में हार्ट ट्रांसप्लांट किया जाने वाला है। सरकार ने इस तरह की व्यवस्था बनाने के लिए बहुत सहयोग किया है।
18 साल के किशोर के हृदय दान ने बचाई थी 13 वर्षीय लड़की की जान
इससे पहले अमर उजाला में 14 सितंबर 2025 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में हमने बताया था कि किस तरह से 18 साल के किशोर के हृदय दान ने 13 साल की लड़की की जान बचाई थी। ट्रांसप्लांट ने इस मामले ने भी काफी सुर्खियां बटोरी थीं। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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