मौजूदा समय में बढ़ती सामाजिक अनिश्चितता और खराब जीवनशैली के कारण मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा पहले की अपेक्षा बहुत अधिक बढ़ गया है। यही कारण है कि कम उम्र में ही अब लोग तनाव, चिंता और अवसाद जैसी समस्याओं के शिकार हो रहे हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के मुताबिक इन समस्याओं का असर हमारे मानसिक और शारीरिक, दोनों ही तरह के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है। तनाव और अवसाद जैसी स्थितियां जीवन के गुणवत्ता को प्रभावित कर सकती हैं।
आज का योग: मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं होंगी दूर, बस इन योगासनों को बना लें दिनचर्या का हिस्सा
प्राणायाम के लाभ
मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को दूर करने में श्वास पर नियंत्रण वाले प्राणायाम के अभ्यास विशेष लाभप्रद हो सकते हैं। प्राणायाम का अभ्यास शरीर में ऑक्सीजन के संचार को बढ़ाने के साथ रक्तचाप को ठीक रखने में मदद करते हैं, जिससे तनाव-अवसाद की गंभीरता को कम किया जा सकता है। मस्तिष्क के कार्यों को ठीक रखने और शांति प्रदान करने के लिए प्राणायाम का अभ्यास सबसे लाभप्रद विकल्प माना जाता है।
ध्यान लगाएं
मानसिक स्वास्थ्य की समस्याओं को कम करने के लिए ध्यान मुद्रा या मेडिटेशन का अभ्यास करना फायदेमंद हो सकता है। मन से नकारात्मक विचारों को खत्म करने के साथ सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने में मेडिटेशन करना लाभदायक हो सकता है। शुरुआत में ध्यान लगाना कठिन हो सकता है, हालांकि समय के साथ इसकी अवधि को बढ़ाकर अधिकतम लाभ प्राप्त किया जा सकता है।
योग विशेषज्ञों के मुताबिक नियमित रूप योग और व्यायाम करने से मस्तिष्क में सेरोटेनिन हार्मोन के स्राव को बढ़ाया जा सकता है। सेरोटेनिन हार्मोन आपको खुश बनाए रखने में सहायक होता है। नियमित योगसन करके तनाव वाले हार्मोन के स्तर को कम करने के साथ सेरोटेनिन को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। मानसिक स्वास्थ्य के साथ अन्य बीमारियों से ग्रसित लोगों के लिए भी नियमित रूप से योग करना फायदेमंद माना जाता है।
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नोट: यह लेख योगगुरु के सुझावों के आधार पर तैयार किया गया है। आसन की सही स्थिति के बारे में जानने के लिए किसी विशेषज्ञ से संपर्क कर सकते हैं।
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