उत्तर प्रदेश की राजनीति और चुनाव हमेशा से ही हर राजनीतिक दलों के लिए महत्वपूर्ण रहा है। यूपी की सत्ता पर काबिज होने के लिए हर दल प्रयासरत रहता है। हाल ही में विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हुआ है। उत्तर प्रदेश में भी इस साल चुनाव होने हैं। भाजपा, सपा और बसपा का यूपी में धरातल मजबूत है, वहीं कांग्रेस की बात की जाए तो एक ऐसी आंधी का यूपी में भेजा गया है जो राजनीति में कम ही समय में बड़ा नाम बन गई। महिलाओं की राजनीति में हिस्सेदारी बढ़ रही है लेकिन कांग्रेस में सालों तक बिना सक्रिय राजनीति के सिर्फ पार्टी के लिए काम करने वाली इस महिला ने सक्रिय राजनीति में प्रवेश किया तो कांग्रेस को लोग विकल्प के तौर पर देखने लगे। लोग उस महिला के चेहरे, उनके तेज, उनके संवाद और कार्यशैली से प्रभावित हुए। यहां बात हो रही है भारतीय राजनीति के गणित को प्रभावित करने का दम रखने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा की। 'लड़की हूं, लड़ सकती हूं' इस टैग लाइन के साथ लाखों महिलाएं हाल ही में लखनऊ की सड़को पर उतरी, उनको एक साथ लाने का श्रेय जाता है प्रियंका गांधी वाड्रा को। आज प्रियंका गांधी का जन्मदिन है। व्यक्तिगत जिंदगी छोड़ सार्वजनिक जीवन में उतरी प्रियंका गांधी में इंदिरा गांधी की झलक मिलती है, लोग कांग्रेस से प्रभावित हों या न हो लेकिन प्रियंका गांधी से जरूर प्रभावित होते हैं। हालांकि प्रियंका गांधी को एक नेता के तौर पर देखने वाले उनके बारे में कई बातें नहीं जानते होंगे। चलिए जानते हैं प्रियंका गांधी के बारे में कुछ रोचक बातें।
प्रियंका गांधी का बचपन
प्रियंका गांधी का जन्म 12 जनवरी, 1972 को दिल्ली में हुआ था। उनके पिता राजीव गांधी चाहते थे कि प्रियंका दून स्कूल से पढ़ाई करें लेकिन प्रियंका घर से दूर जाने को तैयार नहीं हुईं। उनकी जिद्द के आगे राजीव गांधी को भी सिर झुकाना पड़ा और दिल्ली के माॅर्डन स्कूल से प्रियंका ने पढ़ाई के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी के जीसस एंड मैरी स्कूल से साइकोलॉजी में डिग्री हासिल की। कम ही लोग जानते होंगे कि प्रियंका ने साल 2010 में बुद्धिस्ट स्टडीज से एमए किया है।
प्रियंका गांधी की शादी और परिवार
प्रियंका गांधी के पति का नाम रॉबर्ट वाड्रा है ये बात लोग जानते हैं लेकिन प्रियंका की मुलाकात वाड्रा से मात्र 13 साल की उम्र में हुई। दोस्ती हुई, प्यार हुआ लेकिन परिवार ने उनके रिश्ते का विरोध किया। अंत में एक बार फिर प्रियंकी की जिद्द के सामने गांधी परिवार झुक गया और 1997 में प्रियंका और रॉबर्ट वाड्रा ने शादी कर ली। उनकी शादी लो-प्रोफाइल रखी गई। शादी में मात्र 150 लोग शामिल थे, जिसमें बच्चन परिवार भी मेहमान था। प्रियंका और रॉबर्ट के दो बेटे हैं, रेहान और मिराया।
प्रियंका गांधी का राजनीतिक जीवन
वर्तमान में प्रियंका गांधी कांग्रेस महासचिव के पद पर हैं और यूपी की राजनीति की जिम्मेदारी उन्हें मिली हुई है लेकिन उनका राजनीतिक सफर अप्रत्यक्ष तौर पर उसी समय हो गया था, जब उन्होंने पहला राजनीतिक भाषण दिया था। प्रियंका ने अपना पहला राजनीतिक भाषण मात्र 16-17 साल की उम्र में दिया। उसके बाद अक्सर प्रियंका को सोनिया गांधी और राहुल गांधी के साथ उनकी रैलियों में देखा गया। प्रियंका कांग्रेस नेताओं और पार्टी के चुनाव प्रचार के लिए अक्सर ही नजर आ जाती थीं लेकिन सक्रिय राजनीति से उनकी दूरी बनी रहती थी। उस समय पर लोगों में प्रियंका गांधी को लेकर क्रेज था, खासकर महिलाएं।
महिलाओं में प्रियंका गांधी का क्रेज
प्रियंका गांधी ने सक्रिय राजनीति में आने के बाद सबसे अधिक महिलाओं के मामलों में आवाज बुलंद की। वह चाहे हाथरस रेप मामला हो या अलीगढ़ मामला। उत्तर प्रदेश में कई बार कई मौकों पर प्रियंका का कुशल नेतृत्व और राजनीतिक अनुभव देखने को मिला। यूपी में एक दौरे के दौरान प्रियंका गांधी को गांव की महिलाएं अपने हाथों से खाना खिलाती नजर आईं थीं। वहीं यूपी में प्रियंका गांधी के नेतृत्व में कांग्रेस ने एक कैंपेन की शुरुआत की, जिसका नाम है, लड़की हूं लड़ सकती हूं। इसके अलावा प्रियंका का बच्चों से भी गहरा लगाव है। उन्होंने राजीव गांधी फाउंडेशन में बच्चों के लिए लाइब्रेरी शुरू कराई।