{"_id":"5e9416c98ebc3e768e08aa1b","slug":"baisakh-month-2020-importance-significance-tirth-ganga-snana-at-home","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"वैशाख माह: घर में रहकर ऐसे करें पूजा और ध्यान, मिलेगा तीर्थ के बराबर फल","category":{"title":"Religion","title_hn":"धर्म","slug":"religion"}}
वैशाख माह: घर में रहकर ऐसे करें पूजा और ध्यान, मिलेगा तीर्थ के बराबर फल
धर्म डेस्क, अमर उजाला
Published by: योगेश जोशी
Updated Mon, 13 Apr 2020 02:01 PM IST
विज्ञापन
वैशाख हिंदू कैलेंडर का दूसरा महीना है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस महीने में पूर्णिमा तिथि पर विशाखा नक्षत्र होता है जिस वजह से इस माह को वैशाख का महीना कहा जाता है। गुरुवार ,9 अप्रैल से इस महीने की शुरुआत हो गई है और 7 मई, गुरुवार तक वैैशाख का पावन माह रहेगा।
Trending Videos
वैशाख माह का धार्मिक महत्व
- धार्मिक ग्रंथों में इस बात का वर्णन है कि वैशाख का यह महीना पुण्य देने वाला है। वैशाख माह का महत्व महाभारत, स्कंद पुराण और पद्म पुराण एवं निर्णय सिंधु ग्रंथ में बताया गया है। इन धार्मिक ग्रंथों में बताया गया है कि वैशाख का महीना भगवान विष्णु को प्रिय है।
विज्ञापन
विज्ञापन
सूर्योदय से पहले नहाने का महत्व
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार वैैशाख के इस पावन माह में सूर्योदय से पहले नहाने का बहुत अधिक महत्व होता है। सूर्योदय से पहले स्नान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है।
तीर्थ या गंगा स्नान करने का महत्व
- वैशाख के पावन माह में तीर्थ या गंगा स्नान करने का बहुत अधिक महत्व बताया गया है। ऐसी मान्यता है कि इस माह में तीर्थ या गंगा स्नान करने से भगवान विष्णु का आशिर्वाद मिलता है। परंतु इस समय कोराना के कारण बाहर निकलने की मनाही है, जिस वजह से तीर्थ या गंगा स्नान करना संभव नहीं है। आइए, आज हम आपको बताते हैं आपको घर में रहकर कैसे तीर्थ या गंगा स्नान का लाभ मिल सकता है।
विज्ञापन
स्नान वाले जल में मिलाएं गंगा जल
- आप घर में ही अपने स्नान करने वाले जल में थोड़ा गंगाजल मिला लें। ऐसा करने के बाद पवित्र तीर्थों और नदियों का ध्यान करते हुए स्नान कर लें।

कमेंट
कमेंट X