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Giddarbaha:आप में आते ही बदली डिंपी की किस्मत, कांग्रेस प्रधान की पत्नी अमृता वड़िंग को 22 हजार वोटों से हराया
संवाद न्यूज एजेंसी, मुक्तसर (पंजाब)
Published by: अंकेश ठाकुर
Updated Sat, 23 Nov 2024 06:29 PM IST
सार
पंजाब की चार विधानसभा सीटों में से तीन आप के खाते में गई है। गिद्दड़बाहा सीट पर आप के डिंपी ढिल्लों ने पंजाब कांग्रेस प्रधान की पत्नी अमृता वड़िंग को 22 हजार वोटों से हराया है। डिंपी ढिल्लों के आप में आते ही किस्मत बदली है।
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हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों
- फोटो : संवाद
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विस्तार
पंजाब के मुक्तसर जिले के विधानसभा हलका गिद्दड़बाहा उपचुनाव में भी आम आदमी पार्टी (आप) की जीत हुई है। गिद्ड़बाहा में आप उम्मीदवार हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष राजा वड़िंग की पत्नी अमृता वड़िंग को करीब 22 हजार वोटों के अंतर से हराया है। डिंपी ढिल्लों को 71198 वोट मिले हैं। वहीं, अमृता वड़िंग को 49397 वोट मिले हैं। तीसरे नंबर पर रहे भाजपा के प्रत्याशी मनप्रीत बादल को कुल 12174 मत पड़े हैं।
गिद्दड़बाहा शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का गढ़ रहा है। राजा वड़िंग के चुनाव जीतने के बाद यहां कांग्रेस का झंडा बुलंद हो गया। अब डिंपी की जीत के बाद गिद्दड़बाहा पर आप का कब्जा हो गया है। शिअद छोड़कर आप में शामिल होना हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ और उन्हें पार्टी में बदलाव रास आ गया। करीब 38 साल अकाली दल का दामन थामे रहने के बाद करीब दो माह पहले डिंपी मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की मौजूदगी में आप में शामिल हुए थे। डिंपी ढिल्लों को पार्टी में शामिल होते ही आप से उपचुनाव के लिए टिकट दिया गया। पार्टी बदलने का फैसले ने डिंपी ढिल्लों की किस्मत भी बदल दी।
इससे पहले डिंपी ढिल्लों शिरोमणि अकाली दल से दो बार चुनाव लड़े, लेकिन अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से चुनाव हार गए थे। वहीं अब तीसरी बार आप की टिकट से राजा वड़िंग की धर्मपत्नी अमृता वड़िंग को हराकर विधायक बन गए हैं।
गौरतलब है कि डिंपी ढिल्लों ने शिअद की टिकट से 2017 व 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ा। मगर वे ये दोनों बार चुनाव राजा वडिंग से हार गए। 2017 के चुनाव में राजा वड़िंग ने हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को 16,212 मतों के अंतर से हराया था। जबकि 2022 में वे 1349 मतों से राजा वड़िंग से फिर हारे थे। शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ मन-मुटाव के बाद करीब दो माह पहले ही में मुख्यमंत्री ने उन्हें आप में शामिल में कराया था। ये परिवर्तन उन्हें खूब रास आया और अब उप चुनाव में राजा वड़िंग की धर्मपत्नी को 21801 मतों से हराकर विधानसभा पहुंचे हैं।
इस चुनाव में प्रचार दौरान डिंपी मतदाताओं से सिर्फ एक मौका मांगते आए थे, जो लोगों ने उन्हें दे दिया है। चुनाव मतगणना दौरान शुरुआत से ही हर राउंड में डिंपी ढिल्लों बढ़त बनाते चल रहे थे। 2017 में जहां डिंपी राजा वड़िंग से 16,212 मतों के अंतर से हारे थे, 2022 में ये अंतर काफी कम हो गया और डिंपी को वोटों में इस अंतर से काफी बढ़त मिली थी, जबकि इस बार वे लगातार हर राउंड में आगे रहे और अच्छे वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की है।
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गिद्दड़बाहा शिरोमणि अकाली दल (शिअद) का गढ़ रहा है। राजा वड़िंग के चुनाव जीतने के बाद यहां कांग्रेस का झंडा बुलंद हो गया। अब डिंपी की जीत के बाद गिद्दड़बाहा पर आप का कब्जा हो गया है। शिअद छोड़कर आप में शामिल होना हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ और उन्हें पार्टी में बदलाव रास आ गया। करीब 38 साल अकाली दल का दामन थामे रहने के बाद करीब दो माह पहले डिंपी मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की मौजूदगी में आप में शामिल हुए थे। डिंपी ढिल्लों को पार्टी में शामिल होते ही आप से उपचुनाव के लिए टिकट दिया गया। पार्टी बदलने का फैसले ने डिंपी ढिल्लों की किस्मत भी बदल दी।
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इससे पहले डिंपी ढिल्लों शिरोमणि अकाली दल से दो बार चुनाव लड़े, लेकिन अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग से चुनाव हार गए थे। वहीं अब तीसरी बार आप की टिकट से राजा वड़िंग की धर्मपत्नी अमृता वड़िंग को हराकर विधायक बन गए हैं।
गौरतलब है कि डिंपी ढिल्लों ने शिअद की टिकट से 2017 व 2022 में विधानसभा चुनाव लड़ा। मगर वे ये दोनों बार चुनाव राजा वडिंग से हार गए। 2017 के चुनाव में राजा वड़िंग ने हरदीप सिंह डिंपी ढिल्लों को 16,212 मतों के अंतर से हराया था। जबकि 2022 में वे 1349 मतों से राजा वड़िंग से फिर हारे थे। शिअद के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ मन-मुटाव के बाद करीब दो माह पहले ही में मुख्यमंत्री ने उन्हें आप में शामिल में कराया था। ये परिवर्तन उन्हें खूब रास आया और अब उप चुनाव में राजा वड़िंग की धर्मपत्नी को 21801 मतों से हराकर विधानसभा पहुंचे हैं।
इस चुनाव में प्रचार दौरान डिंपी मतदाताओं से सिर्फ एक मौका मांगते आए थे, जो लोगों ने उन्हें दे दिया है। चुनाव मतगणना दौरान शुरुआत से ही हर राउंड में डिंपी ढिल्लों बढ़त बनाते चल रहे थे। 2017 में जहां डिंपी राजा वड़िंग से 16,212 मतों के अंतर से हारे थे, 2022 में ये अंतर काफी कम हो गया और डिंपी को वोटों में इस अंतर से काफी बढ़त मिली थी, जबकि इस बार वे लगातार हर राउंड में आगे रहे और अच्छे वोटों के मार्जिन से जीत हासिल की है।