सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Punjab ›   Chandigarh-Punjab News ›   condition of marriage certificate abolished for Shagun Yojana in punjab

Punjab: शगुन योजना के लिए अब विवाह प्रमाण पत्र की शर्त खत्म, प्रसव लाभ के लिए आधार कार्ड की शर्त भी हटाई

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, चंडीगढ़ Published by: निवेदिता वर्मा Updated Thu, 14 Aug 2025 10:53 AM IST
विज्ञापन
सार

पंजाब बिल्डिंग वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड की शगुन योजना के अंतर्गत अब तहसीलदार की ओर से जारी विवाह प्रमाणपत्र की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। अब केवल धार्मिक स्थल पर हुए विवाह की तस्वीर और दोनों परिवारों की ओर से दिया गया स्व-घोषणा पत्र पर्याप्त होगा।

condition of marriage certificate abolished for Shagun Yojana in punjab
शगुन योजना - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

पंजाब में शगुन योजना का लाभ लेने के लिए अब तहसीलदार कार्यालय से जारी विवाह प्रमाणपत्र की जरूरत नहीं होगी। पंजाब के श्रम मंत्री तरुणप्रीत सिंह सौंद ने कहा है कि राज्य सरकार ने कई कल्याणकारी योजनाओं को सरल और अधिक सुलभ बना दिया है।

loader
Trending Videos


पंजाब बिल्डिंग वर्कर्स वेलफेयर बोर्ड की शगुन योजना के अंतर्गत अब तहसीलदार की ओर से जारी विवाह प्रमाणपत्र की अनिवार्यता समाप्त कर दी गई है। अब केवल धार्मिक स्थल पर हुए विवाह की तस्वीर और दोनों परिवारों की ओर से दिया गया स्व-घोषणा पत्र पर्याप्त होगा। इस योजना के तहत सरकार 51 हजार रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इसी तरह प्रसव लाभ के लिए अब बच्चे का आधार कार्ड लाने की शर्त भी हटा दी गई है। केवल जन्म प्रमाण पत्र जमा कराने पर महिला निर्माण श्रमिकों को 21 हजार रुपये और पुरुष श्रमिकों को पांच हजार रुपये की सहायता दी जाएगी।

विज्ञापन
विज्ञापन

वजीफा योजना में श्रमिकों की दो साल की सेवा अवधि का नियम समाप्त

श्रम मंत्री ने बताया कि पंजाब श्रम कल्याण बोर्ड ने बच्चों के लिए वजीफा योजना के अंतर्गत श्रमिकों की दो साल की सेवा अवधि की शर्त भी समाप्त कर दी है। अब श्रमिक अपना योगदान शुरू करने के दिन से ही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। सौंद ने कहा कि 90 दिनों से अधिक काम कर चुके मनरेगा मजदूरों को सभी संबंधित लाभ प्राप्त करने के लिए बिल्डिंग और अन्य निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड में पंजीकरण के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। फरवरी 2025 में हुई पंजाब श्रम कल्याण बोर्ड की 55वीं बैठक में कल्याणकारी योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 1 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया था।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed