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Ludhiana News: मिशन चढ़दी कला से पंजाब को फिर अपने पांव पर खड़ा करेगी सरकार
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-बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास के लिए शुरू किया मिशन, देश-विदेश से फंड जुटाने की अपील
-मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद संभाली कमान, सीएमओ में स्थापित किया जाएगा वॉर रूम
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कितना नुकसान
-2483 गांव डूबे
-3.89 लाख आबादी प्रभावित
-1.99 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद
-56 लोगों की मौत
-3200 स्कूल बर्बाद
-19 कॉलेज मलबे में बदले
-1400 क्लीनिक व अस्पताल खंडहर बने
-2500 पुल ढहे
-13,800 करोड़ रुपये का नुकसान
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अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। बाढ़ के बाद पंजाब को फिर से अपने पांव पर खड़ा करने के लिए पंजाब सरकार ने मिशन चढ़दी कला शुरू किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद इस मिशन की कमान संभाली है। मिशन के तहत बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास के प्रयासों को और तेज किया जाएगा। फंड जुटाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। इस मिशन की गतिविधियों की निगरानी के लिए सीएम कार्यालय में एक वाॅर रूम भी स्थापित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ऐसे कठिन दौर से गुजरा है जिसे हमारी पीढ़ियां कभी भूल नहीं सकेंगी। बाढ़ ने सिर्फ पानी से ही कहर नहीं ढाया बल्कि लाखों सपने भी बह गए हैं। 2483 गांव डूब गए और 3.89 लाख की आबादी प्रभावित हुई। 1.99 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है और 56 कीमती जानें चली गईं। लाखों लोग बेघर हो गए। सीएम ने बताया कि 3200 स्कूल बर्बाद हो गए। 19 कॉलेज मलबे में बदल गए। 1400 क्लीनिक व अस्पताल खंडहर बन गए हैं। 2500 पुल ढह गए। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार 13,800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मान ने कहा कि भले ही यह पंजाब के इतिहास का सबसे भयावह दुखांत है लेकिन इसके साथ यह पंजाब के लिए सबसे बड़ा इम्तिहान भी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय राहत और पुनर्वास से आगे बढ़ने का आ गया है क्योंकि हमारे किसान को फिर से खेती करनी है। बच्चों को फिर से स्कूल जाना है और बाढ़ पीड़ित परिवारों ने फिर से अपने घर बसाने हैं। इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मिशन चढ़दी कला की शुरुआत की गई है।
सीएम ने की मदद की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा- हम हर पंजाबी, भारत के हर नागरिक, हमारे उद्योगपतियों, कलाकारों, चैरिटेबल ट्रस्टों और दुनिया भर में रहने वाले अपने पंजाबी भाइयों-बहनों से अपील करते हैं कि आज पंजाब को आपकी जरूरत है। www.rangla.punjab.gov.in के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों के लिए योगदान दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों से बैठक की। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को बाढ़ राहत कैंपों और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का रोजाना दौरा करने के निर्देश दिए। इस मौके पर वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, मुख्य सचिव केएपी सिन्हा एवं अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
4658 किलोमीटर सड़कों को नुकसान, 1969.50 करोड़ की जरूरत
बाढ़ के कारण राज्य की 4658 किलोमीटर सड़कों को नुकसान हुआ है। पंजाब के लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ने बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक में बताया कि राज्य की प्लान रोड्स के अंतर्गत आने वाले 19 पुलों और 1592.76 किलोमीटर मार्ग को नुकसान पहुंचा है। 92 कल्वर्ट प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों के अंतर्गत आने वाले 4 पुलों और 49.69 किलोमीटर सड़कों को नुकसान हुआ है। 14 कल्वर्ट क्षतिग्रस्त हुए हैं। लिंक मार्गों के अंतर्गत आने वाले 45 पुलों और 2357.84 किलोमीटर सड़कों को नुकसान पहुंचा है। 657.54 किलोमीटर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कों को भी क्षति पहुंची है। क्षतिग्रस्त पुलों, सड़कों और कल्वर्ट की मरम्मत पर 1969.50 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। बैठक में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को राज्य की विभिन्न सड़कों की स्थिति को तुरंत सुधारने संबंधी दिशा-निर्देश दिए गए। जो परियोजनाएं अभी पूरी नहीं हुई हैं, उन्हें तेजी से पूर्ण करने के भी निर्देश दिए गए।
नुकसान का पता लगाने के लिए 2800
गांवों में एप-आधारित सर्वे
उन्होंने अमृतसर-जंडियाला सेक्शन पर पड़ने वाले मल्लिया, टांगरा और दबुरजी में बनाए जा रहे फ्लाईओवर और उससे जुड़ी सर्विस रोड की समय पर मरम्मत न होने के कारण हो रहे हादसों का जिक्र करते हुए इसकी रिपोर्ट मांगी है। इसे शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने एनएचएआई अधिकारियों को खरड़ फ्लाईओवर के नीचे लगने वाले जाम की समस्या का हल निकालने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ से हुए नुकसान संबंधी सरकार की तरफ से 2800 गांवों में कराए जा रहे एप-आधारित सर्वे पर भी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ चर्चा की।

-मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद संभाली कमान, सीएमओ में स्थापित किया जाएगा वॉर रूम
कितना नुकसान
-2483 गांव डूबे
-3.89 लाख आबादी प्रभावित
-1.99 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद
-56 लोगों की मौत
-3200 स्कूल बर्बाद
-19 कॉलेज मलबे में बदले
-1400 क्लीनिक व अस्पताल खंडहर बने
-2500 पुल ढहे
-13,800 करोड़ रुपये का नुकसान
अमर उजाला ब्यूरो
चंडीगढ़। बाढ़ के बाद पंजाब को फिर से अपने पांव पर खड़ा करने के लिए पंजाब सरकार ने मिशन चढ़दी कला शुरू किया है। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने खुद इस मिशन की कमान संभाली है। मिशन के तहत बाढ़ पीड़ितों के पुनर्वास के प्रयासों को और तेज किया जाएगा। फंड जुटाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। इस मिशन की गतिविधियों की निगरानी के लिए सीएम कार्यालय में एक वाॅर रूम भी स्थापित होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश ऐसे कठिन दौर से गुजरा है जिसे हमारी पीढ़ियां कभी भूल नहीं सकेंगी। बाढ़ ने सिर्फ पानी से ही कहर नहीं ढाया बल्कि लाखों सपने भी बह गए हैं। 2483 गांव डूब गए और 3.89 लाख की आबादी प्रभावित हुई। 1.99 लाख हेक्टेयर फसल बर्बाद हो गई है और 56 कीमती जानें चली गईं। लाखों लोग बेघर हो गए। सीएम ने बताया कि 3200 स्कूल बर्बाद हो गए। 19 कॉलेज मलबे में बदल गए। 1400 क्लीनिक व अस्पताल खंडहर बन गए हैं। 2500 पुल ढह गए। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार 13,800 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। मान ने कहा कि भले ही यह पंजाब के इतिहास का सबसे भयावह दुखांत है लेकिन इसके साथ यह पंजाब के लिए सबसे बड़ा इम्तिहान भी है।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि अब समय राहत और पुनर्वास से आगे बढ़ने का आ गया है क्योंकि हमारे किसान को फिर से खेती करनी है। बच्चों को फिर से स्कूल जाना है और बाढ़ पीड़ित परिवारों ने फिर से अपने घर बसाने हैं। इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए मिशन चढ़दी कला की शुरुआत की गई है।
सीएम ने की मदद की अपील
मुख्यमंत्री ने कहा- हम हर पंजाबी, भारत के हर नागरिक, हमारे उद्योगपतियों, कलाकारों, चैरिटेबल ट्रस्टों और दुनिया भर में रहने वाले अपने पंजाबी भाइयों-बहनों से अपील करते हैं कि आज पंजाब को आपकी जरूरत है। www.rangla.punjab.gov.in के माध्यम से बाढ़ पीड़ितों के लिए योगदान दिया जा सकता है। मुख्यमंत्री ने बाढ़ राहत कार्यों का जायजा लेने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जिलों के डिप्टी कमिश्नरों से बैठक की। उन्होंने डिप्टी कमिश्नरों को बाढ़ राहत कैंपों और अन्य प्रभावित क्षेत्रों का रोजाना दौरा करने के निर्देश दिए। इस मौके पर वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा, मुख्य सचिव केएपी सिन्हा एवं अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
4658 किलोमीटर सड़कों को नुकसान, 1969.50 करोड़ की जरूरत
बाढ़ के कारण राज्य की 4658 किलोमीटर सड़कों को नुकसान हुआ है। पंजाब के लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ने बुधवार को अधिकारियों के साथ बैठक में बताया कि राज्य की प्लान रोड्स के अंतर्गत आने वाले 19 पुलों और 1592.76 किलोमीटर मार्ग को नुकसान पहुंचा है। 92 कल्वर्ट प्रभावित हुए हैं। राष्ट्रीय राजमार्गों के अंतर्गत आने वाले 4 पुलों और 49.69 किलोमीटर सड़कों को नुकसान हुआ है। 14 कल्वर्ट क्षतिग्रस्त हुए हैं। लिंक मार्गों के अंतर्गत आने वाले 45 पुलों और 2357.84 किलोमीटर सड़कों को नुकसान पहुंचा है। 657.54 किलोमीटर प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कों को भी क्षति पहुंची है। क्षतिग्रस्त पुलों, सड़कों और कल्वर्ट की मरम्मत पर 1969.50 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। बैठक में नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अधिकारियों को राज्य की विभिन्न सड़कों की स्थिति को तुरंत सुधारने संबंधी दिशा-निर्देश दिए गए। जो परियोजनाएं अभी पूरी नहीं हुई हैं, उन्हें तेजी से पूर्ण करने के भी निर्देश दिए गए।
नुकसान का पता लगाने के लिए 2800
गांवों में एप-आधारित सर्वे
उन्होंने अमृतसर-जंडियाला सेक्शन पर पड़ने वाले मल्लिया, टांगरा और दबुरजी में बनाए जा रहे फ्लाईओवर और उससे जुड़ी सर्विस रोड की समय पर मरम्मत न होने के कारण हो रहे हादसों का जिक्र करते हुए इसकी रिपोर्ट मांगी है। इसे शीघ्र पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने एनएचएआई अधिकारियों को खरड़ फ्लाईओवर के नीचे लगने वाले जाम की समस्या का हल निकालने के भी निर्देश दिए। उन्होंने बाढ़ से हुए नुकसान संबंधी सरकार की तरफ से 2800 गांवों में कराए जा रहे एप-आधारित सर्वे पर भी अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ चर्चा की।