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Banswara: औचक निरीक्षण में खुली सरकारी दफ्तरों की पोल, कुशलगढ़ में अफसर नदारद, कार्यालयों पर लटके ताले

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बांसवाड़ा Published by: बांसवाड़ा ब्यूरो Updated Sat, 27 Dec 2025 11:54 AM IST
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सार

बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ उपखण्ड में उपखण्ड अधिकारी राकेश कुमार न्योल और तहसीलदार शंकरलाल मईडा द्वारा किए गए औचक निरीक्षण में सरकारी कार्यालयों की गंभीर लापरवाही सामने आई।

banswara kushalgarh surprise inspection government offices absent officials negligence
कुशलगढ़ में खुली सरकारी सिस्टम की पोल - फोटो : अमर उजाला
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बांसवाड़ा जिले के कुशलगढ़ उपखण्ड में शुक्रवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब उपखण्ड अधिकारी राकेश कुमार न्योल और तहसीलदार शंकरलाल मईडा ने विभिन्न राजकीय कार्यालयों का संयुक्त रूप से औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कई विभागों में अधिकारी-कर्मचारी कार्यस्थल से नदारद मिले, तो कई कार्यालयों पर ताले लटके पाए गए। शनिवार को अधिकारियों की ओर से निरीक्षण से जुड़ी विस्तृत जानकारी साझा की गई।
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निरीक्षण के दौरान जल संसाधन विभाग खंड कुशलगढ़ में सुबह करीब 10:30 बजे कार्यालय के मुख्य द्वार और अंदर ताले लगे हुए मिले। कनिष्ठ अभियंता डिंपल डामोर को फोन कर बुलाया गया, जिन्होंने मौके पर पहुंचकर ताले खुलवाए। वहीं दूसरे कनिष्ठ अभियंता अनिल पटेल बिना किसी स्वीकृति के अवकाश पर अनुपस्थित पाए गए। कनिष्ठ सहायक महेश कटारा भी सुबह 10:45 बजे कार्यालय पहुंचे। निरीक्षण के दौरान कार्यालय में सफाई व्यवस्था अव्यवस्थित पाई गई, रिकॉर्ड्स का रखरखाव ठीक नहीं था और फाइलों पर दीमक लगी हुई पाई गई।
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इसके बाद सहायक निदेशक कृषि विस्तार केंद्र का निरीक्षण किया गया, जहां कार्यालय बंद मिला और ताले लटके हुए थे। सहायक निदेशक छगनलाल दामा से जानकारी लेने पर बताया गया कि पंचायत समिति सभागार भवन में मासिक बैठक आयोजित की गई थी। सुबह 11 बजे वन विभाग रेंजर कार्यालय कुशलगढ़ का निरीक्षण किया गया। यहां क्षेत्रीय वन अधिकारी गिरीश लबाना अनुपस्थित पाए गए। कार्यालय में मौजूद कामिनी पंचाल ने बताया कि वे एसीएफ के साथ फील्ड विजिट पर गए हैं। वहीं वनरक्षक सरोज कटारा भी अनुपस्थित थीं और उन्होंने 23 दिसंबर के बाद से उपस्थिति रजिस्टर में हस्ताक्षर नहीं किए थे। उप स्वास्थ्य केंद्र बड़वास बड़ी के निरीक्षण के दौरान सीएचओ रितेश मेरावत और एएनएम सरोज दोनों ही मौके पर मौजूद नहीं मिले। वनपाल नाका टीमेंडा बड़ा में भी कार्यालय बंद पाया गया और ताले लटके मिले।

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प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र टिमेडा बड़ा में नर्सिंग ऑफिसर सूकली गरासिया बिना अवकाश स्वीकृति के अनुपस्थित मिलीं। यहां इनडोर पेशेंट रजिस्टर में पांच मरीज भर्ती दर्शाए गए थे, लेकिन निरीक्षण के समय एक भी मरीज भर्ती नहीं पाया गया। इसी तरह लेबर पेशेंट रजिस्टर में दो मरीजों का इंद्राज था, लेकिन मौके पर कोई भी मरीज मौजूद नहीं था। लेबर रूम की सफाई व्यवस्था भी संतोषजनक नहीं पाई गई और शौचालय अत्यंत गंदे मिले। इस पर उपखण्ड अधिकारी ने बीसीएमओ को मामले की जांच के निर्देश दिए।

इसके अतिरिक्त पशुपालन कार्यालय में पशु चिकित्सक अनुपस्थित पाए गए। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग कार्यालय में सहायक अभियंता बंसीलाल कटारा, कनिष्ठ अभियंता नगिन लबाना और कनिष्ठ सहायक बहादुर डिंडोर भी अनुपस्थित मिले। बताया गया कि कनिष्ठ अभियंता नगिन लबाना 15 दिसंबर से बिना अवकाश स्वीकृत कराए अनुपस्थित हैं। औचक निरीक्षण में लगातार सामने आई लापरवाही के बाद संबंधित विभागों में जवाबदेही तय करने की तैयारी शुरू कर दी गई है।

 

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