Banswara News: शराब पिलाकर साथी को दे दिया नदी में धक्का, मोटागांव से लापता व्यापारी मामले में हत्या का खुलासा
डूंगरपुर जिले के मोटागांव से 8 सितंबर को लापता हुए दो व्यापारियों में से सुरेश सोनी की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। सुरेश का शव माही नदी से और उनकी कार लसाड़ा पुल से मिली थी। जांच में पता चला कि साथी व्यापारी हर्षित शर्मा ने कर्ज से छुटकारा पाने के लिए सुरेश को पहले शराब पिलाई, फिर कार को नदी में डाला और हाथापाई के दौरान सुरेश को धक्का देकर नदी में गिरा दिया।

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पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने बताया कि 8 सितंबर को मोटागांव निवासी व्यापारी सुरेश सोनी और हर्षित शर्मा दोनों लापता हो गए थे। शाम तक वे परिजनों के संपर्क में रहे, इसके बाद उनका कोई पता नहीं चला। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद पुलिस की टीमें गठित की गईं। चैथे दिन व्यापारी सुरेश का शव डूंगरपुर जिले के भीलूड़ा कस्बे के समीप गांव फलातेड़ से गुजरने वाली माही नदी में मिला। इसके अगले दिन उनकी कार लसाड़ा पुल के नीचे माही नदी में मिली, लेकिन हर्षित का कोई पता नहीं चला। कार नदी में मिलने से यह कयास लगाया गया कि कार के दुर्घटनाग्रस्त होने से हर्षित भी पानी में बह गया, किंतु पुलिस की तलाश जारी रही। इसी दौरान पता चला कि हर्षित अपनी बुआ के बेटे नितेश के पास मुंबई में हैं। परिजनों पर दबाव बनाने पर नितेश हर्षित को लेकर रतलाम आया, जहां से पुलिस टीम ने उसे धर दबोचा।
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कर्ज से छुटकारा पाने की हत्या
एसपी जोशी ने बताया कि एएसपी डाॅ. राजेश भारद्वाज, घाटोल डिप्टी महेंद्र कुमार के मार्गदर्शन में गठित टीम ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर साक्ष्य एकत्र किए। रतलाम से पकड़े हर्षित से पूछताछ की। इसमें हर्षित ने बताया कि सुरेश के कर्ज से मुक्त होने के लिए उसने षड्यंत्र पूर्वक सुरेश को पहले अत्यधिक शराब पिलाई। इसके बाद कार को माही नदी में डाल दिया। इसी दौरान दोनों में विवाद और हाथापाई हो गई तो हर्षित ने सुरेश को लसाड़ा पुल से माही नदी में धक्का दे दिया। पूछताछ के बाद गुरुवार को मोटागांव थाना पुलिस ने हर्षित पुत्र पूर्णाशंकर शर्मा की गिरफ्तारी दर्शाई।