सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Rajasthan ›   Jaipur News ›   Rajasthan Govt Directs Departments to Utilize Over 10,000 Idle Gov Buildings Before Approving New Construction

सरकार के 10 हजार भवन खाली पड़े- मुख्य सचिव की विभागों चिट्ठी, दिए ये निर्देश...

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर Published by: सौरभ भट्ट Updated Fri, 24 Oct 2025 11:13 AM IST
विज्ञापन
सार

राजस्थान में 10,000 से अधिक सरकारी भवन खाली हैं। सरकार ने नए भवन निर्माण से पहले जिला कलेक्टर से जांच और प्रमाण पत्र लेने का निर्देश दिया है ताकि पुराने भवनों का बेहतर उपयोग सुनिश्चित हो सके।

Rajasthan Govt Directs Departments to Utilize Over 10,000 Idle Gov Buildings Before Approving New Construction
मुख्य सचिव सुधांश पंत - फोटो : सोशल मीडिया
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

हर साल सरकार बजट में स्कूल, कॉलेज, सरकारी ऑफिस, पुलिस थाने व चौकियों के लिए नए भवन निर्माण की स्वीकृतियां जारी करती है जिस पर करोड़ों रुपए का खर्च भी आता है। लेकिन आपको यह जानकार हैरानी होगी कि राजस्थान के अलग-अलग जिलों में 10 हजार से ज्यादा सरकारी भवन खाली पड़े हैं। हाल में राज्य सरकार ने जिला प्रशासन के माध्यम से एक सर्वे करवाया जिसमें यह जानकारी निकलकर सामने आई है।  इसके बाद मुख्य सचिव सुधांश पंत ने सभी विभागाध्यक्षों को एक पत्र जारी किया है जिसमें कहा गया है कि नए भवन निर्माण के प्रस्ताव भेजने से पहले जिला कलेक्टर से यह जांच अवश्य कराएं कि कहीं आसपास पहले से ही कोई निर्धारित भवन खाली तो नहीं है। यदि ऐसा कोई भवन उपलब्ध हो, तो उसका प्राथमिकता से उपयोग किया जाना चाहिए। यह सूची सभी जिला कलेक्टर्स के पास उपलब्ध है। सूची में दस हजार से अधिक ऐसे सरकारी भवनों की जानकारी दी गई है जो फिलहाल उपयोग में नहीं आ रहे हैं।

Trending Videos

यह भी पढें-  Rajasthan News: कांग्रेस में नया प्रयोग; नए जिलाध्यक्षों के लिए 3 महीने का 'प्रोबेशन', पैनल पर AICC की बैठक आज

विज्ञापन
विज्ञापन

मुख्य सचिव की ओर से सभी  विभाग को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे नवीन भवन स्वीकृति का प्रस्ताव जारी करने से पहले जिला कलेक्टर से प्रमाण पत्र प्राप्त करें, जिसमें यह सुनिश्चित हो कि क्षेत्र में उपयुक्त भवन उपलब्ध नहीं है। यह प्रमाण पत्र वित्त विभाग को नए भवन निर्माण के प्रस्ताव के साथ संलग्न करना अनिवार्य होगा। इस व्यवस्था से सरकारी संसाधनों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित होगा और अनावश्यक भवन निर्माण से बचाव होगा। राज्य सरकार का यह कदम सरकारी भवनों के कुशल प्रबंधन की दिशा में एक सकारात्मक पहल है। गौरतलब है कि इससे पहले पूर्व सीएम वसुंधरा राजे ने भी 2014 में  प्रदेश में ऐसे अनुपयोगी भवनों को चिन्हित करें और उनके उपयोग की योजना बनाने के निर्देश जारी किए थे।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed