Jaisalmer News: डांगरी गांव में किसान की हत्या के बाद तनाव, बाजार बंद, आगजनी और पथराव; भारी पुलिस बल तैनात
जैसलमेर के डांगरी गांव में किसान की हत्या के बाद हालात तनावपूर्ण हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने दुकानों और डंपर को आग के हवाले कर दिया है। वहीं, आरोपियों के मकान गिराने की मांग को लेकर धरना स्थल पर JCB मंगवाई गई है। हालात काबू में करने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
विस्तार
राजस्थान के जैसलमेर जिले के फतेहगढ़ उपखंड के डांगरी गांव में मंगलवार रात हुए किसान की हत्या के बाद हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं। बुधवार को पूरे दिन गांव और आसपास के इलाकों में बाजार बंद रहे। शाम तक मामला इतना बिगड़ा कि भीड़ ने एक टायर-ट्यूब की दुकान को आग के हवाले कर दिया। आग इतनी भयानक थी कि पास की तीन अन्य दुकानें भी उसकी चपेट में आ गईं। देर रात करीब 11:20 बजे गुस्साई भीड़ ने हत्या के आरोपी से जुड़े माने जा रहे एक डंपर को भी जला डाला। हालात काबू से बाहर होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागने पड़े।
घटना की शुरुआत कैसे हुई
2 सितंबर की रात सुमेल गांव के किसान खेत सिंह अपने खेत में सो रहे थे। इसी दौरान कुछ बदमाशों ने उन पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। गंभीर रूप से घायल किसान पूरी रात खेत में तड़पता रहा। सुबह जब ग्रामीणों को घटना का पता चला तो वे उसे फतेहगढ़ के सरकारी अस्पताल लेकर पहुंचे। प्राथमिक उपचार के बाद डॉक्टरों ने उसे बाड़मेर रेफर कर दिया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि खेत सिंह ने कुछ दिन पहले हिरण का शिकार करने वालों को रोक दिया था और उन्हें हिदायत दी थी कि वन्यजीव का शिकार करना अपराध है। इसी बात से नाराज होकर बदमाशों ने रंजिश रखते हुए यह हमला किया, जिसके चलते किसान की मौत हो गई।
हत्या के बाद भड़का गुस्सा
हत्या की खबर गांव में फैलते ही माहौल गरमा गया। बुधवार शाम को सैकड़ों ग्रामीणों ने आरोपी पक्ष की दुकान पर धावा बोल दिया और आगजनी कर दी। भीड़ यहीं नहीं रुकी, देर रात आरोपी से जुड़े माने जा रहे एक डंपर को भी आग के हवाले कर दिया। लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस बल को गांव में बुला लिया गया और बैरिकेडिंग कर दी गई।
जिला कलेक्टर प्रताप सिंह और एसपी अभिषेक शिवहरे हालात काबू में करने के लिए मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों से शांति बनाए रखने की अपील की। हालांकि आक्रोशित भीड़ पुलिस की गाड़ियों पर पथराव करने लगी, जिसके बाद पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा। हालात पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागे गए।
एसपी अभिषेक शिवहरे ने बताया कि हालात अब नियंत्रण में हैं और पुलिस गांव में लगातार गश्त कर रही है। ग्रामीणों से अपील की गई है कि वे घरों से बाहर न निकलें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।
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नेताओं की मौजूदगी और आह्वान
मामले के तूल पकड़ने के बाद राजनीतिक हलचल भी तेज हो गई। भाजपा नेताओं ने डांगरी गांव पास ही डांगरा गांव में धरना शुरू कर दिया। इसमें भाजपा जिलाध्यक्ष दलपत राम मेघवाल, भाजपा नेता स्वरूप सिंह खारा, पूर्व विधायक सांग सिंह भाटी समेत कई नेता मौजूद रहे।
स्वरूप सिंह खारा ने मंच से प्रशासन को अल्टीमेटम देते हुए कहा कि आरोपियों के अतिक्रमण तुरंत हटाए जाएं, वरना हम खुद कार्रवाई करेंगे। यहां तक कि धरने में जेसीबी मशीन भी मंगवाई गई। उन्होंने आरोप लगाया कि क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति लगातार बिगड़ रही है और आरोपी खुलेआम गांव के लोगों को धमकियां दे रहे हैं।
आरोपियों ने किसान को खेत पर पहले भी धमकाया था
गांव के लोगों का कहना है कि आरोपियों ने 10 दिन पहले ही किसान खेत सिंह को धमकाया था। ग्रामीणों की मांग है कि आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ-साथ उनके अवैध मकान और अतिक्रमण को तुरंत गिराया जाए। लोगों का कहना है कि अब आर-पार की लड़ाई लड़ी जाएगी। वहीं, गांव में माहौल अभी भी तनावपूर्ण है। प्रशासन लगातार हालात पर नजर रखे हुए है। गांव और आसपास के इलाकों में भारी पुलिस बल की तैनाती की गई है। चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मी निगरानी कर रहे हैं ताकि कोई भी अप्रिय घटना दोबारा न हो।
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