Jodhpur: एनसीबी ने श्रीगंगानगर में ड्रग्स लैब पकड़ी, दो शिक्षक गिरफ्तार; 780 ग्राम एमडी हुई बरामद
राजस्थान में इन दिनों एमडी ड्रग्स का नशा तेजी से बढ़ रहा है। बड़ी संख्या में युवा इस नशे के आदी होते जा रहे हैं। हालांकि पुलिस और नारकोटिक्स विभाग समय-समय पर छापेमारी कर ऐसी अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जिस रफ्तार से एमडी ड्रग्स का प्रचलन फैल रहा है।
विस्तार
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) जोधपुर ने श्रीगंगानगर में एक गुप्त ड्रग्स प्रयोगशाला का भंडाफोड़ किया है, जहां घातक नशीले पदार्थ मेफेड्रोन (4-मेथाइलमेथकैथिनोन) का अवैध निर्माण किया जा रहा था। इसे आमतौर पर ‘एमडी’ के नाम से जाना जाता है। यह एक सिंथेटिक उत्तेजक ड्रग है, जिसका सेवन तात्कालिक उत्तेजना देता है लेकिन अत्यधिक नशे की लत पैदा करता है। इसके लंबे समय तक सेवन से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर गंभीर दुष्प्रभाव होते हैं।
एनसीबी जोधपुर जोन के क्षेत्रीय निदेशक घनश्याम सोनी ने बताया कि श्रीगंगानगर के रिद्धि सिद्धि एनक्लेव में ड्रीम होम्स अपार्टमेंट स्थित एक फ्लैट में छापेमारी कर एनसीबी की टीम ने करीब 780 ग्राम एमडी बरामद किया। इसके अलावा मौके से एसिटोन, बेंजीन, सोडियम बाइकार्बोनेट, ब्रोमीन, मिथाइलअमीन, आइसोप्रोपाइल अल्कोहल, 4-मेथाइल प्रोपियोफेनोन, एन-मेथाइल-2-पाइरोलिडोन समेत कई रसायन और लैब उपकरण भी मिले, जो सिंथेटिक ड्रग्स बनाने में काम आते हैं।
पढ़ें: राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में कांग्रेस ब्लॉक अध्यक्ष का स्वागत, विवाद के बाद नोटिस हुआ जारी
मौके से दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें एक निजी विद्यालय में रसायन विज्ञान का शिक्षक और दूसरा सरकारी विद्यालय में विज्ञान का शिक्षक है। दोनों आरोपी श्रीगंगानगर निवासी हैं। प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि उन्होंने करीब दो महीने पहले यह फ्लैट किराए पर लेकर अवैध ड्रग्स लैब स्थापित की थी और आवश्यक रसायन व उपकरण दिल्ली से मंगवाए थे।
गौरतलब है कि राजस्थान में इन दिनों एमडी ड्रग्स का नशा तेजी से बढ़ रहा है। बड़ी संख्या में युवा इस नशे के आदी होते जा रहे हैं। हालांकि पुलिस और नारकोटिक्स विभाग समय-समय पर छापेमारी कर ऐसी अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन जिस रफ्तार से एमडी ड्रग्स का प्रचलन फैल रहा है, वह समाज के साथ-साथ प्रशासन और पुलिस के लिए भी गंभीर चुनौती बनता जा रहा है। नशे के आदी लोग इसके लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार रहते हैं, जिससे अपराध और सामाजिक असुरक्षा का खतरा भी बढ़ रहा है।