{"_id":"69281fcd96117e8aae08da5a","slug":"the-worlds-largest-turban-is-displayed-in-the-bagore-haveli-a-special-attraction-for-domestic-and-foreign-tourists-udaipur-news-c-1-1-noi1460-3674355-2025-11-27","type":"story","status":"publish","title_hn":"Udaipur News: बागोर हवेली की शान 151 फीट लंबी और 30 किलो वजनी पगड़ी, सैलानी खिंचवाते हैं तस्वीरें","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Udaipur News: बागोर हवेली की शान 151 फीट लंबी और 30 किलो वजनी पगड़ी, सैलानी खिंचवाते हैं तस्वीरें
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उदयपुर
Published by: उदयपुर ब्यूरो
Updated Thu, 27 Nov 2025 04:48 PM IST
सार
11 फीट की परिधि और 30 किलो वजनी दुनिया की इस सबसे बड़ी पगड़ी को देखने पर्यटक विशेष तौर से बागोर की हवेली पहुंचते हैं।
विज्ञापन
बागोर की हवेली में 30 किलो वजनी पगड़ी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
पर्यटन नगरी उदयपुर की ऐतिहासिक धरोहर बागोर की हवेली में दुनिया की सबसे बड़ी पगड़ी पर्यटकों के लिए खास आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। जो अपने अद्भुत आकार, वजन और कारीगरी के कारण हर किसी का ध्यान अपनी ओर खींच रही है।
Trending Videos
इस विशेष पगड़ी को बड़ौदा के प्रसिद्ध कलाकार अवंतीलाल चावला द्वारा तैयार किया गया है। इस पगड़ी में राजस्थान, मध्यप्रदेश और गुजरात के किसानों द्वारा पहनी जाने वाली पारंपरिक पगड़ियों की शैलियों का अनोखा मिश्रण किया गया है। बता दें कि दुनिया कि सबसे बड़ी इस पगड़ी का बायां हिस्सा गुजराती, दायां हिस्सा मध्य प्रदेशी और बीच का हिस्सा राजस्थानी शैली में बनाया गया है। यदि इसके आकार की बात करें तो पगड़ी की लंबाई 151 फीट, है. परिधि 11 फीट, ऊंचाई ढाई फीट और वजन करीब 30 किलो है।
विज्ञापन
विज्ञापन
ये भी पढ़ें: Rajasthan Weather: राजस्थान में जबरदस्त ठंड; फतेहपुर में जीरो डिग्री के पास पहुंचा पारा, फसलों पर जमी बर्फ
इतनी विशाल पगड़ी को देख पर्यटक हैरान रह जाते हैं और इसके साथ तस्वीरें खिंचवाने के लिए उत्सुक नजर आते हैं। उदयपुर के बागोर की हवेली में स्थित पगड़ी संग्रहालय में भारत के विभिन्न राज्यों की पारंपरिक पगड़ियां भी प्रदर्शित की गई हैं। यहां पर राजस्थान, मध्यप्रदेश, गुजरात और गोवा की विविध पगड़ी शैलियां देखने को मिलती हैं, जो देश की सांस्कृतिक विविधता को दर्शाती हैं।
प्रबंधन का कहना है कि इस अनूठी पगड़ी से पर्यटन को नया आयाम मिला है और देश-विदेश से आने वाले सैलानी बड़ी संख्या में इसे देखने आते हैं। यह न सिर्फ राजस्थान की विरासत को दर्शाती है, बल्कि भारतीय संस्कृति की विविधता का जीवंत उदाहरण भी पेश करती है।