CBSE Result 2025: सीबीएसई 10वीं और 12वीं कक्षा का परीक्षा परिणाम घोषित, हिमाचल में बेटियां रहीं अव्वल
हिमाचल प्रदेश में सीबीएसई दसवीं व 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में बेटियां अव्वल रही हैं।


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केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) कक्षा 10वीं और 12वीं के नतीजे जारी हो गए हैं। विद्यार्थी अपना परीक्षा परिणाम डिजिलॉकर के जरिये देख सकेंगे। हिमाचल प्रदेश में सीबीएसई दसवीं व 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में बेटियां अव्वल रही हैं। दोनों की कक्षाओं का पास प्रतिशत राष्ट्रीय औसत से बेहतर है। प्रदेश के 232 स्कूलों की 12वीं कक्षा की परीक्षा के लिए 11,417 विद्यार्थियों का पंजीकरण हुआ था। इनमें से 11,385 ने परीक्षा दी। परीक्षा में 10,561 विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए। पास प्रतिशत 92.76 रहा है। वहीं दसवीं व 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम में बेटियों ने बाजी मारी है। परीक्षा में 95.3 फीसदी छात्राएं व 90.77 फीसदी छात्र पास हुए। प्रदेश का परीक्षा परिणाम पड़ोसी राज्य पंजाब(92.47), हरियाणा(91.04), उत्तराखंड(86.15) से बेहतर है। परीक्षा के लिए प्रदेश में 108 केंद्र बनाए गए थे।
वहीं दसवीं कक्षा के लिए प्रदेश में 17,204 विद्यार्थियों ने पंजीकरण किया था और 17,177 ने परीक्षा दी। इसमें 9,516 छात्र व 7,661 छात्राएं शामिल हैं। परीक्षा में 16,706 विद्यार्थी पास हुए और पास प्रतिशत 97.26 रहा है। 98.09 फीसदी छात्राएं व 96.58 प्रतिशत छात्र परीक्षा में पास हुए। इस तरह दसवीं कक्षा में भी बेटियां अव्वल रही हैं। दसवीं के परीक्षा परिणाम में भी उत्तराखंड, हरियाणा व पंजाब हिमाचल से पीछे रहे हैं। प्रदेश के दसवीं कक्षा तक के 320 स्कूलों के लिए 119 केंद्रों पर यह परीक्षा हुई।
विद्यार्थी अपना स्कोर आधिकारिक वेबसाइटों जैसे cbse.gov.in, cbseresults.nic.in, results.cbse.nic.in और results.gov.in पर जाकर देख सकेंगे। इसके अलावा, डिजिलॉकर ऐप, उमंग ऐप और SMS सेवा के माध्यम से भी परिणाम चेक किया जा सकता है। 17 रीजन में विजयवाड़ा 99.60 फीसदी के साथ टॉप पर रहा है। त्रिवेंद्रम 99.32, चेन्नई 97.39, बेंगलुरु 95.95, दिल्ली वेस्ट, 95.37, दिल्ली ईस्ट 95.06, चंडीगढ़ 91.61, पंचकूला 91.17, पुणे 90.93, अजमेर 90.40, भुवनेश्वर 83.64, गुवाहाटी 83.62, देहरादून 83.45, पटना 82.86, भोपाल 82.46, नोएडा 81.29 व प्रयागराज का परीक्षा परिणाम 79.53 फीसदी रहा है। देशभर में जवाहर नवोदय विद्यालय का रिजल्ट सबसे अच्छा रहा। यहां बच्चों का पास प्रतिशत 99.29 फीसदी रहा। निजी स्कूल का 87.94 फीसदी के साथ सबसे कम फीसदी परिणाम रहा है। सरकारी सहायता प्राप्त स्कूल का रिजल्ट 91.57 फीसदी रहा।