Himachal Weather: दुश्वारियां बरकरार, राज्य में भूस्खलन से 1208 सड़कें बंद, कुल्लू में 10 लोग मलबे में दबे
प्रदेश में भारी बारिश, भूस्खलन से दुश्वारियां बरकरार हैं। भूस्खलन से राज्य में छह नेशनल हाईवे सहित 1,208 सड़कें बंद हैं।

विस्तार
हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश, भूस्खलन से दुश्वारियां बरकरार हैं। भूस्खलन से राज्य में छह नेशनल हाईवे सहित 1,208 सड़कें बंद हैं। 1885 बिजली ट्रांसफार्मर व 824 जल आपूर्ति योजनाएं भी प्रभावित हैं। चंबा जिले में 204, कुल्लू 225, मंडी 293, शिमला 216, सिरमाैर 91, सोलन 71 व कांगड़ा जिले में 53 सड़कें ठप हैं। बिजली-पानी की आपूर्ति और सड़कें ठप होने से ग्रामीण क्षेत्रों में मुश्किलें बढ़ गई हैं। राज्य के सरकारी-निजी स्कूल, काॅलेज, विवि, डाइट, तकनीकी संस्थान 7 सितंबर तक बंद रखे गए हैं लेकिन कई ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली नहीं होने से ऑनलाइन कक्षाएं भी नहीं हो पा रही हैं।

कुल्लू के इनर अखाड़ा बाजार में भूस्खलन से छह लोग मलबे में दबे, एक की माैत
तीन दिन के अंदर कुल्लू जिला मुख्यालय में भूस्खलन की चौथी घटना सामने आई है। गुरुवार सुबह भूस्खलन की चपेट में दो मकान और आ गए। एक की मौत हो गई है, जबकि तीन लोगों को बचा लिया गया। अभी भी छह लोग मलबे में दबे हैं। इसमें एक महिला भी शामिल है। पिछले कल हुई घटना के दोनों शव भी अभी मलबे में दबे हुए हैं। जानकारी के अनुसार, गुरुवार सुबह करीब 7:30 बजे कुल्लू में भूस्खलन हुआ। मलबे के साथ भारी चट्टानें गिरी हैं। इसकी चपेट में आने से इनर अखाड़ा बाजार में दो घरों में नुकसान हुआ। एनडीआरएफ ने रेस्क्यू अभियान चला रहा है। एक महिला और पांच कश्मीरी मजदूर अभी भी घर के अंदर मलबे के नीचे फंसे हुए हैं। एडीसी कुल्लू अश्विनी कुमार और एसडीएम निशांत कुमार मौके पर मौजूद हैं।
10 सितंबर तक ऐसा रहेगा माैसम
माैसम विज्ञान केंद्र शिमला के अनुसार राज्य के कुछ भागों में 10 सितंबर तक बारिश का दाैर जारी रहेगा। आज कुछ भागों में बारिश के आसार हैं। शिमला में भी रात से सुबह तक रुक-रुककर बारिश हुई। बीती रात धर्मपुर में 74.6, करसोग 69.0, कसौली 67.0, कंडाघाट 59.0, नयना देवी 58.6, भुंतर 55.6, बिलासपुर 50.8, सराहन और शिमला 47.0, काहू 45.0, सोलन 44.4, मनाली 44.0, कुफरी 43.6, नारकंडा 42.0, बग्गी 41.5 व रोहड़ू में 40.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
मानसून में अब तक 343 लोगों की माैत, 5,319 मकान क्षतिग्रस्त
प्रदेश में जारी बारिश के बीच मानसून सीजन के दौरान अभी तक कुल 3,69,041.76 लाख रुपये की संपत्ति का नुकसान हो चुका है। प्रदेश में इस मानसून सीजन में 20 जून से 3 सितंबर तक 343 लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। 398 लोग घायल हुए हैं। 43 लोग अभी भी लापता हैं। इस दौरान 160 लोगों की सड़क हादसों में मौत हुई है। बादल फटने, भूस्खलन, बाढ़ से अब तक 5,319 कच्चे-पक्के घरों, दुकानों को क्षति हुई है। 4,244 गोशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। 1,908 पालतु पशुओं की मौत हुई है।
धर्मपुर के बठोल में भूस्खलन, तीन घरों में आईं दरारें, करवाए खाली
सोलन जिले के धर्मपुर में बारिश के बाद बठोल गांव में भूस्खलन होने से तीन घरों में दरारें आ गईं । एहतियातन घरों को खाली करवा दिया गया है। यहां पर लगातार भूमि कटाव हो रहा है। इससे पूरे गांव को खतरा मंडराया हुआ है। लोगों के खेतों में भी गहरी दरारें पड़ गई हैं। धर्मपुर पंचायत के उप प्रधान अजय गरचा ने माैके पर पहुंचकर नुकसान का जायजा लिया।
ओच्छघाट में घर पर पहाड़ी से गिरी बड़ी चट्टान, छत तोड़ आंगन में अटकी
सोलन जिले के ओच्छघाट क्षेत्र में देर रात एक बड़ी चट्टान अचानक पहाड़ से खिसक कर सीधे एक दो मंजिला मकान पर गिर गई और छत को तोड़ती हुई आंगन में आकर अटकी। गनीमत रही कि यह चट्टान कुछ पेड़ों पर अटक गई, अन्यथा इसका कहर साथ लगते कई घरों पर टूट पड़ता और जानमाल का बड़ा नुकसान हो सकता था। सुबह जब ग्रामीणों ने चट्टान का आकार देखा तो सभी स्तब्ध रह गए। स्थानीय पंचायत प्रधान पूनम ने बताया कि उन्हें पहले ही इस चट्टान के खिसकने का आभास हो गया था, इसलिए रात को ही घर खाली कर दिया गया था। इसी सतर्कता ने पूरे परिवार की जान बचा ली। उन्होंने बताया कि यह घर किरण शर्मा का है। वहीं उनके साथ उनकी बेटी भी रहती थी, जागरुकता के कारण उनकी जान बच गई।
सिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर पर भूस्खलन
उपमंडल बंगाणा की उपतहसील जोल के अंतर्गत पंचायत सोहारी के गांव बल्दोह में स्थित प्राचीन सिद्ध बाबा बालक नाथ मंदिर पर भारी बारिश के चलते भूस्खलन हुआ है। इस घटना में मंदिर की सुरक्षा के लिए बनाया गया डंगा टूट गया, साथ ही मंदिर से जुड़े कमरे के पिलर भी क्षतिग्रस्त हो गए, जिससे उसका लेंटर नीचे गिर गया। ग्रामीणों डिंपल ठाकुर, राज सिंह, जितेश और पंकज ठाकुर ने बताया कि यह मंदिर वर्षों पुराना है और यहां प्राचीन सिद्ध बाबा बालक नाथ की मूर्ति स्थापित है। ग्रामीणों ने आपसी सहयोग से इस मंदिर का निर्माण किया था, लेकिन लगातार भारी बारिश और भूस्खलन के चलते मंदिर को गंभीर क्षति पहुंची है।
कोलडैम से लगातार छोड़ा जा रहा पानी, गोबिंद सागर झील भरी
बिलासपुर में बारिश का दौर जारी है। गुरुवार को जिले में मौसम साफ रहने अनुमान था, लेकिन सुबह से लगातार बारिश हो रही है। भूस्खलन से होने से 33 सड़कें बंद हैं। पुराने चडीगढ़-मनाली हाईवे पर भी भूस्खलन हुआ है। बागी गांव में छोटू राम घर ढह गया। किरतपुर-मनाली फोरलेन पर भी मंडी भराड़ी से मैहला तक कई जगह पहाड़ से मलबा गिरा है। कोलडैम से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है, जिससे गोबिंद सागर झील कई साल बाद पूरी भर गई है। बिलासपुर का लुहणू मेला मैदान पानी से भर गया है। जबकि निर्माणाधीन रेल लाइन के पिलर भी आधे पानी में डूब गए हैं। लगातार हो रही बारिश से निजी संपत्ति को भी नुकसान पहुंच रहा है।
रामशहर की बहेड़ी पंचायत में जमीन में धंसा मकान
सोलन जिले की रामशहर तहसील के तहत ग्राम पंचायत बहेड़ी के गांव नेरन में बारिश के चलते एक रिहायशी मकान जमीन में समा गया। यह मकान शंकर कुमार पुत्र बुधराम का था। यहां पर अचानक जमीन बैठ गई और मकान जमीन के अंधर धंस गया। हैरत की बात है कि इसमें छत को कोई नुकसान नहीं हुआ और यह वैसा ही बैठ गया। पंचायत प्रधान किशन चंद ने बताया कि इसमें कोई जानी नुकसान नहीं हुआ क्योंकि खतरा भांपते हुए पहले ही खाली करवा दिया था।
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