Himachal Weather : हिमाचल में तबाही की बारिश, सुजानपुर में नाले में बही कार, जानें पूरा अपडेट विस्तार से
Himachal Rain : हिमाचल प्रदेश में रविवार को सात जिलों हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है।

विस्तार
हिमाचल प्रदेश में मौसम विभाग के येलो अलर्ट के बीच शुक्रवार देर रात को बिलासपुर जिले की उपतहसील नम्होल के गुतराहण गांव में बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है। पानी के साथ भारी मात्रा में आए मलबे ने नम्होल-डाबर संपर्क सड़क पर खड़े सात वाहनों को भी चपेट में ले लिया। मलबा खेतों में भर जाने से किसानों की खड़ी फसलें तबाह हो गईं हैं।

मंडी के धर्मपुर में सरसकान पंचायत के रौह और सापड़ी गांव में शुक्रवार रात भारी भूस्खलन से करीब आठ घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं। इनमें रह रहे लोग घर छोड़कर रिश्तेदारों के यहां चले गए हैं। कई मकान खतरे की जद में आ गए हैं। कई मकानों को खाली करवा दिया गया है। तीस परिवार प्रभावित हुए हैं। कई परिवारों ने पूरी रात पड़ोसियों के घरों में शरण लेकर बिताई। चंबा जिले के भटियात में भारी बारिश के चलते घटासनी, परछोड़ और नैनीखड्ड पंचायत में 23 घरों में मलबा घुस गया। सात गोशालाओं को क्षति पहुंची है।
चार मवेशियों की दबने से मौत हो गई। लाहड़ू पेट्रोल पंप में भी मलबा घुस गया। भरमौर-पठानकोट हाईवे पर तुन्नूहट्टी, लाहरा, केरू पहाड़ समेत जगह-जगह भूस्खलन हुआ है। पेड़ गिरने से 11 घंटों तक वाहनों की आवाजाही थमी रही। कुल्लू के दुआड़ा नाले में लकड़ियां एकत्रित करने गया एक युवक बह गया है। लोअर दुआड़ा के बंटी का अभी तक कोई पता नहीं चला है।
हमीरपुर जिले के भोरंज में भी आधी रात को बारिश ने भारी तबाही मचाई। भारी बारिश में करीब 15 मकान और आठ गोशालाएं क्षतिग्रस्त हो गई हैं। पपलाह पंचायत के कोट मसंदा गांव में स्लेटनुमा घर गिरने से दो लोग दब गए। हालांकि, इन्हें बचा लिया गया। भारी बारिश-भूस्खलन के चलते तीन नेशनल हाईवे समेत 558 सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। इसके साथ ही 267 ट्रांसफार्मर और 317 पेयजल योजनाएं ठप होने से कई इलाकों में बिजली-पानी का संकट हो गया है। भारी बारिश के चलते घुमारवीं की सीर खड्ड समेत प्रदेश में कई नदी-नाले उफान पर हैं।
जोगिंद्रनगर उपमंडल की पिपली पंचायत में भूस्खलन की दहशत से प्रभावित परिवारों का पलायन शुरू हो गया है। शनिवार को मंडी-कुल्लू राष्ट्रीय राजमार्ग पर मरम्मत कार्य के चलते सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक यातायात प्रभावित रहा। इस दौरान पंडोह से कुल्लू की ओर जाने वाले वाहनों को कैंची मोड़ और 9 मील में सुरक्षित स्थानों पर रोक दिया गया। कुल्लू में औट-बंजार-सैंज हाईवे-305 को छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया है। कांगड़ा के शाहपुर के बनोई में बारिश के बीच फिर भूस्खलन हो गया, जिसके कारण पठानकोट-मंडी नेशनल हाईवे बाधित हो गया। उधर, शिमला जिले के ठियोग उपमंडल के तहत छैला–पराला–सैंज सड़क भारी भूस्खलन के चलते करीब चार घंटे बंद रही।
मौसम विभाग ने रविवार को सात जिलों हमीरपुर, कांगड़ा, कुल्लू, मंडी, शिमला, सोलन और सिरमौर में भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी किया है। सोमवार से 17 सितंबर तक प्रदेश में मौसम खराब बना रहने का पूर्वानुमान है। हालांकि, इस दौरान कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है। शनिवार को भी धर्मशाला समेत प्रदेश के कई इलाकों को झमाझम बारिश हुई है।
सुजानपुर में शनिवार से हुई मूसलाधार लगातार बारिश से कई जगहों पर भारी नुकसान पहुंचा है। रात भर बारिश के चलते लोगों ने जागकर रात गुजारी है। लोगों के घरों में जहां मलबा भर गया है वहीं रास्ते अवरुद्ध हो गए हैं। पंचायत खैरी में किशोरी लाल के घर पूरी तरह से मलबे और पत्थरों से भर जाने के कारण घर का जरूरी सामान खराब हो गया है। गांव बगलू में चुन्नीलाल, जोगिंदर, तथा रेखा के मकानों को भी नुकसान पहुंचा है। घरों में पानी भर गया सचूही में डगा बह जाने से मुख्य सड़क की आवाजाही बंद हो गई है। विभाग मुस्तैदी से कार्य कर रहा है। वहीं, दूसरी ओर पलाही गांव में एक कार पानी के बहाव में बहकर डंगे से लटक गई जिसे जेसीबी की सहायता से बाहर निकाल लिया गया। लगातार बारिश से नदी नालों का जलस्तर भी बढ़ गया है। उपमंडल अधिकारी नागरिक विकास शुक्ला ने बताया कि नुकसान की सूचना मिलने पर राजस्व अधिकारियों मौके पर जा रहे हैं और स्थिति का निरीक्षण किया जा रहा है।