Himachal News: टांडा में हर सप्ताह शुक्रवार और शनिवार को होगी रोबोटिक सर्जरी, जानें इसके फायदे
टांडा मेडिकल कॉलेज में राेबाेटिक सर्जरी के लिए हर शुक्रवार और शनिवार का दिन तय किया गया है। टांडा मेडिकाल कॉलेज में शुक्रवार काे राेबाेटिक सर्जरी की शुरुआत हुई।

विस्तार
हिमाचल प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान टांडा मेडिकल कॉलेज में राेबाेटिक सर्जरी के लिए हर शुक्रवार और शनिवार का दिन तय किया गया है। टांडा मेडिकल कॉलेज के यूराेलॉजी विभाग और चिकित्सा अधीक्षक (एमएस) ने ऑपरेशन शेड्यूल जारी कर दिया है। अभी केवल पेट से संबंधित बीमारियों में रोबोटिक सर्जरी की जाएगी और सर्जरी के तीन से चार दिन में मरीज रिकवर हाे जाता है।

टांडा मेडिकाल कॉलेज में शुक्रवार काे राेबाेटिक सर्जरी की शुरुआत हुई। पहले ऑपरेशन चंबा की रजनी (43) का हुआ, जिसके पेट से एक ट्यूमर निकाला गया और उसकी किडनी काे सुरक्षित बचा लिया गया। अस्पताल में अभी भी सात से आठ मरीज सर्जरी के लिए भर्ती किए गए हैं।
राेबाेटिक सर्जरी के लिए अभी तक काेई स्थायी स्टाफ नहीं है। सर्जरी के लिए नया ऑपरेशन थियेटर बनाया गया है। राेबाेटिक सर्जरी के बाद मरीज 3 से 4 दिन में रिकवर हाे जाता है और मरीज काे घर भेज सकते हैं। इसके साथ ही राेबाेटिक सर्जरी के लिए नया ऑपरेशन थियेटर सभी तरह उपकरण जिनकी सर्जरी के समय जरूरत हाेती है, वे सभी उपकरण संस्थान में माैजूद हैं। राेबाेटिक सर्जरी के लिए आने वाले समय में अलग से स्टाफ की जरूरत पड़ सकती है, लेकिन अभी तक जाे भी राेबाेटिक सर्जरी माैजूदा स्टाफ के सहयाेग से ही की जाएंगी।
राेबाेटिक सर्जरी के ऑपरेशन थियेटर के जाे अस्सिटेंट हैं, वे उनके अपने हैं। अन्य बड़े चिकित्सा संस्थानाें में राेबाेट विभाग काे यूराेलॉजी विभाग ही संभालता है। लेकिन यहां पर कैसे करना है, यह ताे प्रशासन और सरकार पर निर्भर करता है। यूराेलॉजी विभाग टांडा मेडिकल कालेज के एसाेसिएट प्राेफेसर डॉ. अंगेश ठाकुर ने कहा कि इस सुविधा का काफी ज्यादा लाभ मरीजों को मिलेगा।
डॉ राजेंद्र प्रसाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में 12 सितंबर को फोर्टिस चंडीगढ़ के विशेषज्ञ डॉ धर्मेंद्र अग्रवाल की अगुवाई में महिला मरीज की रोबोटिक सर्जरी हुई। रोबोटिक सर्जरी में रोगी को कई तरह के लाभ होते हैं। इसमें 90 प्रतिशत कम रक्तस्राव रहता है और रोगी कुछ ही दिनों में सामान्य हो जाता है। जहां चिकित्सक के हाथ नहीं पहुंच पाते वहां 3-डी एंगल होने के चलते रोबोट आसानी से सटीक इलाज कर सकता है। एनेस्थीसिया विभाग की प्रमुख डॉ. भारती सूद ने बताया कि अभी तीन रोगी के टेस्ट हो रहे हैं जिसमें एक महिला और दो पुरुष हैं। जिनमें प्रोस्टेट कैंसर और स्त्री रोग से पीड़ित रोगियों का ऑपरेशन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि रोबोटिक सर्जरी के रोगियों की संख्या में धीरे-धीरे इजाफा होगा।
जिस मरीज की शुक्रवार काे हुई राेबाेटिक सर्जरी हुई है, वह बिलकुल दुरुस्त है, लेकिन अभी तक ज्यादा चलने-फिरने और लाेगाें से मिलने की मनाही है। जल्द ही टांडा में और राेबाेटिक सर्जरियां की जाएंगी। इसके लिए अभी तक शुक्रवार और शनिवार का दिन प्रस्तावित किया गया है। राेबाेटिक सर्जरी के लिए जाे भी उपकरण चाहिए हाेते हैं, वे सभी टांडा मेडिकल कालेज के राेबाेटिक सर्जरी ओटी में उपलब्ध हैं। उपकरणाें की काेई कमी नहीं है। -डॉ. मिलाप शर्मा, प्राचार्य, टांडा मेडिकल कॉलेज