सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Himachal Pradesh ›   Shimla News ›   HP Tourism: Everyone's partnership in the prosperity and preservation of culture of Demul village of Spiti Val

HP Tourism: स्पीति घाटी के डेमूल गांव की खुशहाली व संस्कृति के संरक्षण में सबकी साझेदारी

अशोक राणा, संवाद न्यूज, केलांग (लाहौल-स्पीति) Published by: Krishan Singh Updated Thu, 19 Jun 2025 12:45 PM IST
विज्ञापन
सार

 स्पीति घाटी का डेमूल गांव न केवल अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश का पहला ऐसा गांव है जिसने सामुदायिक सोच के साथ ग्रामीण पर्यटन को एक नई दिशा दी है। 

HP Tourism: Everyone's partnership in the prosperity and preservation of culture of Demul village of Spiti Val
डेमूल गांव की खुशहाली व संस्कृति के संरक्षण में सबकी साझेदारी - फोटो : संवाद
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

समुद्रतल से 14,170 फीट की ऊंचाई पर बसा स्पीति घाटी का डेमूल गांव न केवल अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यह हिमाचल प्रदेश का पहला ऐसा गांव है जिसने सामुदायिक सोच के साथ ग्रामीण पर्यटन को एक नई दिशा दी है। डेमूल ने न केवल हिमाचल बल्कि पूरे देश के सामने ग्रामीण विकास और सतत पर्यटन का अनूठा उदाहरण प्रस्तुत किया है। डेमूल में होम स्टे की शुरुआत वर्ष 2004 में हुई थी। इस पहल का उद्देश्य गांव में आने वाले पर्यटकों को स्थानीय संस्कृति और जीवनशैली से जोड़ना था। गांव के 52 घरों में सभी को होम स्टे के रूप में पंजीकृत किया गया। लेकिन सबसे खास बात यह रही कि गांववालों ने आपसी समझदारी से सामुदायिक मॉडल को अपनाया। वर्ष 2010 में गांववासियों ने मिलकर निर्णय लिया कि एक साल में केवल 26 घर ही होम स्टे के रूप में काम करेंगे और अगले साल बाकी के 26 घर।

loader
Trending Videos

इस बारी-बारी के सिस्टम से यह सुनिश्चित होता है कि सभी परिवारों को पर्यटन से समान रूप से आय हो और संसाधनों पर दबाव भी संतुलित बना रहे।  डेमूल के होम स्टे में रुकने वाले पर्यटकों से सिर्फ 1100 रुपये शुल्क लिया जाता है, जिसमें एक  रात ठहरना और तीन वक्त का शुद्ध स्थानीय भोजन शामिल होता है। डेमूल गांव का सामुदायिक पर्यटन मॉडल सिर्फ आर्थिक लाभ तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य पारंपरिक संस्कृति का संरक्षण और पर्यावरणीय संतुलन बनाए रखना भी है। गांववाले स्थानीय संसाधनों का इस्तेमाल कर, प्लास्टिक मुक्त वातावरण और जैविक भोजन उपलब्ध करवाते हैं।  इस प्रकार से डेमूल गांव निस्संदेह ग्रामीण पर्यटन और सामूहिक विकास का प्रेरणादायक उदाहरण है। यह मॉडल देश के अन्य ग्रामीण इलाकों के लिए भी एक दिशा दिखाता है कि किस तरह गांववाले मिलकर सतत विकास और समृद्धि की ओर कदम बढ़ा सकते हैं। डेमूल आज भारतीय और विदेशी पर्यटकों के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed