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ISSF World Cup: निशानेबाज ईशा ने खत्म कराया भारत के पदक का सूखा, महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल में जीता स्वर्ण
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, निंगबो
Published by: शोभित चतुर्वेदी
Updated Sat, 13 Sep 2025 02:35 PM IST
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सार
ईशा का विश्व कप में यह पहला स्वर्ण पदक है और इससे भारत अंक तालिका में पांचवें स्थान पर आ गया है। भारत के साथ चार और देश एक स्वर्ण पदक के साथ तालिका में संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर है।

ईशा सिंह
- फोटो : SAI Media
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विस्तार
ओलंपियन और मिश्रिम टीम पिस्टल स्पर्धा की विश्व चैंपियन ईशा सिंह ने आईएसएसएफ विश्व कप राइफल/पिस्टल में भारत के खिताब का सूखा समाप्त करते हुए महिला 10 मीटर एयर पिस्टल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता। निंगबो ओलंपिक स्पोर्ट्स सेंटर में 20 वर्षीय ईशा ने एक रोमांचक फाइनल में स्थानीय खिलाड़ी याओ कियानक्सुन को 0.1 अंक से हराया। दक्षिण कोरिया की मौजूदा ओलंपिक चैंपियन ओह येजिन ने कांस्य पदक जीता।

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ईशा का विश्व कप में पहला स्वर्ण पदक
यह ईशा का विश्व कप में पहला स्वर्ण पदक है और इससे भारत अंक तालिका में पांचवें स्थान पर आ गया है। भारत के साथ चार और देश एक स्वर्ण पदक के साथ तालिका में संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर है। मेजबान चीन दो स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर है। भारत ने इस टूर्नामेंट में हर स्पर्धा में अपने चौथे से छठे क्रम के निशानेबाजों को उतारा है।
यह ईशा का विश्व कप में पहला स्वर्ण पदक है और इससे भारत अंक तालिका में पांचवें स्थान पर आ गया है। भारत के साथ चार और देश एक स्वर्ण पदक के साथ तालिका में संयुक्त रूप से पांचवें स्थान पर है। मेजबान चीन दो स्वर्ण, चार रजत और एक कांस्य के साथ पदक तालिका में शीर्ष पर है। भारत ने इस टूर्नामेंट में हर स्पर्धा में अपने चौथे से छठे क्रम के निशानेबाजों को उतारा है।
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ईशा ने स्वर्ण पदक जीतने के बाद कहा, मैं बहुत खुश हूं क्योंकि यह पहली प्रतियोगिता थी जिससे मैंने शुरुआत की और इसमें विश्व कप का स्वर्ण पदक जीता। हां, जाहिर है कि इस साल की अगली सबसे बड़ी प्रतियोगिता विश्व चैंपियनशिप है। हम इसके लिए बहुत कड़ा अभ्यास कर रहे हैं और मुझे यकीन है कि आपको काहिरा में भारतीय टीम से बहुत अच्छी चीजे देखने को मिलेंगी।
रिदम पदक से चूकीं
ईशा और उनकी साथी रिदम सांगवान ने 578 के समान स्कोर के साथ फाइनल के लिए क्वालिफाई किया, जिससे उन्हें अंतिम दो उपलब्ध स्थान प्राप्त हुए। याओ ने 584 के स्कोर के साथ क्वालीफिकेशन में शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि सिर्फ रैंकिंग अंकों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही भारत की पलक गुलिया ने 586 का स्कोर किया। सुरभि राव 568 के स्कोर के साथ 25वें स्थान पर रहीं।
ईशा और उनकी साथी रिदम सांगवान ने 578 के समान स्कोर के साथ फाइनल के लिए क्वालिफाई किया, जिससे उन्हें अंतिम दो उपलब्ध स्थान प्राप्त हुए। याओ ने 584 के स्कोर के साथ क्वालीफिकेशन में शीर्ष स्थान हासिल किया, जबकि सिर्फ रैंकिंग अंकों के लिए प्रतिस्पर्धा कर रही भारत की पलक गुलिया ने 586 का स्कोर किया। सुरभि राव 568 के स्कोर के साथ 25वें स्थान पर रहीं।
आठ निशानेबाजों के फाइनल में रिदम ने अच्छी शुरुआत की और पहली सीरीज के बाद वह शीर्ष जबकि ईशा दूसरे स्थान पर थीं। एलिमिनेशन के आगे बढ़ने के साथ ही दोनों भारतीय ने धैर्य के साथ अच्छे निशाने साधे। रिदम अपने 15वें निशाने पर 10.8 के स्कोर के साथ चौथे स्थान पर पहुंची लेकिन 18वें निशाने के बाद मुकाबले से बाहर हो गईं। ईशा ने इस बीच अपनी लय बनाए रखी और निर्णायक चरणों में 10.7 के दो शॉट लगाकर याओ पर मामूली बढ़त बनाए रखी। उन्होंने 242.6 के अंतिम स्कोर के साथ स्वर्ण पदक जीता जो चीन की निशानेबाज से केवल 0.1 अंक अधिक था। अन्य परिणामों में पुरुषों की 25 मीटर रैपिड-फायर पिस्टल में भावेश शेखावत 22वें जबकि प्रदीप सिंह शेखावत 23वें स्थान पर रहे। मनदीप सिंह 39वें स्थान पर रहे।