{"_id":"68c5a7d03af92487f30b5098","slug":"india-beat-switzerland-in-davis-cup-qualifiers-nagal-beats-burnett-3-1-2025-09-13","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"Davis Cup: स्विटजरलैंड को मात देकर भारत डेविस कप क्वालिफायर्स में, नागल ने बर्नेट को 3-1 से हराया","category":{"title":"Sports","title_hn":"खेल","slug":"sports"}}
Davis Cup: स्विटजरलैंड को मात देकर भारत डेविस कप क्वालिफायर्स में, नागल ने बर्नेट को 3-1 से हराया
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Mayank Tripathi
Updated Sat, 13 Sep 2025 10:50 PM IST
विज्ञापन
सार
सुमित नागल ने विश्व ग्रुप वन मुकाबले में स्विटजरलैंड के प्रतिभाशाली हेनरी बर्नेट को पहले उलट एकल में शनिवार को हराकर भारत को 3-1 से जीत दिलाई। इससे पहले एन श्रीराम बालाजी और रित्विक बोलीपल्ली की जोड़ी याकूब पॉल और डोमिनिक स्ट्रिकर से हार गई थी जिससे मेजबान की वापसी की उम्मीदें जाग गई थी।

सुमित नागल
- फोटो : PTI
विज्ञापन
विस्तार
भारत ने पहली बार डेविस कप क्वालिफायर्स में प्रवेश कर लिया। सुमित नागल ने विश्व ग्रुप वन मुकाबले में स्विटजरलैंड के प्रतिभाशाली हेनरी बर्नेट को पहले उलट एकल में शनिवार को हराकर भारत को 3-1 से जीत दिलाई। इससे पहले एन श्रीराम बालाजी और रित्विक बोलीपल्ली की जोड़ी याकूब पॉल और डोमिनिक स्ट्रिकर से हार गई थी जिससे मेजबान की वापसी की उम्मीदें जाग गई थी।
नागल को चौथे मुकाबले में जेरोम किम से खेलना था लेकिन स्विस टीम ने मौजूदा जूनियर आस्ट्रेलियाई ओपन चैम्पियन बर्नेट को उतारा जो हार गए। इससे पहले कल दक्षिणेश्वर सुरेश और सुमित नागल ने एकल मुकाबलों में जेरोमी किम और मार्क आंद्रिया हुसलेर को हराकर भारत को 2-0 से बढ़त दिला दी थी। भारत की विदेश में किसी यूरोपीय टीम पर 32 साल में यह पहली जीत है। इससे पहले लिएंडर पेस और रमेश कृष्णन ने 1993 में फ्रांस को क्वार्टर फाइनल में हराया था। भारत ने दिल्ली में 2022 में डेनमार्क को ग्रासकोर्ट पर हराया था। डेविस कप क्वालिफायर का पहला दौर जनवरी 2026 में खेला जायेगा।
नागल ने जीत के बाद कहा, 'यह काफी बड़ी जीत है। हम यूरोप में बहुत समय बाद जीते हैं और हमने इसके लिये काफी मेहनत की है। युगल मुकाबला कठिन था क्योंकि दोनों टीमों ने शानदार खेल दिखाया।' इससे पहले बालाजी और बोलीपल्ली को दो घंटे 26 मिनट तक चले मुकाबले में 7-6, 4-6, 5-7 से पराजय झेलनी पड़ी। बालाजी और स्ट्रिकर ने शुरूआत में काफी अच्छी सर्विस करके एक भी अंक गंवाये बिना अपनी सर्विस बरकरार रखी। बोलीपल्ली के डबल फाल्ट पर भारत ने पहला अंक गंवाया । भारतीय जोड़ी ने पॉल पर दबाव बनाये रखा लेकिन ड्यूस अंक के बाद स्विस जोड़ी ने वापसी की।
भारतीय जोड़ी ने स्ट्रिकर की सर्विस पर छठे गेम में तीन ब्रेक प्वाइंट बनाये। इसमें से तीसरा भुनाया जब स्ट्रिकर का फोरहैंड शॉट नेट में जा लगा। अगले गेम में बालाजी के स्मैश पर भारत ने 5-3 की बढ़त बना ली। फोरहैंड रिटर्न पर बालाजी की गलती से स्विस टीम को वापसी का मौका मिला और पॉल ने ब्रेक प्वाइंट भुनाकर स्कोर बराबर कर दिया । टाइब्रेकर में पॉल की लगातार गलतियों से भारत ने पहला सेट जीत लिया। दूसरे टेस्ट में भी स्कोर 4 -4 से बराबरी पर था। बालाजी को नौवे गेम में निर्णायक ब्रेक प्वाइंट हासिल करने का मौका मिला लेकिन वह वॉली चूक गए। पॉल का फोरहैंड पर रिटर्न बाहर चला गया जिस पर भारत को फिर अवसर मिला लेकिन स्ट्रिकर के फोरहैंड पर शानदार रिटर्न से यह भी चूक गया। पॉल ने अपनी सर्विस बरकरार रखी और बोलीपल्ली की सर्विस टूटने पर भारत ने दूसरा सेट गंवा दिया। तीसरे सेट में बोलीपल्ली ने डबल फॉल्ट किया और बैकहैंड पर भी गलती की । पॉल के फोरहैंड विनर पर स्विस जोड़ी को तीन मैच प्वाइंट मिले और बोलीपल्ली की रिटर्न नेट में जाने पर उन्होंने तीसरा सेट और मैच जीत लिया।

Trending Videos
नागल को चौथे मुकाबले में जेरोम किम से खेलना था लेकिन स्विस टीम ने मौजूदा जूनियर आस्ट्रेलियाई ओपन चैम्पियन बर्नेट को उतारा जो हार गए। इससे पहले कल दक्षिणेश्वर सुरेश और सुमित नागल ने एकल मुकाबलों में जेरोमी किम और मार्क आंद्रिया हुसलेर को हराकर भारत को 2-0 से बढ़त दिला दी थी। भारत की विदेश में किसी यूरोपीय टीम पर 32 साल में यह पहली जीत है। इससे पहले लिएंडर पेस और रमेश कृष्णन ने 1993 में फ्रांस को क्वार्टर फाइनल में हराया था। भारत ने दिल्ली में 2022 में डेनमार्क को ग्रासकोर्ट पर हराया था। डेविस कप क्वालिफायर का पहला दौर जनवरी 2026 में खेला जायेगा।
विज्ञापन
विज्ञापन
नागल ने जीत के बाद कहा, 'यह काफी बड़ी जीत है। हम यूरोप में बहुत समय बाद जीते हैं और हमने इसके लिये काफी मेहनत की है। युगल मुकाबला कठिन था क्योंकि दोनों टीमों ने शानदार खेल दिखाया।' इससे पहले बालाजी और बोलीपल्ली को दो घंटे 26 मिनट तक चले मुकाबले में 7-6, 4-6, 5-7 से पराजय झेलनी पड़ी। बालाजी और स्ट्रिकर ने शुरूआत में काफी अच्छी सर्विस करके एक भी अंक गंवाये बिना अपनी सर्विस बरकरार रखी। बोलीपल्ली के डबल फाल्ट पर भारत ने पहला अंक गंवाया । भारतीय जोड़ी ने पॉल पर दबाव बनाये रखा लेकिन ड्यूस अंक के बाद स्विस जोड़ी ने वापसी की।
भारतीय जोड़ी ने स्ट्रिकर की सर्विस पर छठे गेम में तीन ब्रेक प्वाइंट बनाये। इसमें से तीसरा भुनाया जब स्ट्रिकर का फोरहैंड शॉट नेट में जा लगा। अगले गेम में बालाजी के स्मैश पर भारत ने 5-3 की बढ़त बना ली। फोरहैंड रिटर्न पर बालाजी की गलती से स्विस टीम को वापसी का मौका मिला और पॉल ने ब्रेक प्वाइंट भुनाकर स्कोर बराबर कर दिया । टाइब्रेकर में पॉल की लगातार गलतियों से भारत ने पहला सेट जीत लिया। दूसरे टेस्ट में भी स्कोर 4 -4 से बराबरी पर था। बालाजी को नौवे गेम में निर्णायक ब्रेक प्वाइंट हासिल करने का मौका मिला लेकिन वह वॉली चूक गए। पॉल का फोरहैंड पर रिटर्न बाहर चला गया जिस पर भारत को फिर अवसर मिला लेकिन स्ट्रिकर के फोरहैंड पर शानदार रिटर्न से यह भी चूक गया। पॉल ने अपनी सर्विस बरकरार रखी और बोलीपल्ली की सर्विस टूटने पर भारत ने दूसरा सेट गंवा दिया। तीसरे सेट में बोलीपल्ली ने डबल फॉल्ट किया और बैकहैंड पर भी गलती की । पॉल के फोरहैंड विनर पर स्विस जोड़ी को तीन मैच प्वाइंट मिले और बोलीपल्ली की रिटर्न नेट में जाने पर उन्होंने तीसरा सेट और मैच जीत लिया।