भारत की निगाह पहली जीत पर, फीफा विश्व कप क्वालिफायर में बांग्लादेश से होगा सामना
- 09 साल बाद सीनियर पुरुष टीम कोलकाता में खेलेेगी कोई मैच
- 15 मैच जीते हैं भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 28 मैचों में से। दो हारे जबकि 11 ड्रॉ रहे हैं
- 02 पिछले मुकाबले (सैफ चैम्पियनशिप 2013 और मैत्री मैच 2014) दोनों टीमों के ड्रॉ रहे हैं।

विस्तार
एशियाई चैंपियन कतर के खिलाफ गोलरहित ड्रॉ से उत्साहित भारतीय टीम ग्रुप ई के दूसरे दौर में जब मंगलवार को बांग्लादेश के खिलाफ उतरेगी तो उसका इरादा फीफा विश्व कप क्वालिफायर में पहली जीत दर्ज करने का होगा। भारत ने कतर जैसी आक्रामक टीम को गोलरहित ड्रॉ पर रोककर क्वालिफायर में पहला अंक हासिल किया। पहले मैच में उसे ओमान से हार मिली थी। नौ साल बाद सीनियर पुरुष टीम का कोई मैच कोलकाता में होने जा रहा है, लिहाजा इसे लेकर दीवानगी चरम पर है। साल्टलेक स्टेडियम खचाखच भरा रहना तय है। ऐसे में इगोर स्टिमक की टीम पूरे तीन अंक लेकर विश्व कप की उम्मीदें कायम रखने की कोशिश में होगी।

छेत्री की वापसी से मेजबान के हौसले बुलंद

डिफेंडर संदेश झिंगन बायें घुटने में चोट के कारण बाहर हैं लेकिन पिछले मैच से बाहर रहे कप्तान सुनील छेत्री की वापसी से मेजबान के हौसले बुलंद हैं। छेत्री ने अपने पिछले मैच में 72वां अंतरराष्ट्रीय गोल किया था जिसमें भारत को ओमान ने 1-2 से शिकस्त दी थी। छेत्री की जगह कप्तानी करने वाले गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने कतर के खिलाफ कम से कम 11 हमले बचाए। डिफेंस, टीम संयोजन और अनुशासन के चलते भारतीय टीम ने कतर जैसी टीम के सामने एक अंक बनाया।
अब फीफा रैंकिंग में अपने से 83 पायदान नीचे काबिज बांग्लादेश के खिलाफ वह पूरे अंक लेना चाहेंगे। फॉरवर्ड पंक्ति में नजरें छेत्री पर होंगी जिनका साथ बलवंत सिंह और मनवीर सिंह देंगे। छेत्री को बेंगलुरू एफसी के साथी उदांता सिंह और आशिक कुरुनियन से भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद होगी। डिफेंस में अनस ई और आदिल खान की भूमिका अहम होगी। बांग्लादेश की टीम दो मैच लगातार हारकर आई है। उसे अफगानिस्तान और कतर ने हराया लेकिन दोनों मैचों में जैमी डे की टीम ने कई मौके बनाए।
बाईचुंग भूटिया को छेत्री से उम्मीद

पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया ने कहा, ‘सुनील ही गोल कर सकते हैं। ऐसे में अगर वह नहीं खेल रहे हैं या गोल नहीं कर पाते तो काफी मुश्किल हो जाएगी। फॉरवर्ड पंक्ति को बेहतर प्रदर्शन करना होगा।’
वहीं चोट के बाद वापसी कर रहे टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने कहा, ‘यह कभी भी मेरे बारे नहीं था, ना ही कभी होगा। यह हमेशा भारत बनाम बांग्लादेश मुकाबला होगा। मैं टीम में शामिल 23 खिलाड़ियों में से एक हूं। जाहिर है मैं थोड़ा भाग्यशाली हूं क्योंकि मुझे ज्यादा अनुभव है। मेरे खिलाड़ी हालांकि मुझ पर निर्भर नहीं है। हम एक टीम है और एक टीम की तरह ही खेलते हैं। हमारे लिए यह सर्वश्रेष्ठ मौके की तरह है। टीम के लिए मैदान पर कौन उतरेगा यह ज्यादा जरूरी है कि हम उनकी (स्टिमक) देखरेख में खेलेंगे। वह बिना किसी पूर्वाग्रह के साथ आए हैं।’