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Paris Olympics: भारोत्तोलक मीराबाई चानू और हॉकी खिलाड़ी नीलकांत शर्मा को मणिपुर पुलिस ने किया सम्मानित
स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Thu, 22 Aug 2024 03:55 PM IST
सार
बयान के अनुसार, 'मणिपुर पुलिस को उनकी उपलब्धियों और राष्ट्र के प्रति योगदान पर गर्व है और उनके भविष्य के प्रयासों में हर संभव प्रोत्साहन और समर्थन का आश्वासन दिया जाता है।' मीराबाई राज्य पुलिस में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हैं, जबकि नीलकांत भारतीय रेलवे में काम करते हैं।
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मीराबाई चानू
- फोटो : PTI
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विस्तार
पेरिस ओलंपिक में भाग लेने वाली भारतीय भारोत्तोलक मीराबाई चानू और हॉकी खिलाड़ी नीलकांत शर्मा को बुधवार को मणिपुर पुलिस ने सम्मानित किया।
जारी बयान के अनुसार पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने यहां एक समारोह में मीराबाई और नीलकांत को सम्मानित किया। नीलकांत पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य थे। भारत ने तीसरे स्थान के मैच में स्पेन को हराकर लगातार दूसरे ओलंपिक खेल में कांस्य पदक हासिल किया।
बयान के अनुसार, 'मणिपुर पुलिस को उनकी उपलब्धियों और राष्ट्र के प्रति योगदान पर गर्व है और उनके भविष्य के प्रयासों में हर संभव प्रोत्साहन और समर्थन का आश्वासन दिया जाता है।' मीराबाई राज्य पुलिस में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हैं, जबकि नीलकांत भारतीय रेलवे में काम करते हैं।
टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारोत्तोलक मीराबाई चानू बुधवार को यहां पेरिस ओलंपिक के 49 किलोग्राम वर्ग में चौथे स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गईं। मीराबाई ने स्नैच में 88 और क्लीन एवं जर्क में 111 से कुल 199 किग्रा का वजन उठाया। इससे वह महज एक किलोग्राम से पदक से चूक गईं। मैच के बाद उन्होंने मेडल नहीं जीत पाने की वजह बताई है।
मीराबाई ने मैच के बाद ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर्स से कहा, 'मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। मैंने भारत के लिए पदक जीतने की कोशिश की। चोट के बाद ठीक होने के लिए मुझे बहुत कम समय मिला। हालांकि, इसके बावजूद मैं अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रही। लेकिन यह मेरा दिन नहीं था और जीत मेरी किस्मत में नहीं थी। यह मेरे पीरियड्स का तीसरा दिन था और इसलिए मैं थोड़ा कमजोर महसूस कर रही थी।
स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार चीन की मौजूदा ओलंपिक चैंपियन होउ झिहुई ने क्लीन एवं जर्क में ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ पहला स्थान हासिल किया। उन्होंने कुल 206 ( स्नैच 89, क्लीन एवं जर्क 117) किग्रा वजन उठाया। रोमानिया की वालेंटिना कैम्बेई 206 (93 और 112) किग्रा से रजत और थाईलैंड की सुरोदचना खाम्बो 200 (88 और 112) किग्रा के वजन से कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं।
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जारी बयान के अनुसार पुलिस महानिदेशक राजीव सिंह ने यहां एक समारोह में मीराबाई और नीलकांत को सम्मानित किया। नीलकांत पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय हॉकी टीम के सदस्य थे। भारत ने तीसरे स्थान के मैच में स्पेन को हराकर लगातार दूसरे ओलंपिक खेल में कांस्य पदक हासिल किया।
बयान के अनुसार, 'मणिपुर पुलिस को उनकी उपलब्धियों और राष्ट्र के प्रति योगदान पर गर्व है और उनके भविष्य के प्रयासों में हर संभव प्रोत्साहन और समर्थन का आश्वासन दिया जाता है।' मीराबाई राज्य पुलिस में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक हैं, जबकि नीलकांत भारतीय रेलवे में काम करते हैं।
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टोक्यो ओलंपिक में रजत पदक जीतने वाली भारोत्तोलक मीराबाई चानू बुधवार को यहां पेरिस ओलंपिक के 49 किलोग्राम वर्ग में चौथे स्थान पर रहते हुए पदक से चूक गईं। मीराबाई ने स्नैच में 88 और क्लीन एवं जर्क में 111 से कुल 199 किग्रा का वजन उठाया। इससे वह महज एक किलोग्राम से पदक से चूक गईं। मैच के बाद उन्होंने मेडल नहीं जीत पाने की वजह बताई है।
मीराबाई ने मैच के बाद ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर्स से कहा, 'मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं। मैंने भारत के लिए पदक जीतने की कोशिश की। चोट के बाद ठीक होने के लिए मुझे बहुत कम समय मिला। हालांकि, इसके बावजूद मैं अच्छा प्रदर्शन करने में सफल रही। लेकिन यह मेरा दिन नहीं था और जीत मेरी किस्मत में नहीं थी। यह मेरे पीरियड्स का तीसरा दिन था और इसलिए मैं थोड़ा कमजोर महसूस कर रही थी।
स्वर्ण पदक की प्रबल दावेदार चीन की मौजूदा ओलंपिक चैंपियन होउ झिहुई ने क्लीन एवं जर्क में ओलंपिक रिकॉर्ड के साथ पहला स्थान हासिल किया। उन्होंने कुल 206 ( स्नैच 89, क्लीन एवं जर्क 117) किग्रा वजन उठाया। रोमानिया की वालेंटिना कैम्बेई 206 (93 और 112) किग्रा से रजत और थाईलैंड की सुरोदचना खाम्बो 200 (88 और 112) किग्रा के वजन से कांस्य पदक जीतने में सफल रहीं।