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मोबाइल नंबर पोर्ट कराने में अब कम पैसे लगेंगे, TRAI ने की शुल्क में कमी, खर्च होंगे केवल इतने रुपये
टेक डेस्क, अमर उजाला
Updated Wed, 31 Jan 2018 08:55 PM IST
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बजट 2018 से पहले दूरसंचार मंत्रालय ने मोबाइल नंबर पोर्ट कराने पर लगने वाले शुल्क में कटौती की घोषणा की है। अब मोबाइल नंबर को एक टेलिकॉम सर्विस प्रॉवाइडर से दूसरे में पोर्ट कराने पर 19 रुपये की जगह सिर्फ चार रूपये का शुल्क अदा करना होगा। दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने शुल्क में कटौती से संबंधित प्रस्ताव पिछले साल दिसंबर के महीने में भेजा था जिसे दूरसंचार मंत्रालय ने हरी झंडी दे दी है।
ट्राई के मुताबिक पोर्टिंग शुल्क बहुत ज्यादा थी और उस अनुपात में ट्रांजेक्शन काफी कम। ट्राई ने इस विषय पर आम लोगों और स्टेकहोल्डर से जवाब मांगे थे।
2009 में फिक्स किया था ये चार्ज
ट्राई ने नवंबर 2009 में 19 रुपये पोर्टिंग चार्ज फिक्स किया था जब सरकार ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) शुरू की थी। तब एमएमनपी केवल सर्किल में लागू थी। जुलाई 2015 में केंद्र सरकार ने इसको बढ़ाकर के पूरे देश में लागू कर दिया गया था। इसके बाद एमएनपी कराने वाले कस्टमर की संख्या में उछाल देखने को मिला था। ट्राई ने इस शुल्क को 19 रूपये से घटाकर चार रुपये करने का प्रस्ताव दिया था।
इतनी हो गई संख्या
2010-11 में जहां 64 लाख लोगों ने एमएनपी सेवा का इस्तेमाल किया था, वहीं 2014-15 में यह बढ़कर 3.68 करोड़ हो गए। साल 2016-17 में यह आंकड़ा 6.36 करोड़ हो गया।
जल्द ही आप फोन में नेटवर्क ना होने के बाद भी किसी भी मोबाइल या लैंडलाइन नंबर पर कॉल कर पाएंगे। ट्राई ने इंटरनेट टेलीफोनी तकनीक को मंजूरी दे दी है। इसके तहत यूजर्स वाईफाई के जरिए कॉलिंग कर पाएंगे।
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2009 में फिक्स किया था ये चार्ज
ट्राई ने नवंबर 2009 में 19 रुपये पोर्टिंग चार्ज फिक्स किया था जब सरकार ने मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (एमएनपी) शुरू की थी। तब एमएमनपी केवल सर्किल में लागू थी। जुलाई 2015 में केंद्र सरकार ने इसको बढ़ाकर के पूरे देश में लागू कर दिया गया था। इसके बाद एमएनपी कराने वाले कस्टमर की संख्या में उछाल देखने को मिला था। ट्राई ने इस शुल्क को 19 रूपये से घटाकर चार रुपये करने का प्रस्ताव दिया था।
इतनी हो गई संख्या
2010-11 में जहां 64 लाख लोगों ने एमएनपी सेवा का इस्तेमाल किया था, वहीं 2014-15 में यह बढ़कर 3.68 करोड़ हो गए। साल 2016-17 में यह आंकड़ा 6.36 करोड़ हो गया।
जल्द ही आप फोन में नेटवर्क ना होने के बाद भी किसी भी मोबाइल या लैंडलाइन नंबर पर कॉल कर पाएंगे। ट्राई ने इंटरनेट टेलीफोनी तकनीक को मंजूरी दे दी है। इसके तहत यूजर्स वाईफाई के जरिए कॉलिंग कर पाएंगे।