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IMC 2025: इनोवेशन के मामले में भारत अब विश्व में तीसरे स्थान पर, 10 साल में पेटेंट की संख्या 100% बढ़ी
टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: नीतीश कुमार
Updated Thu, 09 Oct 2025 11:44 AM IST
सार
India Mobile Congress 2025: भारत तकनीकी नवाचार के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छू रहा है। साल 2025 में अब तक 80,000 से अधिक पेटेंट फाइल किए जा चुके हैं, जो 2014 की तुलना में दोगुने हैं।
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भारत में पेटेंट फाइलिंग की संख्या हुई दोगुनी
- फोटो : IMC 2025
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विस्तार
भारत टेक्नोलॉजिकल इनोवेशन के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहा है। इस बात को देश में फाइल होने वाले पेटेंट्स साबित कर रहे हैं। साल 2025 में अब तक कुल 80,000 से ज्यादा पेटेंट्स फाइल हो चुके हैं। ध्यान देने वाली बात है कि 2014 में इनकी संख्या केवल 40,000 थी। यानी 10 साल में फाइल होने वाले पेटेंट्स की संख्या में 100% से भी ज्यादा का इजाफा हुआ है।
नई दिल्ली में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 में बुधवार को केंद्रीय संचार और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्र शेखर ने कहा कि भारत ने नवाचार को अब एक राष्ट्रीय आंदोलन का रूप दे दिया है। उन्होंने बताया कि देश अब कुछ चुनिंदा लोगों का नहीं, बल्कि हर नागरिक का इनोवेशन हब बन रहा है।
डॉ. शेखर ने कहा, “हम आने वाले कल के इनोवेशन इंजनों को लोकतांत्रिक बना रहे हैं ताकि वे हर भारतीय के लिए उपयोगी हों।”
स्टार्टअप का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम है भारत
भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, जिसमें 1.9 लाख से ज्यादा स्टार्टअप्स सक्रिय हैं। मंत्री ने कहा, “कोड अब टियर-3 शहरों में लिखा जा रहा है और स्टार्टअप कॉलेज हॉस्टलों में जन्म ले रहे हैं। यह नया भारत है, जहां नवाचार कोई विशेषाधिकार नहीं बल्कि आदत बन गया है।”
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नई दिल्ली में आयोजित इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 में बुधवार को केंद्रीय संचार और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री डॉ. पेम्मासानी चंद्र शेखर ने कहा कि भारत ने नवाचार को अब एक राष्ट्रीय आंदोलन का रूप दे दिया है। उन्होंने बताया कि देश अब कुछ चुनिंदा लोगों का नहीं, बल्कि हर नागरिक का इनोवेशन हब बन रहा है।
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डॉ. शेखर ने कहा, “हम आने वाले कल के इनोवेशन इंजनों को लोकतांत्रिक बना रहे हैं ताकि वे हर भारतीय के लिए उपयोगी हों।”
स्टार्टअप का तीसरा सबसे बड़ा इकोसिस्टम है भारत
भारत आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप इकोसिस्टम है, जिसमें 1.9 लाख से ज्यादा स्टार्टअप्स सक्रिय हैं। मंत्री ने कहा, “कोड अब टियर-3 शहरों में लिखा जा रहा है और स्टार्टअप कॉलेज हॉस्टलों में जन्म ले रहे हैं। यह नया भारत है, जहां नवाचार कोई विशेषाधिकार नहीं बल्कि आदत बन गया है।”
भारत का टेक एक्सपोर्ट भी बढ़ा
- फोटो : IMC 2025
डिजिटल इंडिया ने दी रफ्तार
डॉ. शेखर ने JAM Trinity (जनधन, आधार, मोबाइल), 900 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ताओं और UPI के 10 अरब मासिक लेनदेन को भारत की डिजिटल क्रांति की नींव बताया। उन्होंने कहा कि ये पहलें न केवल तकनीकी सशक्तिकरण ला रही हैं, बल्कि हर नागरिक को डिजिटल अर्थव्यवस्था से जोड़ रही हैं।
इसके अलावा उन्होंने चंद्रयान-3 मिशन, स्वदेशी 4G/5G तकनीक, मेड-इन-इंडिया MRI मशीन और रक्षा निर्यात में 30 गुना वृद्धि को भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता के उदाहरण बताए।
तकनीक से आर्थिक सुधारों से खुला नया रास्ता
मंत्री ने कहा कि तकनीक की मदद से जीएसटी, आईबीसी, श्रम कानूनों के सरलीकरण और पिछली कराधान नीतियों को खत्म करने जैसे सुधारों ने एक पारदर्शी और निवेशक-अनुकूल माहौल तैयार किया है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 का लक्ष्य न केवल भारत की तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन करना है, बल्कि वैश्विक स्तर पर देश को एक इनोवेशन-ड्रिवन इकॉनमी के रूप में भी स्थापित करना है।
डॉ. शेखर ने JAM Trinity (जनधन, आधार, मोबाइल), 900 मिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ताओं और UPI के 10 अरब मासिक लेनदेन को भारत की डिजिटल क्रांति की नींव बताया। उन्होंने कहा कि ये पहलें न केवल तकनीकी सशक्तिकरण ला रही हैं, बल्कि हर नागरिक को डिजिटल अर्थव्यवस्था से जोड़ रही हैं।
इसके अलावा उन्होंने चंद्रयान-3 मिशन, स्वदेशी 4G/5G तकनीक, मेड-इन-इंडिया MRI मशीन और रक्षा निर्यात में 30 गुना वृद्धि को भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता के उदाहरण बताए।
तकनीक से आर्थिक सुधारों से खुला नया रास्ता
मंत्री ने कहा कि तकनीक की मदद से जीएसटी, आईबीसी, श्रम कानूनों के सरलीकरण और पिछली कराधान नीतियों को खत्म करने जैसे सुधारों ने एक पारदर्शी और निवेशक-अनुकूल माहौल तैयार किया है। इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2025 का लक्ष्य न केवल भारत की तकनीकी क्षमताओं का प्रदर्शन करना है, बल्कि वैश्विक स्तर पर देश को एक इनोवेशन-ड्रिवन इकॉनमी के रूप में भी स्थापित करना है।